दिव्य स्पंदना की जीवनी - Biography oF Divya Spandana In Hindi

Divya Spandana Biography In Hindi – दिव्या स्पंदना की जीवनी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे आर्टिकल में आपका स्वागत है आज हम Divya Spandana Biography In Hindi की माहिती बताने वाले है। वह एक कन्नड़ फिल्म एक्ट्रेस के साथ राष्ट्रीय युवा कॉंग्रेस की एक राजनेता है। 

 आज उनके पिताजी r t narayan क्या करते है ? , divya spandana twitter अकॉउंट पे उन्होंने कितने लोगो को फॉलो कर रखा है ,और अभिनेत्री divya spandana net worth कितनी है ? उस सभी सवालो के जवाब आज की इस पोस्ट में सब को मिलने वाले है। उनका जन्म 29 November 1982 के दिन बेंगलुरु में हुआ था। वह बहुत अच्छी लोकप्रिय अभिनेत्री के साथ साथ बहुत अच्छी राजनेता है उन्होंने अपना स्कूल का अभ्यास ऊटी और चेन्नई से पूर्ण किया है। 

उन्होंने फिल्म अभिनय में 2003 में कन्नड़ के ख्यात नाम एक्ट्रेस पुनीत राजकुमार के साथ में फिल्म ‘अभि’ से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी। ramya kannada movies की बात करे तो उनहोने कुछ तेलुगु और तमिल  फिल्मों में भी अपना अभिनय किरदार निभाया हुआ है। वर्ष 2012 की साल में दिव्या ने राष्ट्रीय कांग्रेस युवा में शामिल होके 2013 की साल में मंडी के नन्हे उपचुनाव में उन्हों ने टिकिट लेके चुनाव लड़ा था एव उसमे जीत दर्ज करवाई थी। 

Divya Spandana Biography In Hindi –

  नाम

  दिव्या स्पंदना उर्फ राम्या 

  जन्म

  29 Nov 1982

  जन्म स्थान

  बेंगलुरु 

   पिता 

  आर टी नारायण

  माता

  रंजीता

  उम्र

  38 वर्षा 

  पेशा

  अभिनेत्री, राजनेता

  शिक्षा

  12th Pass

  पार्टी

  Indian National Congress 

दिव्या स्पंदना की जीवनी –

2014 की साल में वह सदीय चुनाव में भी खड़ी हुई लेकिन दिव्या स्पंदना को बहुत कम वोटों से अपनी हार स्वीकार करनी पड़ी थी। 2017 की साल में दिव्या स्पंदना ने डिजिटल टीम और कांग्रेस सोशल मीडिया की भागदौड़ को संभाला था । उन्होंने मिडिया की भागदौड़ सभालने के बाद ही बहुत सारे बदलाव किये है जिस से कोँग्रेश को बहुत फायदा मिला है ,ऐसा कहा जाता है की उनके जैसे राजनेता और कार्यकर अगर पार्टी में शामिल हुआ करते है तो कोँग्रेश पार्टी फिर से सत्ता पर आने से कोई नहीं रोक सकता है। 

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दिव्या स्पंदना का जन्म और शिक्षा –

माता रंजीता और पिताजी आर टी नारायण की बेटी divya spandana की date ऑफ़ बर्थ  29 November के दिन आता है 1982 की साल में 29 November  के दिन बेंगलुरु में जन्मी divya ramya एक कन्नड़ अभिनेत्री और politics है। ramya politics में भी अपना करियर अच्छी तरह से हैंडल करती है।

ramya ने अपनी पढाई बेंगलुरु से प्राप्त की है। ramya divya सिर्फ 12th Pass तक ही पढाई की है। divya spandana facebook भी यूज़ करती है।  दिव्या  स्पंदना की पहली फिल्म 2003 की Abhi है। सिर्फ 12th तक की शिक्षा प्राप्त करके दिव्या स्पंदना ने फिल्मो में अभिनय करना चालू किया और उसमे सफलता भी हासिल की है। 

दिव्या स्पंदना का परिवार – (Divya Spandana Family)

अभिनेत्री दिव्या स्पंदना के परिवार की बात की जाये तो उनके पिताजी का नाम आर टी नारायण है। और माता का नाम रंजीता है। वह अपने परिवार से बहुत प्यार करती है। उन्होंने 12th तक पढाई की हुई है और इसके बाद उन्होंने अपना फ़िल्मी करियर की शुरुआत की हुई है। इसके बाद उनहोंने राजनिति में कदम रखा था। ramya husband की बात करे तो उनकी शादी अभी नहीं हुई है। कुछ खबरे ऐसी आयी थी की divya spandana marriage हो चुकी है। लेकिन उनके पापा ने कहा था की उनकी शादी अभी नहीं हुई है। 

दिव्या स्पंदना का फ़िल्मी करियर –

divya spanda ने कन्नड़ तेलुगु और तमिल फिल्मो में अपना अभिनय का परिचय दिया है। divya spandana movies लिस्ट हम आपको बताने वाले है। अगर आपको spandana online फिल्म देखनी है तो भी इंटरनेट पे देख सकते है। कन्नड़ के प्रसिद्ध अभिनेता पुनीत राजकुमार के साथ में अपनी पहली फिल्म Abhi 2003 से शुरुआत करने वाली कन्नड़ अभिनेत्री दिव्या स्पंदना  ने कई हिट फिल्मो में काम करके अपना कदम राजनीती में रखा है।

उन्होंने राजनीती में भी अपना योगदान दिया है। दिव्या स्पंदना को 2006 की साल मे फिल्म ‘तनानम तनानम’ से भारत फिल्म का अवार्ड  फिल्मफेयर पुरस्कार से भी सन्मानित किया था। Divya Spandana age 38 वर्ष है। उन्होंने अपनी नन्ही सी उम्र में बहुत ही नाम कमा लिया है। और प्रसिद्धि प्राप्त की हुई है।  

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दिव्या की स्पंदना मुवी – divya Spandana Movie List –

  • 2003  – Abhi
  • Abhimanyu
  • Excuse Me
  • 2004  – Kanti
  • Giri
  • Kuththu
  • Ranga 
  • 2005  – Aadi Aishwarya
  • Amrithadhare
  • Aakash
  • Gowramma
  • 2006 – Jothe 
  • Tananam 
  • Sevanthi 
  • Julie
  • Dattha
  • 2007  – Arasu
  • Polladhavan
  • Prarambha
  • Meera 
  • 2008  – Mussanjemaatu
  • Vaaranam
  • Thoondil
  • Anthu Inthu 
  • Meravanige
  • Bombaat
  • 2010  – Just Math
  • Kiccha 
  • Jothegara
  • 2011 – Sanju
  • Singam
  • Johny Mera Naam
  • Dandam 
  • 2012  – Katari Veera 
  • Crazy Loka
  • Sidlingu
  • Lucky
  • 2014 – Aryan
  • 2016 – Nagarahavu
  • TBA –
  • Dil Ka Raja

दिव्या स्पंदना का राजनैतिक करियर –

divya spandana का राजनीतिक सफर देखा जाये तो 2012 में दिव्या स्पंदना ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होके कांग्रेस युवा विंग में शामिल हो गए और अपना कदम राजनीती में रख दिया है। 2013 मंडी चुनाव में दिव्या स्पंदना ने अपना प्रतिनिधि  किया और उन्होंने जित प्राप्त की थी।2014 की साल में आम लोकसभा चुनाव में सिर्फ थोड़े ही कम vote की वजह से हारे थे ऐसी हार हार नहीं लेकिन जित ही मानी जाती है। 2017 मई में  नेशनल कांग्रेस पार्टी में दिव्या स्पंदना को प्रमुख के पद पर बिठाया गया था। 

दिव्या स्पंदना की सोशियल मिडिया टीम –

divya spandana भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस के सोशल मीडिया टीम के एक्टिव मेम्बर है मिडिया की जानकारी से हम भी बताते है की दिव्या स्पंदना की सोशल मीडिया टीम की सक्रियता के पीछे की वजह ये है की उनकी टीम में काम करने वाले लोग है। इसमें महिलाओं है जो पूरी टीम में 85 % प्रतिशत स्रिया हैं और वो भी एक्टिव और पढ़ी लिखी महिलाये है। दिव्या स्पंदना ने जब से सोशल मीडिया टीम की दौर अपने हाथ में संभाली तब से ही उन्होंने कई बदलाव किये और ताकत को बढ़ा के मजबूत कर दिया है।

उस समय के दौरान कोंग्रेस पार्टी के डिजिटल रूम में सिर्फ तीन ही महिलाएं देख ने को मिलती थी इस वक्त के बाद दिव्या स्पंदना ने पिछले चार महीनों के अंदर ही कई प्रोफेशनल्‍स महिलाओ की भर्ती  की और अपनी सोशल मीडिया टीम की ताकत को डबल कर दिया है। इससे सोशल मीडिया से अपनी भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस पार्टी को स्पोर्ट देकर के सक्रिय कर सकें। 

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कांग्रेस पार्टी में दिव्या स्पंदना –

कांग्रेस पार्टी के राजनेता और फिल्म अभिनेत्री  कुछ नेता और दिव्या स्पंदना और उनकी टीम राहुल गांधी के साथ पिछले एक साल के समय से सोशल मीडिया जो भी एक्टिव में नजर आते है। उनमे दिव्या स्पंदना नजर नहीं अति थी इससे ऐसा मन जाता था की उन्हों ने इस्तीफा देदिया लेकिन हम आपको ज्ञात करदे की आजभी वह कोंग्रेस पार्टी में ही शामिल है और एक्टिव भी है। 

divya spandana उर्फ रम्या को कोंग्रेस अध्यकक्ष राहुल गांधी की  गुरु मानी जाती है  उन्हों ने अपना सिर्फ और सिर्फ प्रोफ़ाइल बदला था इस्तीफा नहीं दिया है क्योकि उनका fece book अकाउंट डिलीट हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस पार्टी में दिव्या स्पंदना उर्फ रम्या आजभी शामिल है और एक्टिव भी है।  

दिव्या स्पंदना की  संपत्ति –

किसी की कुल संपत्ति का अंक लगाना बहुत मुश्किल होता है फिरभी  सोशल मीडिया के रिपोर्ट और जानकारी के जरिये divya spandana Net worth तक़रीबन 2.25 CRORE बताई जाती है। उन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय किरदार से कई फिल्मो से बहुत अच्छा कमाया है।

Divya Spandana Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/ramyaactressofficial/

Email Id – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Official Website – Not Available

Twitter – https://twitter.com/ramya

Divya Spandana Instagram –

Divya Spandana Biography Video –

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दिव्या स्पंदना के रोचक तथ्य – (Divya Spandana Interesting Fact)

  • दिव्य स्पंदना का जन्म बेंगलुरु में हुआ था उनका दूसरा नाम राम्या है। वह एक लोकप्रिय कन्नड़ अभिनेत्री के साथ साथ राजनेता भी है। 
  • उन्होंने अपनी पढाई चेन्नई और ऊटी शहर से प्राप्त की हुई है। उन्होंने वर्ष 2003 में फिल्म अभि से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की हुई है।
  • भारतीय फिल्म अभिनेत्री दिव्या की उम्र वर्तमान समय 2021 की साल में 38 वर्ष है। उन्होंने भारतीय  राष्ट्रीय कांग्रेस में अपनी सेवाएं प्रदान की हुई है।  
  • कांग्रेस पार्टी के राजनेता और फिल्म अभिनेत्री  कुछ नेता और दिव्या स्पंदना और उनकी टीम राहुल गांधी के साथ पिछले एक साल के समय से सोशल मीडिया जो भी एक्टिव में नजर आते है।
  • 2014 के वर्ष में दिव्या संसदीय चुनाव में भी खड़ी हुई लेकिन दिव्या स्पंदना को बहुत कम वोटों से अपनी हार स्वीकार करनी पड़ी थी।
  • 2017 की साल में दिव्या स्पंदना ने डिजिटल टीम और कांग्रेस सोशल मीडिया की भागदौड़ को संभाला था ।
  • उर्फ रम्या को कोंग्रेस अध्यकक्ष राहुल गांधी की  गुरु मानी जाती है  उन्हों ने अपना सिर्फ और सिर्फ प्रोफ़ाइल बदला था इस्तीफा नहीं दिया है।
  • उनका fece book अकाउंट डिलीट हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस पार्टी में दिव्या स्पंदना उर्फ रम्या आजभी शामिल है और एक्टिव भी है।

दिव्या स्पंदना के कुछ प्रश्न –

1 .दिव्या स्पंदना का दूसरा नाम क्या है?

दिव्या स्पंदना का निकनाम रम्या स्पंदना है। 

2 .दिव्या स्पंदना वर्तमान समय में क्या कर रही है।

अभिनेत्री दिव्या स्पंदना भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस की डिजिटल टीम और कांग्रेस सोशल मीडिया की भागदौड़ को संभाला है।

3 .दिव्या स्पंदना शादीशुदा है ?

नहीं दिव्या की शादी अभी नहीं हुई है। 

  4 .दिव्या स्पंदना कोन है ?

दिव्या स्पंदना कन्नड़ अभिनेत्री है। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस की डिजिटल टीम और कांग्रेस सोशल मीडिया को संभाला है। 

5 .दिव्या स्पंदना के पति कोन है ?

उनकी शादी अभी नहीं हुई है उनका पति कोई नहीं है। 

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Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Divya Spandana Biography In Hindi पूरी तरह से समज आ गया होगा। इस लेख के जरिये  हमने divya spandana husband name और where is divya spandana now से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

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Dr. Rajendra Prasad Biography In Hindi - डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जीवनी

Dr.Rajendra Prasad Biography In Hindi – डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जीवनी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे आर्टिकल में आपका स्वागत है आज हम Dr. Rajendra Prasad Biography In Hindi की जानकारी बताने वाले है। भारत देश के पहले राष्ट्रपति के जीवन से आप सबको परिचित करने वाले है।

आज आपको contribution of dr rajendra prasad , conclusion of dr rajendra prasad और rajendra prasad death reason की सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है। जब भारत देश स्वतन्त्र हुवा तब उन्हें भारत के india first president के रूप में पसंद किया गया था , डॉ. राजेंद्र प्रसाद संवबिधान सभा के वह मुख्य अध्यक्ष थे जिसने संविधान की रूप रेखा को तैयार किया था। डॉ. राजेंद्र प्रसाद कुछ समय तक स्वतंत्र भारत की प्रथम सरकार के केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने सेवा की हुई है , डॉ राजेंद्र प्रसाद जयंती 3 दिसंबर के दिन आती है।

वह गांधीजी के प्रमुख शिष्यों में एक माने जाते थे इन्ही वजह से about rajendra prasad डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भारतीय स्वतन्त्र संग्राममे महत्वपूर्ण भाग निभाया था। हम आज dr rajendra prasad history और dr rajendra prasad information जानेंगे। डॉ.राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार राज्य के  सिवान जिले के जीरादेई गांव में हु था , उन्होंने भारत देश के लिए बहुत योगदान दिया हुआ है तो चलिए उस महान व्यक्ति की सभी बाते बताते है। 

Dr.Rajendra Prasad Biography In Hindi –

 नाम 

 डॉ. राजेंद्र प्रसाद

 जन्म 

 3 दिसंबर ई.स 1884

 जन्म स्थान

 जीरादेई गांव 

 जिला

 सिवान जिला

 राज्य

  बिहार

 पिता का नाम  

  महादेव सहाए

 माता का नाम

  कमलेश्वरी देवी

 भाई

 महेंद्र प्रसाद 

 बहने 

  3 बहने 

 पत्नी का नाम 

  राजवंशी देवी

 

पुत्र का नाम

मृत्युंजयप्रसाद

स्कुल 

छपरा जिला स्कुल

कॉलेज

प्रेसीडेंसी कॉलेज कोलकत्ता

राजेंद्र प्रसाद की पार्टी

इंडियन नेशनल कांग्रेस 

राट्रपति का कार्यकाल 

ई.स 1952 – 1962

मृत्यु 

28 फरवरी ई.स1963

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जीवनी

स्वतन्त्र भारत के प्रसिद्ध और गणतंत्र के प्रथम राट्रपति के रूप में डॉ.राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर ई.स 1884 को बिहार राज्य में सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था।dr.rajendra prasad के पिता का नाम महादेव सहाय और माता का नाम कमलेश्वरी देवी था। उनके पिता का संस्कृत और फारसी भाषा के विध्वान थे। डॉ.राजेंद्र प्रसाद उनके माता-पिता की पांचवी संतान थे राजेंद्र प्रसाद के बड़े भाई का नाम महेंद्र प्रसाद था और डॉ.राजेंद्र प्रसाद की 3 बहने भी थी। 

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डॉ. राजेंद्र प्रसाद का परिवार – (Rajendra Prasad Family)

rajendra prasad family में उनके माता-पिता और उनके बच्चे और उनकी पत्नी , बहने रहते थे उनके पिता का नाम महादेव सहाए माता का नाम कमलेश्वरी देवी था। राजेन्द्र प्रसाद के भाई का नाम महेंद्र प्रसाद और उनकी 3 बहने भी थी इसके अलावा उनकी पत्नी का नाम राजवंशी देवी और उनके बेटे का नाम मृत्युंजयप्रसाद था। 

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की शिक्षा – Rajendra Prasad Education

rajendra prasad बचपन में सिर्फ 5 वर्ष छोटी उम्र में उन्होंने एक मौलवी संत से फारसी में उन्होंने मौलवी से फ़ारसी में शिक्षा का शुरुआत की थी।इसके अलावा राजेन्द्र प्रसाद ने छपरा जिले के एक स्कूल में शिक्षा के लिए प्रवेश किया इसके बाद राजेन्द्र प्रसाद ने आगे की पढ़ाई के लिए कोलकाता में विश्वविद्यालय की प्रवेश एक्जाम में उन्होंने हिस्सा लिया।

राजेन्द्र प्रसादने यह विश्वविद्यालय की प्रवेश एक्जाम में प्रथम स्थान मिला था। ई.स  1902 में उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज में प्रवेश किया। ई.स 1915 में विधि में स्नातकोत्तर यानि की LLM की एक्जाम में उन्होंने गोल्ड मैडल प्राप्त किया और इसके बाद उन्होंने डॉ की उपाधि प्राप्त की थी । 

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की शादी –

राजेन्द्र प्रसाद का विवाह ई.स 1897  में किया गया था। राजेन्द्र प्रसाद का विवाह हुवा था तब उनकी उम्र फक्त 13 साल के थे।राजेन्द्र प्रसाद का विवाह हुवा था तब उस समय 5 वी कक्षा में पढ़ते थे। और राजेन्द्र प्रसाद की पत्नी  राजवंशी देवी पहचाना जाता है। 

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डॉ. राजेंद्र प्रसाद का करियर –

rajinder parshad ने उनकी कानून की शिक्षा पूरी करके बिहार और ओडिसा के उच्च न्यायलय में कार्य किया इसके बाद एक साल बाद उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी में सीनेट और सिंडिकेट का अध्यक्ष बनाया गया। राजेन्द्र प्रसादने स्वयंसेवको के साथ रहकर किसानो की समस्याओ दूर करने के लिए अनेक उपाय और मिशन प्रारंभ किये और उन्होंने चंपारण में गांधीजी का समर्थन किया था। 

राजेन्द्र प्रसादने भारत की स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए स्वतंत्र लड़ाई में हिस्सा लेकर उन्होंने अपनी भूमिका निभाई थी। यह स्वतंत्र में हिस्से लेने के लिए उन्होंने उनकी क़ानूनी कर्तव्यों से भी दूर चले गए थे।babu rajendra prasad भारत के कई राज्यों का दौरा किया और गैर सहयोग आंदोलन में साथ निभाया इसमें धन एकठ्ठा करना और सार्वजनिक बैठको का आयोजन किया। 

राजेंद्र प्रसाद जी ने कई तरह की भिन्न-भिन्न स्कूलों , कॉलेजों और कई कार्यालयों में पश्चिमी वस्तुओं का त्याग करने के लिए आंदोलन किया और इन वस्तुओं में विदेशी कापड का त्याग करके खादी के कपडे और स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल करने का उन्होंने अनुरोध किया। ई.स 1934 में राजेन्द्र प्रसाद ने भारतीय राट्रीय कांग्रेस का सदस्य बनाया गया था। इसके बाद राजेन्द्र प्रसाद सुभाष चंद्र बोस को अध्यक्ष बनाया जाय और उन्होंने उनके पद का इस्तीफा दे दिया था। 

राजेंद्र प्रसाद अध्यक्ष के लिए नियुक्त हुए –

इसके बाद फिर से राजेंद्र प्रसाद को अध्यक्ष बनाने के लिए नियुक्त किया गया था। भारत में चलरहा ई.स 1942 में हिन्दछोड़ो आंदोलन में भारत के नेताओंको गिरफ्तार कर लिया था इस गिरफ़्तारी में डॉ.साहब भी इसमें शामिल थे। इस गिरफ़्तारी में हुवे नेताओंको तीन साल तक गिरफ्तार करके सेन्ट्रल जेल में बंदी बनाया गया और ई.स 1945 में उनको छोड़ा गया था। यह करीबन लगातार दो बार राट्रपति के पद पर नियुक्त किये गए थे। 

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राजेंद्र प्रसाद पर गाँधीजी का प्रभाव –

dr rajendraprasad अन्य व्यक्तियों की तरह गांधीजी से अधिक आकर्षित थे। इस तरह गांधीजी से प्रेरित होकर डॉ राजेंद्र प्रसाद ने उनका जीवन को सरल जीवन जीने का निर्णय लिया। डॉ राजेंद्र प्रसाद पर गांधीजी के विचारो का ज्यादा प्रभाव पड़ा था। और उनका विलासिता जीवन को छोड़कर एक सरल  सादगीभरा जीवन जीने  प्रारंभ किया। डॉ राजेंद्र प्रसाद कई तरह के छोटे-छोटे काम किया करते थे जिसमे घर की सफाई करना , खाना बनाना और कपडे धोना यह सारे काम वह खुद करने लगे। 

डॉ राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रपति –

1st president of india पश्यात 26 जनवरी ई.स1950 में गणतंत्र की घोषणा की उस समय स्वतंत्र भारत के प्रथम राट्रपति के स्थान पर डॉ राजेंद्र प्रसाद को नियुक्त किया गया था। india first president ने उस दिन 10 बजकर 24 मिनिट पर राट्रपति पद की शपत ली थी इस दिन से राज्यतंत्र का समाप्त हुवा और भारत  एक नये  गणतंत्र की स्थापना हुई। 

first president of india के स्थान पर करीबन 12 साल तक कार्य किया और इसके बाद ई.स 1962 में उन्होंने खुद अवकाश लेने की घोषणा की। भारत सरकार ने डॉ राजेंद्र प्रसाद को इस साल भारत रत्न से नवाजने की घोषणा की। डॉ राजेंद्र प्रसाद 13 मई 1962 तक भारत के राट्रपति के पद पर रहे। भारत के अब तक के राट्रपतियो में डॉ राजेंद्र प्रसाद ही ऐसे राट्रपति है जिन्होंने भारत में दो कार्यकाल तक वह राट्रपति के पद पर कार्य किया। 

डॉ.राजेंद्र प्रसाद की संविधान निर्माण में भूमिका –

भारत जब स्वतन्त्र हुवा तब भारत के सर्व प्रथम राट्रपति के रूप में उन्होंने स्थान ग्रहण किया था। इसके अलावा डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारत की संविधान के घडतर करने में उन्होंने काफी भूमिका निभाई थी। डॉ राजेंद्र प्रसाद ने अमेरिका के संविधान का उल्लेख करके उस संविधान के कुछ बिंदु जो बिलकुल भारतीय समस्याओ से अनुकूल थी उस बिंदु को भारतीय संविधान में रखने के लिए उन्होंने प्रेरणा दी। डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारत की constituent assembly की स्थापना करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 

डॉ राजेंद्र प्रसाद  के अवॉर्ड्स – 

rajendra prasad india ई.स 1962 में राजनैतिक और समाज के कार्यो में योगदान देने के लिए उनको भारत के सर्व श्रेस्ट नागरिक के रूप से सम्मानित किया गया है। डॉ राजेंद्र प्रसाद  रत्न अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है। 

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डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पुस्तकें – Rajendra Prasad Books

डॉ राजेंद्र प्रसाद की रचनाएँ और डॉ राजेंद्र प्रसाद की आत्मकथा के नाम इस प्रकार है। 

  • उनकी आत्मकथा –  1946
  • चम्पारन में सत्याग्रह – 1922
  • इंडिया डिवाइडेड – 1946
  • महात्मा गांधी एंड बिहार
  • सम रेमिनिसन्सेज – 1949
  • बापू के क़दम  – 1954 

डॉ राजेद्र प्रसाद का मुख्य स्मारक – 

doctor rajendra prasad की याद में ऐतिहासिक धरोहर के स्थान को उनका नाम दिया गया है। डॉ राजेंद्र प्रसाद की एक 14 फिट की प्रतिमा की स्थापना का निर्माण करवाया गया है। डॉ राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा को जिस स्थान पर पंडित जवाहरलाल नेहरू रहते थे उस स्थान पर उनकी प्रतिमा को स्थापित किया गया है। 

डॉ राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति ऐसी जगह स्थापित किया गया है जिसको आने वाले पर्यटक और स्कुल और विध्यालय के छात्र देख सके। डॉ राजेंद्र प्रसाद का सारा जीवन भारत देश के लिए न्योछावर कर दिया था। राजेंद्र प्रसाद  ने उनके जीवन में पूरा जीवन काल में कई प्रसिद्ध कार्य किये है इससे उनको आज भी उन्हें याद किया जाता है। 

राजेंद्र प्रसाद का जीवन प्रेरणादायक है जिस कारण कई सारे लोगो को उनके जीवन से प्रेरणा मिलती है। dr rajender prasad ने भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए बहोत संघर्ष किया और भारत की आजादी के बाद भी देश के विकास के लिए बड़ी मेहनत और कड़े फैसले लिए। 

डॉ राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु – Rajendra Prasad Death

राजेंद्र प्रसाद की पत्नी राजवंशी देवी का ई.स 1962 को अवसान हो गया था। इस घटना का राजेंद्र प्रसाद पर बड़ा प्रभाव पड़ा और उनके डॉ साहब की पत्नी राजवंशी देवी का 1962 को निधन हो गया , इस घटना का इन पर गहरा प्रभाव पढ़ा और इनके स्वस्थ में गिरावट आने लगी . उसके बाद ये अपने  सार्वजनिक जीवन से निवृत्त हुए ,और कार्यालय से इस्तीफा दे दिया , और ये पटना लौट आए . 6 महीने तक संशिप्त बीमारी से ग्रसित रहे और 28 फरवरी 1963 को इनका निधन हो गया था।  

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Dr.Rajendra Prasad Life Style Video –

डॉ राजेंद्र प्रसाद के कुछ रोचक तथ्य – 

  • डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्र पति के साथ 1934 से 1935 तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे ।
  • 1946 की साल में  हुए चुनाव के बाद केंद्र सरकार ने कृषि और खाद्य मंत्री बनाया गया था।
  • वह एक सफल वकील,गांधीवादी समर्थक,देश प्रेमी,प्रभावशाली लेखक,आदर्श शिक्षक,बुद्धिमान छात्र की छवि वाले इन्सान थे।
  • उनका जीवन उच्च विचार और सादा जीवन जीने वाले बहुत अच्छे राजनेता थे। 
  • जनवरी 1950 को राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने थे।
  • अपनी पढाई में डॉ राजेंद्र प्रसाद एक बुद्धिमान विध्यर्थी हुआ करते थे। 
  • डॉ राजेंद्र प्रसाद ने शिक्षा के लिए इंग्लैंड जाकर ICS की परीक्षा देने के लिए गुप्त तरीके से जहाज की सीट बुकिंग करवाया था।

डॉ राजेंद्र प्रसाद के कुछ अन्य प्रश्न – 

1 .भारत का पहला राष्ट्रपति कौन है – who is the first president of india?

स्वतंत्र भारत के प्रथम राट्रपति के स्थान पर डॉ राजेंद्र प्रसाद को नियुक्त किया गया था। 

2 .डॉ राजेंद्र प्रसाद की जाती क्या है ?- dr rajendra prasad caste ?

डॉ.राजेन्द्र प्रसाद  की जाती बताई जाये तो कायस्थ ब्राह्मण थे। 

3 .राजेंद्र प्रसाद कौन थे ?- who was rajendra prasad ?

डॉ.राजेन्द्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के पहले राट्रपति थे। 

4 .भारत के पहले राष्ट्रपति का नाम क्या है ?- name of first president of india ?

स्वतंत्र भारत के प्रथम राट्रपति  का नाम डॉ.राजेन्द्र प्रसाद था। 

5 . राजेंद्र प्रसाद का जन्म कहां हुआ था? और कब हुआ था?

3 दिसंबर ई.स 1884 को बिहार राज्य में सीवान जिले के जीरादेई गांव में राजेंद्र प्रसाद का जन्म हुआ था।

6 .डॉ राजेंद्र प्रसाद को भारत रत्न कब मिला?

डॉ राजेंद्र प्रसाद को भारत रत्न 1962 के वर्ष में मिला था। 

7 .डॉ राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु कैसे हुई?

6 महीने बीमार रहे और 28 फरवरी 1963 राजेंद्र प्रसाद की मौत हो गयी थी। 

8 .राजेंद्र प्रसाद कितनी बार अध्यक्ष बने?

राजेंद्र प्रसाद दो पूर्ण कार्यकालों के लिए राष्ट्रपति बने तक़रीबन 12 साल के लंबे वक्त तक राष्ट्रपति रहे थे।

9 .डॉ। राजेंद्र प्रसाद के पुत्र कौन हैं?

डॉ। राजेंद्र प्रसाद के पुत्र का नाम मृत्युंजय प्रसाद है। 

10 . किसने कहा कि परीक्षार्थी परीक्षार्थी से बेहतर है?

राजेंद्र प्रसाद के पढाइ के वक्त एक परीक्षक प्रसाद की परीक्षा शीट देख कहा की परीक्षार्थी परीक्षा से बेहतर है। 

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Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल  Rajendra Prasad Biography बहुत अच्छी तरह पसंद आया होगा। इस लेख के जरिये  हमने dr rajendra prasad and nehru relation और who is the son of dr rajendra prasad के सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

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Rajiv Gandhi Biography In Hindi – राजीव गांधी की जीवनी

नमस्कार दोस्तों आज के हमारे लेख में आपको हम Rajiv Gandhi Biography In Hindi की जानकारी देने वाले है , वह स्वतन्त्र भारत के सातवे प्रधान मंत्री , भारत में पहला कॉम्प्यूटर लाने वाले महान व्यक्ति थे।

आज राजीव गांधी की जीवनी में आपको उनकी माता indira gandhi , उनके पिताजी feroze gandhi और rajiv gandhi wife , sonia gandhi के सबंधी सम्पूर्ण जानकारी बताने वाले है। उनका जन्म 20 अगस्त 1944 जन्मे इन्दिरा गांधी के पुत्र और पूर्व प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू के दौहित्र राजीव गांधी भारत देश के सातवे प्रधान मंत्री और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुख्य राजनेता थे।

rajiv gandhi marriage इटली देश की इक लड़की से हुई थी। राजीव गांधी इटली के कैम्ब्रिज में पढ़ते वक्त एंटोनिया मैनो नाम की लड़की से मुलाकात हुई और 1968 में शादी करली फिर उनका नाम बदल के सोनिया गांघी रख दिया। उनकी पत्नी आज भी राष्ट्रीय भारतीय कोँग्रेश पार्टी का नेतृत्व किया करते है ,तो चलिए आपको ले चलते है उनसे जुडी कई रोचक और महत्व पूर्ण जानकारी के लिए। 

Rajiv Gandhi Biography In Hindi –

  नाम

  राजीव गांधी

  पूरा नाम

  राजीव फिरोज गांधी

  जन्म

  20 अगस्त, 1944

  जन्म स्थान

  मुंबई

  पिता

  फिरोज गांधी

  माता

  इंदिरा गांधी

  पत्नी

  सोनिया गांधी

  बेटा

  राहुल गांधी

 

  बेटी

  प्रियंका गांधी

  भाई

  संजय गांधी

  अवॉर्ड

  भारत रत्न

  पेशा

  कोंग्रेस राजनेता और पूर्व प्रधान मंत्री

  राष्ट्रीयता

  भारतीय

  मृत्यु

  21 मई, 1991

  मृत्यु स्थान

  तमिलनाडु, श्रीपेरंबदूर

राजीव गांधी की जीवनी –

शादी के बाद सोनिया गाँधी से उनके दो बच्चे भी हुए बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी Rajiv Gandhi आजाद भारत के सातवे प्रधान मंत्री थे जिसने देश का संचालन लिया। और अपनी सूज -बुज से देश को स्व निर्भर करने के सभी प्रयत्न किये थे। कई क्रांतीओ को जन्म देने में सफलताको प्राप्त हुए। उन्हों ने देश को साक्षारता कारण में मुख्य भूमिका निभाई थी।

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राजीव गाँधी का जन्म –

इंदिरा गाँधी और फ़िरोज़ गाँधी के पुत्र Rajiv Gandhi का जन्म 20 अगस्त 1944 के दिन मुंबई शहर में हुआ था। पति पत्नी में अलगाव होने के कारन इंदिरा गांधी अपने पिताजी के पास रहने लगे और राज निति में कदम रखे। क्योकि उनके पिताजी जवाहरलाल प्रधान मंत्री थे। जब Rajiv Gandhi पढाई छोड़ के भारत आये तब उनके इक भाई संजय गाँधी जिन्हो ने अपनी माँ इंदिरा की राह चलते राजनीतिमे कदम रख के कोंग्रेस पार्टी को मजबूत करने का काम किया था।

राजीव गांधी का परिवार  – 

Rajiv Gandhi family में उनके पिता फ़िरोज़ गाँधी, माता इंदिरा गांधी उनके भाई संजय गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गाँधी थे उनके दो बच्चे भी है बेटा राहुल गाँधी और बेटी प्रियंका गांधी। Rajeev Ghandi के मौत के बाद सोनिया गांधी ने कई साल तक कोंग्रेस पार्टी का नेतृत्व किया और कई उतार चढ़ाव भी देखे है। राहुल गाँधी और बहन प्रियंका वाड्रा गांधी आजभी कोंग्रेस के राजनेता के रूप से कार्यरत हे राहुल गांधी अमेठी लोकसभा के चुनाव क्षेत्र से चुना में जीते और कई बार हारे भी है।

राजीव गांधी शिक्षा- (Rajiv Gandhi Education)

Rajiv Gandhi की प्रायमरी शिक्षा देहरादून के इक विध्यालय में हुई थी। फिर इटली के कैम्ब्रिज शहर की इक यूनिवर्सिटी से उन्हों 196  5 में इंजीनियरिंग की पढाई की लेकिन डिग्री को हासिल नहीं किया। कोयोकि पढाई को बिच ही छोड़ दिया था। फिर उन्हों ने भारत में आ कर पायलट की ट्रैनिग लेना शुरू करदी और इन्डियन एयर लाइन्स में पायलट नए थे। इसके बाद इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद Rajiv Gandhi को राजनीती में कदम रख ना पड़ा था।

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राजीव गाँधी पायलट कब बने – 

इंदिरा गांधी 1966 में कांग्रेस पार्टी की और से प्रधान मंत्री बने थे उनके बाद Rajiv Gandhi ने दिल्ही शहर में आ करके पायटल बनने के लिए ट्रेनिंग लेनी शुरू करदी थी। 1970 में उन्हों ने इंडियन एयरलाइन में पायलट का काम करना शुरू करदिया।  उसके बाद इंदिरा गाँधी के मौत के बाद वह राजनीती मे उतरे और पुरे भारत देश में भूचाल सी लहार मचा दी और जबरदस्त लोक चाहना को हासिल करके प्रजा का प्यार और सत्ता दोनों कपो हासिल किया।

राजीव गांधी की राजनीती सफर –

पहले राजीव को राजनीति में कोई दिचस्पी नहीं थी। 23 जून 1980 में उनके भाई संजय गांधी की मौत विमान दुर्घटना से होने के बाद राजीव को राज नीति मे आना पड़ा।Rajiv Gandhi ने अमेठी लोकसभा का चुनाव लड़ा और जित गए और 1981 में वह कोंग्रेस पार्टी के युवा अध्यक्ष बनाने में सफल हुए। उन्होंने अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीता और संसद में स्थान बनाया। 1981 में राजीव गांधी को भारतीय युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया। और वही से उन्हों ने राजनैतिक सफलताओ को सर करके अपना नाम ऊँचा कर दिखाया

भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री –

इंदिरा गांधी को एक शिख बॉडीगार्ड ने 31 अक्टूबर 1984 के दिन मार दिया गया उनके थोड़े वक्त के बाद ही भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस पार्टी के सदस्यों ने निर्णय कर के पार्टी की सभी जिम्मेदारिया Rajiv Gandhi के सर में रख दी।1981 की साल में लड़े गए चुनाव में राजी गांधी ने 80 % सीटों को कोंग्रेस के नाम करके एक भूचाल सी मचाके भारत देश के सबसे काम उम्र के प्रधान मंत्री की शपथ ग्रहण की थी उनका शासन काल 1984 से 1989 तक रहा था।

राजीव गाँधी ने देश की प्रगति रफ़्तार को दुगुनी करके बहुमूल्य योगदान दिया इसमें कंप्यूटर संचार क्रांति और शिक्षा को महत्त्व देना शुरू करके उन्हों ने 18 साल के युवाओ को वोट डालने और पंचायती राज का प्रारम्भ किया।भारत के युवा प्रधान मंत्री राजीव गाँधी ने देश की आंतरिक विग्रह को दबोच कर के देश में शांति की अनुभूति करवाई और देश की युवा शक्ति को महत्व दे करके देश की विकास को भागडोर को मजबूत करदिया था। उन्हों ने युवाओ के लिए जवाहर रोजगार योजना का प्रारम्भ किया और सबको रोज़गार मिले ऐसे प्रयत्न हमेशा करते रहे।

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राजीव गांधी का योगदान – (Rajiv Gandhi Contribution)

Rajiv Gandhi का पूरा परिवार भारत देश की विकास गाथा में शामिल हे लेकिन युवा प्रधान मंत्री Rajiv Gandhi का योगदान भी कम नहीं है उन्हों ने आतंकवादियों के विरुद्ध सेना ओर पुलिस अभ्यं चला के देश में शांति का स्थापन किया थाश्रीलंका की सरकार से वाटा गाटो के बाद शांति समजोता किया लेकिन उसकी असर उलटी हुई और भारतीय शांति सेना को श्रीलंका की एल टी टी इ आतंकवादिई संगठन को नियंत्रित करना पड़ा था।

पुरे देश में सभी व्यक्तिओ को साक्षारता दिलाने हेतु उन्हों ने कई योजनाए चलाई और सफल भी रहे है। 1985 में आम चुनाव में राजीव गाँधी का प्रचंड बहुमत ने पुरे देश में एक लहार सी फैलाई और उनके युवा एव आधुनिक दृष्टिकोण के नेतृत्वने कई सफल मसलो को जन्म दिया।भारत सर्कार को कई दलालो से मुक्ति दिला के नौकर शाही को ख़त्म करके एक नए युग का निर्माण करना चाहा और भारत लोकतंत्र को मजबूत करके पुरे विश्व में स्थान दिलाया है।

युवा प्रधान मंत्री –

युवा प्रधान मंत्री के पद को Rajiv Gandhi ने अपने सूज बुझ और अनुभव से एक नई चमक प्रदान की थी। उन्ही के नेतृत्व में कई फैसले लिए गए और उन्ही फेसलो से भारत देश को कई सफलताए मिली हे जो गिनी भी नहीं जा सकती हे। औद्योगिक विकास की शरुआत के सहयोगी रहे थे राजीव गाँधी भारत देश में पहला ‘ टेक्नोलॉजी मिशन’ नामक संस्था की स्थापना करवाई और अपने शासन के वक्त कई विदेशी यात्रा को समूर्ण करके अंतरराष्ट्रीय कक्षा के सबंधो को भी सुधार के देशमे सांस्कृतिक

और आर्थिक सुधर करके देश को एक नई ऊंचाई पर लेजाने में बहुत बढ़िया योगदान दिया है। इन्होने इतना बढ़िया योगदान दिया है की भारत देश चाह करके भी मिटा नहीं सकता है।उन्हों ने मिझोरम आसाम और पंजाब के राजनैतिक समझोते के वक्त ही अपनी सूज बुज का परिचय पुरे देश को देदीये थे। एशियाई खेलो में 1982 के नवम्बर में भारत देश की और से मेजबानी की और विस्व के स्तर पर देश को उभारने हेतु योगदान दिया।

राजीव गाँधी पर लगे आरोप –

1980 एव 1990 की साल में भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस पर भ्रस्टाचार का आरोप लगा था लेकिन Rajeev गांधी खुद भष्टाचार के पूर्ण रूप से विरोधी थे। फिरभी उन पर बोफोर्स कांड का आरोप लगाथा।इससे राजीव की राजनैतिक करियर में बहुत गहरा असर पडाथा। इससे 1989 की साल में हुए चुनाव में दिखा और Rajeev गाँधी को हार को स्वीकार करना पड़ा था।उन्हों ने दो साल तक विपक्ष के नेता की भूमिका निभाई और वह समय उनके राजनैतिक करियर का कस्ट दायक वक्त बतलाया जाता है।

ऐसी परिस्थितियों में भी वह अपने स्वाभाव को अनुकूलित और कंट्रोल करपाते थे इस कारन ही लोगो के उनको सम्मान और प्यार मिला था।Rajiv Gandhi ने दो साल तक विपक्ष में रहकर कार्य किया. इनका राजनेतिक जीवन बहुत कष्टदायक था, जिसके साथ वह अपने धेर्यवान स्वभाव के कारण ही न्याय कर पाए, इसलिए इन्हें बहुत प्यार एवम सम्मान मिला।

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राजीव गांधी की मृत्यु – (Rajiv Gandhi Death)

राजीव गांधी 46 वर्षों के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। पूर्व युवा राजीव गांधी 1984 से 1989 तक प्रधानमंत्री रहे थे। श्रीलंका देश में हो रहे आतंकी हमलो के प्रश्नो मिटाने की प्रक्रिया पर दबाव डालने वाले Rajiv Gandhi को इन्ही कारण से ही जान गावानि पड़ी थी। 21 मई 1991 के दिन तमिलनाडु चुनाव प्रचार के वक्त श्रीपेरंबदूर में मानव बम से आतंकियों ने Assassination of Rajiv Gandhi करदी थी और भारत देश ने अपना एक शक्तिशाली , वीर और युवा राजनेता और सातवा प्रधान मंत्री को खोना पड़ा। इससे पहले भी राजीव गाँधी पर जानलेवा हमला करवाया था।

गांधी परिवार ने इंदिरा गाँधी और rajeevi गाँधी को आतंकी हमले में खो दिया था मगर संजय गाँधी की मौत की कोई जानकारी आजभी नहीं मिली है।भारत देश के युवा प्रधान मंत्री raajivi गांधी की मौत से देश की जनता को गहरा आघात पंहुचा था। जिन्हे यद् करके लोग आजभी दुखी हुआ करते है। देश आज भी राजीव गाँधी और इंदिरा गाँधी को भुला नहीं पाया है। ऐसी जिन्दीगी को जिने वाले महान इंसान थे Rajeev गाँधी के मौत के बाद कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व पत्नी सोनिया गाँधी ने किया जो की सफल भी रही थी।

Rajiv Gandhi Life Style Video –

राजीव गांधी के रोचक तथ्य – 

  • पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमन्त्री और भारत में कंप्यूटर क्रांति के जनक माने जाते हैं।
  • राजीव गांधी भारत के 40 की उम्र में बनने वाले सातवें और सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। 
  • श्रीलंका में हो रहे आतंकी मामलों को ठीक करने के लिए राजीव गाँधी ने अहम कदम उठाये थे।
  • श्रीलंका में गृहयुद्ध खत्म करने के लिए राजीव गांधी ने राष्ट्रपति जयवर्धने से एक समझौता किया था। 
  • 1980 और 1990 के बीच में कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाया गया था। 
  • आपको बता दें कि राजीव गाँधी पर बोफोर्स तोपों  की खरीददारी में लिए गए घूस कमीशन का आरोप लगा था। 
  • 1966 की साल में  राजीव गांधी पढाई पूर्ण करके भारत आ गए ,इंदिरा गांधी भारत की प्रधानमंत्री बन चुकी थीं।
  • राजीव गांधी को संगीत में बहुत ही रूचि थी। उन्हें पश्चिमी और हिन्दुस्तानी शास्त्रीय एवं आधुनिक संगीत पसंद था। 
  • 1984 की साल में कांग्रेस ने राजीव गांधी के नेतृत्व में लोकसभा का चुनाव अमेठी से लड़ा। 
  • कांग्रेस को 533 में से 404 सीटें मिलीं जो कि इतिहास की सबसे बड़ी जीत मानी गई। . 
  • राजीव गांधी भारत के सातेवं और 40 साल की कम उम्र में सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे । 
  • बड़ा फैसला लेने से पहले अपनी पार्टी के साथ राजीव गांधी विचार विमर्श किया करते थे। 
  • राजीव गांधी ने देश को आधुनिकता की तरफ अग्रसर किया था। 

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राजीव गांधी के कुछ प्रश्न –

1 .राजीव गांधी का मौत कैसे हुआ?

श्रीपेरंबदूर में आतंकी धमाके में राजीव गांधी की मौत हो गई थी। 

2 .राजीव गांधी प्रधानमंत्री कब बने?

भारत के सातवें प्रधानमंत्री ३१ अक्तूबर १९८४ के दिन राजीव गांधी बने थे। 

3 .राजीव गांधी का जन्म कब और कहां हुआ था?

20 अगस्त 1944 के दिन राजीव गांधी का जन्म इन्दिरा गांधी के घर हुआ था। 

4 .राजीव गांधी का पूरा नाम क्या था?

उनका पूरा नाम राजीव रत्ना गांधी है। 

5 .राजीव गांधी ने देश के लिए क्या किया?

राजीव गांधी भारत को आधुनिकता की तरफ अग्रसर करने वाले प्रधान मंत्री थे।  

6 .राजीव गांधी कितने भाई थे ? इंदिरा गांधी के कितने बेटे थे ?

राजीव गांधी के एक भाई sanjay gandhi थे।  इंदिरा गांधी के दो बेटे थे भारत देश के सातवे पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी था। 

7 .क्यों राजीव गांधी की हत्या ? राजीव गांधी कहाँ से हैं ?

राजीव गांधी की हत्या उनके अच्छे कामो के कारन हुई कहा जाता है। राजीव गांधी मुंबई शहर थे।  

8 .सोनिया गांधी और राजीव गांधी कैसे मिले ? क्या राजीव गांधी जीवित हैं ?

राजीव गांधी से सोनिया गांधी की पहली मुलाकात वर्सिटी रेस्तरां हुई थी। एक आतंकी धमाके में मौत हो चुकी है। 

9 .राजीव गांधी ने कितनी सीटें जीतीं?

1984 में हुए चुनावों में कांग्रेस को 542 में से 415 सीटों पर जीती। वह राजीव गांधी की मेहनत थी।

10 .राजीव गांधी के साथ सभी किसकी मृत्यु हुई?

बम धमाके के समय तमिलनाडु कांग्रेस के बड़े राजनेता राममूर्ति,जी के मूपनार और जयंती नटराजन उस वक्त मौजूद थे।

Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Rajiv Gandhi Biography In Hindi बहुत अच्छी पसंद आया होगा। इस लेख के जरिये  हमने rajiv gandhi father और rajiv gandhi mother से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द । भारत माता की जय।

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फ़िरोज़ खान (अभिनेता) जीवनी - Feroz Khan (Actor) Biography In Hindi

Feroz Khan (Actor) Biography In Hindi – फ़िरोज़ खान (अभिनेता) जीवनी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे इस आर्टिकल में आपका स्वागत है , आज हम Feroz Khan (Actor) Biography In Hindi की जानकारी से वाकिफ करने जा रहे है , बॉलीवुड के एक बेहतरीन अभिनेता के जीवन की कहानी बताने वाले है। 

आज के हमारे आर्टिकल में आपको feroze khan father , feroz khan daughter और feroze khan wife age से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने जारहे है। उनका जन्म बंगलौर शहर में 25 सितंबर 1939 के दिन हुआ था , वह स्टाइलिश , एक्टर, प्रोड्यूसर,फैशन आइकन और हिंदी फिल्म डायरेक्टर feroz khan पठान एक बेहतरीन एक्टर थे।

उसके पिताजी पठानी एव माता ईरानी थी , उसका परिवार अफगानिस्तान से मुंबई आकर बसा हुआ था ,उनके के पांच भाई और एक बहन मिला के छ भाई बहन थे। उन्हें एक बेटा जिसका नाम fardeen khan है , और एक बेटी भी है। जिसका लैलाख़ान नाम है , उनका बेटा भी बहुत अच्छा अभिनेता है। तो चलिए उसकी बारे में सभी माहिती बताते है। 

Feroz Khan (Actor) Biography In Hindi –

पूरा नाम

फ़िरोज़ ख़ान पठान

निक नेम

लेडी किलर

जन्म

25 सितंबर, 1939

जन्म भूमि

बैंगलोर , कर्नाटक ,भारत 

मृत्यु

27 अप्रैल, 2009

पत्नी

Sundari Khan

 

बेटा

फ़रदीन ख़ान

बेटी

लैला ख़ान

पेशा

फिल्म डायरेक्टर ,अभिनेता

feroz khan height

1.83 मी

अवॉर्ड

फिल्मफेयर अवॉर्ड 

राष्ट्रीयता

भारतीय

फ़िरोज़ खान (अभिनेता) जीवनी –

उन्हों ने अपनी प्रायमरी शिक्षा बंगलुरु शहर के बिशप कॉटन के एक स्कूल से प्राप्त की थी। feroze khan पठान और विनोद खन्ना बहुत अच्छे दोस्त थे। सन 1980 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘शंकी शंम्भू’और ‘कुर्बानी’ में अभिनय के लिए साथ में नजर आये थे और फिल्म भी हिट रही थी। वह घोड़े सवारी के शौखिन थे। आज की पोस्ट में आपको हम Biography of feroz khan बताने वाले है।

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फिराज़ खान का जन्म और शिक्षा  

बंगलौर शहर में 25 सितंबर 1939 को जन्मे firoz khan की पढाई बिशप कॉटन के एक स्कूल से मिली थी और बचपन भी बंगलौर में ही व्यतीत हुआ था। वह पहले से एक्टर बन ने के सपने देखने लगे थे। अपने एक्टिंग के ख्वाब को पूरा करने के लिए वो मुंबई शहर में आए और अपनी एक्टिंग और स्टाइल से से पुरे बोलीवूड को मंत्र मुग्ध करदिया था।

फ़िरोज़ खान का परिवार – Feroz Khan Family

1965 की साल में फ़िरोज़ खान की शादी सुंदरी खान के साथ हुई थी। इनदोनो के दो बच्चे भी हे बेटे का नाम फरदीन खान और फिरोज खान की बेटी का नाम लैला खान है। सुंदरी के साथ बिस साल बाद 1985 में firoj khan ने तलाक ले लिया था। उनका बीटा फरदीन खान भी एक अच्छा हिंदी फिल्म एक्टर है। मा ईरानी और पिता पठानी थे उनके पांच भाई भी थे जो bolywood से जुड़े हुए है। समीर खान ,अकबर खान और संजय खान , संजय खान एक फ़िल्म निर्माण का काम करते है इसकी बेटी और feroz खान की भतीजी सुजान की शादी फ़िल्मकार राकेश रौशन के पुत्र ऋत्विक रोशन के साथ हु हे जो आज के हिंदी फिल्मो के सबसे बड़े एक्टर कहलाये जाते है।

फ़िरोज़ खान का फिल्मी सफर 

पढाई पूरी करके फ़िरोज़ खान अपने सपने साकार करने के लिए मुंबई शहर में आ गये थे। 1960 की साल में रिलीज़ हुई हिंदी फिल्म दीदी में अपना पहला किरदार निभाया था। इसके बाद उन्हों ने कई रोल किये चाहे वो अभिनेता का हो या विलन का सभी पात्रों में वह जान डाल देते थे।

कई फ़िल्मो को उन्हों ने निर्देशित भी की तक़रीबन पांच दशक के वक्त तक फ़िल्मी करियर में रहे firoz खान पठान ने अपनी सफर में 2007 में रिलीज़ हुई फिल्म “वेलकम” में वह एक नए अंदाज में दिखे जिससे लोग आरडीएक्स के नाम से भी जानने लगे थे। वेलकम फिल्म से उनको फ़िल्म फेयर का ख़िताब भी मिला है। ऊंचे लोग, अपराध , मैं वहीं हूं, उपासना, आग , मेला जैसी हिंदी फिल्मो से अपने नाम की पहचान को अमर करते गए।

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फ़िरोज़ खान की दोस्ती

विनोद खन्ना और फ़िरोज़ खान ऐसे अच्छे दोस्त थे की लोग दो जिस्म एक जान है कहते थे। ऐसा सिर्फ बोलना नहीं था लेकिन दोनों की मौत भी एक ही दिन हुई थी और मौत का कारण भी एक ही था कैंसर फ़िरोज़ खान की मौत 27 अप्रैल, 2009 के दिन  feroz khan age 69 साल की उम्र में कैंसर के कारन हुई थी।

उनके मित्र विनोद खन्ना की मौत भी उसी दी नौ साल के बाद 70 साल की उम्र में हुई थी। वे केवल दोस्त ही नहीं लेकिन पार्टनर भी थे अभिनय में अपने अनोखे अंदाज में अभिनय करने वाले दोनो की कई फिल्मे रिलीज़ हुई है। 1980 की फिल्म कुर्बानी इसमें नंबर 1 पर है। ‘शंकर शंभू’ और दयावान फिल्म उनकी दोस्ती की निशानी मणि जाती है।

फ़िरोज़ खान का शोख

अभिनेता फ़िरोज़ खान को घोड़े सवारी का बहुत शौख था इसलिए उन्हों ने अपने लिए कई घोड़े ख़रीदे थे और पालते थे। वह अपने मित्र विनोद खन्ना के जैसे ही घुड़ सवारी के शोखीन थे।उनकी कुछ तस्वीरों में घोड़े पे सवार हो के हाथ में बंदूक किये पोज़ दिए थे उन्ही तस्वीरों की वजह से ही उनको लोग ज्यादा चाहने लगे थे। उन्हों न अपने लिए कई मंहंगे घोड़े भी ख़रीदे थे। जो फिल्म कुर्बान के रिलीज़ के वक्त उन्हों ने कम करदिये थे।

फ़िरोज़ खान की फिल्मे

अभिनेता फ़िरोज़ खान ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्रीज bollywood को कई हिट फिल्मे देदी है। चाहे वह एक्टर की भूमिका हो या विलन की फ़िरोज़ खान ऐसा किरदार निभाते थे की लोग देखते ही रह जाते थे एक जबरदस्त स्टाइल और अपना बिंदास करेक्टर फिल्मो में नई जान डालदेते थे। feroz khan actor विलन का अभिनय किया और फिल्मो का निर्देशक भी किया था।

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फिरोज खान की फिल्म सूची –  (Firoz Khan Movie list)

  • 1956 – Ham Sab Chor Hain
  • 1957 – Zamana
  • Bade Sarkar
  • 1959 – DidiMadhu
  • 1960 – Ghar Ki Laaj
  • 1961 – Mr. India
  • 1962 – Private Detective
  • Tarzan Goes to India
  • Main Shaadi Karne Chala
  • 1963 – Bahurani
  • 1964 – Suhagan
  • Samson
  • Char
  • 1965 – Arzoo
  • Oonche Log
  • Teesra Kaun
  • Ek Sapera Ek Lootera
  • 1966 – Tasveer
  • Main Wohi Hoon
  • 1967 – Raat Aur Din
  • Aurat
  • Woh Koi Aur Hoga
  • Raat Andheri Thi
  • C.I.D. 909
  • Aag
  • 1968 – Nadir Shah
  • Aaja Sanam
  • Jahan Mile Dharti Akash
  • Anjaam
  • 1969 – Anjaan Hai Koi
  • Aadmi Aur Insaan
  • Pyasi Shaam
  • 1970 – Safar
  • 1971 – Ek Paheli
  • Upaasna
  • Mela
  • 1972 – Apradh Ram
  • 1973 – Kashmakash
  • 1974 – Kisan Aur Bhagwan
  • Bhagat Dhanna Jatt
  • Khote Sikkay
  • Geeta Mera Naam
  • Anjaan Raahein
  • International
  • 1975 – Dharmatma
  • Kaala Sona
  • Rani Aur Laal Pari
  • 1976 – Nagin
  • Shankar Shambhu
  • Sharafat
  • Kabeela
  • 1977 – Jadu Tona
  • Darinda
  • 1980 – Chunaoti
  • Qurbani
  • 1980 – Lahu Pukarega
  • 1981 – Khoon Aur Paani
  • 1982 – Kachche Heere
  • 1985 – Ram Tere Kitne Naam
  • 1986 – Janbaaz
  • 1987 – Raj Kapoor
  • 1988 – Dayavan
  • Do Waqt Ki Roti
  • Akarshan
  • 1991 – Meet Mere Mann Ka
  • 1992 – Yalgaar
  • 1998 – Prem Aggan
  • 2002 – Kuch Tum Kaho Kuch Hum Kahein
  • 2003 – Janasheen
  • 2005 – Chitappa
  • Ek Khiladi Ek Haseena
  • 2007 – Om Shanti Om
  • Welcome

फिरोज खान की हिट फिल्म‘क़ुर्बानी – Firoz Khan Movies

फ़िरोज़ खान के पुरे जीवन की सबसे हिट फिल्म जिसका नाम हे क़ुर्बानी जो 1980 में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म का प्रदर्शित का खर्च 2 करोड़ था इसके लिए उन्हें अपनी पसंदीदा रेस के घोड़े भी बेचने पड़ेथे। और अपने कुछ शोख भी काम करने पड़े थे। इस फिल्म ने रिलीज़ होते ही एक तहलका मचादिया था पुरे bollywood में इसी सफल रही थी।

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महाभारत के अर्जुन फिरोज खान – Feroz Khan Arjun

महाभारत की धारावाहिक सीरियल में अर्जुन का रोल निभाने वाले अभिनेता का नाम भी फ़िरोज़ खान है। लेकिन यह अलग कलाकार हे। उनका इससे कोई लेना नहीं है उसमे अपना rdx दादा नहीं हे। कहा जाता हे की उस समय 23000 कलाकारों की इंटरव्यू लिया था तब जेक वे फ़िरोज़ खान सिलेक्ट हुए थे वह रोल इतना पॉप्युलर हुआ की बाद में कलाकार ने अपना नाम बदल कर अर्जुन ही करदिया था।

फ़िरोज़ खान के भाई – Feroz Khan Brothers

बंगलुरु शहर में जन्मे फ़िरोज़ खान के कुछ भाई भी थे। जो bollywood में भी मशहूर थे और एक बहन भी थी जिसका नाम दिलशाद बीवी था। अकबर खान , संजय खान ,समीर खान और शाहरुख शाह अली खान।संजय खान ,अकबर खान और समीर भी हिंदी फिल्मो में डायरेक्टर और फिल्म निर्माण का कार्य करते रहे है।

फिरोज खान का बेटा – Feroz Khan Son

8 मार्च 1974 के दिन जन्मे फ़िरोज़ खान के बेटे अपने घर में ही फ़िल्मी माहौल प्राप्त हुआ था अपनी शिक्षा पूरी करके फरदीन खान ने फिल्मी जीवन का प्रारम्भ किया लेकिन फरदीन खान की शरुआत बहुत अच्छी नहीं रही।लेकिन बाद में वह अपने पिताजी के जैसे ही एन्ट्री मारने लगे और सफलता की सीढिया चढ़ाते गए। आजके दिन में फरदीन खान भी अच्छे एक्टर है जिहोने अपने पिताजी का नाम रोशन किया हुआ है no entry , कुछ तुम कहो कुछ हम कहे ,फ़िदा , प्रेम अगन जैसी कई फिल्मो में कामकिया है।

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फ़िरोज़ खान की मृत्यु – Feroz Khan Death

हिंदी फिल्म इंडस्ट्रीज़ के जाने मने कलाकार फिल्म एक्टर और विलन की भूनिका निभाने वाले actor feroz khan की मौत 27 अप्रैल 2009 के दिन बंगलौर अपने फार्म हाउस में फेफड़े के कैंसर की बीमारी से जूझते हुए हुई थी। ठीक आठ साल में बाद ही उनके परम मित्र विनोद खन्ना की मौत भी उसी दिन हुई थी। फ़िरोज़ ख़ान मृत्यु के समय आयु 69 वर्ष थी। 

bollywood के दो पॉपुलर अभिनेता फरोज़ खान और विनोद खन्ना की deth एनिवर्सरी 27 अप्रिल के दिन अति है इनकी दोस्ती के किस्से हिंदी फिल्म इंडस्ट्रीज़ में मशहूर थे। जब फ़िरोज़ खान की मौत हुई थी तब feroz khan age 69 साल के थे। हिंदी फिल्म जानबाज, दयावान और कुर्बानी जैसी हिट फ़िल्मों से फ़िरोज़ खान भारतीय फिल्म इंडस्ट्रीज़ में अमर हो गए। जो bollywood के पहले फेशन आइकॉन कहलाये।

Firoz Khan Life Style Video –

फ़िरोज़ खान के कुछ रोचक तथ्य – (Firoz Khan

Interesting Facts)

  • फिरोज खान को रात में देर तक पार्टियां करने का बहुत शौक था। उफिरोज खान की पार्टी में बॉलीवुड के सबसे बड़ेअभिनेता शामिल हुआ करते थे। उनके इस शौक से सभी लोग वाकिफ थे। ऐसी ही एक रात की पार्टी में फिरोज खान की भेट सुंदरी से हुई थी।
  • कुर्बानी फिल्म के पीछे कई सारे रोचक तथ्य है। जो हमें सोचने पर मजबूर कर देते है। इस फिल्म के सभी पात्रों कि मौते एक समान तारीख को हुई थी।
  • कुर्बानी फिल्म को फिरोज खान ने प्रोड्यूस और डायरेक्ट किया था। साथ ही इस फिल्म के लेखक भी फिरोज खान ही थे और इस फिल्म को FK international के बैनर तले बनाई गई थी।
  • फिरोज खान एक अभिनेता होने के साथ-साथ निर्माता और निर्देशक भी थे। फिरोज खान का परिवार अफगानिस्तान से भारत पहुंचा था। उनके पिता अफगानिस्तान के गजनी में रहते थे जबकि उनकी मां ईरानी थीं।
  • कुर्बानी फिल्म के मुख्य भूमिका में अमजद खान, फिरोज खान और विनोद खन्ना थे। और अभिनेत्री के तौर पर ज़ीनत अमान थी। उनके भाई अकबर खान , संजय खान ,समीर खान और शाहरुख शाह अली खान।संजय खान ,अकबर खान और समीर भी हिंदी फिल्मो में डायरेक्टर और फिल्म निर्माण का कार्य करते रहे है।

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फ़िरोज़ खान के कुछ प्रश्न –

1 .फ़िरोज़ खान का बेटा कौन है ?

फ़िरोज़ खान के बेटे का नाम फरदीन खान और वह भी बहुत अच्छे अभिनेता है। 

2 .क्या फिरोज खान जिंदा है ?

नहीं फ़िरोज़ खान की मौत 27 अप्रैल 2009 के दिन बंगलौर फार्म हाउस में हुई थी। 

3 .बूढ़े महाभारत में अर्जुन कौन था ?

फिरोज “अर्जुन” खान (जन्म 9 जनवरी 1964) एक भारतीय अभिनेता हैं। महाभारत चोपड़ा की महाकाव्य टेलीविजन सीरियल थी। 

4 .फिरोज खान कितना लंबा था ?

फ़िरोज़ खान ऊंचाई की जानकारी बताये तो 1.83 मी है। 

5 .क्या फिरोज खान शिया हैं ?

हां फ़िल्मी स्टार फिरोज खान भी एक शिया मुस्लिम हैं।

6 .क्या फिरोज खान पठान हैं ?

हां फ़िरोज़ खान एक पठान है। 

7 .फ़िरोज़ खान की मृत्यु किस उम्र में हुई ?

फ़िरोज़ ख़ान मृत्यु की मृत्यु 69 वर्ष की उम्र में हुई थी। 

8 .कौन हैं फरदीन खान पिता ?

फरदीन खान के पिता बॉलीवुड के स्टार अभिनेता फ़िरोज़ ख़ान पठान है 

9 .फरदीन का व्यवसाय क्या है ?

फरदीन खान एक सुपर स्टार अभिनेता है। 

10 .फरदीन खान कितने साल के हैं ?

वर्तमान समय 2021 की साल में फरदीन खान की उम्र 47 वर्ष है। 

Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Feroz Khan (Actor) Biography In Hindi पूरी तरह से समज आ गया होगा। इस लेख के जरिये  हमने feroze khan movies and tv shows से  सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

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