Kiran Bedi Biography In Hindi – किरण बेदी की जीवनी हिंदी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है आज हम Kiran bedi Biography In Hindi में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भारतीय राजनीतिज्ञ किरण बेदी की जीवनी हिंदी में बताने वाले है। 

वह वर्तमान में पुडुचेरी के केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल हैं , 2007 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) से सेवानिवृत्त होने के बाद किरण बेदी ने राजनीति में कदम रखा है। वह 1972 में IPS के अधिकारी रैंक में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला थीं। आईपीएस में अपने कार्यकाल के दौरान, किरण बेदी ने महानिदेशक के पद पर कार्य किया था। आज हम kiran bedi family में brij bedi और saina bedi कौंन है ? एव kiran bedi quotes की सभी रोचक बातो से सबको परहेज करवाने जारहे है।

पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो बेदी को एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी भूमिका के लिए भी जाना जाता है ,1994 में मैग्सेसे पुरस्कार के विजेता, किरण बेदी अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले नागरिक समाज के सक्रिय सदस्यों में से एक हैं, जिन्होंने एक मजबूत भ्रष्टाचार विरोधी कानून, जन लोकपाल विधेयक के अधिनियमित करने के लिए एक आंदोलन शुरू किया। किरण बेदी के पति बृज बेदी है। तो चलिए आपको उनसे रिलेटेड सभी बाते बताते है।  

Kiran Bedi Biography In Hindi –

 जन्म   9 जून 1949
 नाम   किरण बेदी
 मूल नाम   किरण पेशवारिया
 जन्म स्थान   अमृतसर
 पिता    प्रकाश पेशवारिया
 माता   प्रेम पेशवारिया
 पति का नाम   बृज बेदी वि. 1972-2016; मृत्यु तक
 बेटी का नाम   साइना बेदी जन्म नाम सुकृति
 राजनीतिक पार्टी :   भारतीय जनता पार्टी
 पद   पूर्व आईपीएस अफसर राज्यपाल पुदुच्चेरी समाजसेवी
 शिक्षा   बी.ए Honsइंग्लिश, 1968 एम. ए पोलिटिकल साइंस 1988 पीएचडी, 1993
 

किरण बेदी का जन्म – 

किरण बेदी का जन्म 9 जून, 1949 को अमृतसर, पंजाब में प्रकाश लाल पेशावरिया और प्रेम लता पेशावरिया के यहाँ हुआ था पिताप्रकाश लाल पेश्वारीयाउनके पिता प्रकाश लाल परेशावरिया एक कपड़ा व्यापारी के साथ-साथ एक टेनिस खिलाड़ी भी थे। माता प्रेम पेशवारिया था। बचपन से किरण की परवरिश हिन्दू और सिख परम्पराओं से हुयी थी। किरण बेदी के माता-पिता ने अपनी बच्ची की शिक्षा के लिए कई तरह के त्याग किये थे। 

उन्हें पुरुष प्रधान समाज में आगे बढने का पूरा मौका दिया था। बहुत कम उम्र से ही किरण को खेलों में रूचि हो गयी थी. उन्हें अपने पिता से टेनिस खेलने की प्रेरणा मिली थी, जो कि खुद एक टेनिस प्लेयर थे, और किरण ने जब टेनिस खेलना शुरू किया तब वो मात्र 9 वर्ष की थी। हालांकि उस समाय भारतीय समाज महिलाओं के लिए इतना जागरूक नहीं था। 

लेकिन बेदी शिक्षा और खेल दोनों में अपने समर्पण और मेहनत से आगे बढती रही, किरण बेदी ने अमृतसर के सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से पढाई की थी। बेदी जब स्कूल में थी तब उन्होंने नेशनल कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) जॉइन किया था और उस समय वो अन्य गतिविधियों में भी सक्रिय रहती थी।

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किरण बेदी की पढाई –

1968 में किरण ने अमृतसर गवर्नमेंट कॉलेज से इंग्लिश में स्नातक की डिग्री ली थी, जबकि 1970 में किरण बेदी ने पंजाब यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में मास्टर्स की डिग्री में टॉप किया था और उस पुरुष प्रधान समाज में इस बात को सिद्ध किया कि महिला कही से भी पुरुषों से कम नहीं हैं। किरण बेदी के शिक्षा के प्रति समर्पण ने उन्हें दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ में पढाई के लिए प्रेरित किया और 1988 में पुलिस में डायरेक्टर जनरल के पद पर रहते हुए। दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ में डिग्री की थी। 

1993 में बेदी ने सामाजिक विज्ञान (सोशल साइंस) में आईआईटी से पीएचडी की थी और अपनी थीसिस ड्रग एब्यूज एंड डोमेस्टिक वायलेंस पर लिखी थी। किरण बेदी ने युवावस्था से ही समाज के लिए कुछ करने का संकल्प ले रखा था और इसी दिशा में अपने सपने को पहचानते हुए उन्होंने 1972 में आइपीएस जॉइन किया, वो पहली महिला थी जिन्होंने आइपीएस में अपनी सेवाएँ दी थी और उनके कारण ही देश की महिलाओं में बदलाव की उम्मीद की किरण जगी थी। 

Kiran Bedi कैसे बनी टेनिस प्लेयर –

9 साल की उम्र में किरण बेदी ने अपने पिता से प्रेरित होकर टेनिस खेलना शुरु कर दिया था। साल 1964 में किरण बेदी ने टेनिस प्लेयर के तौर पर करियर की शुरुआत भी कर दी थी। साल 1966 में किरण बेदी ने जूनियर नेशनल लॉन टेनिस चैम्पियनशिप जीता था। साल 1968 में उन्होंने ऑल इंडिया इंटरवेर्सिटी टेनिस टाइटल भी जीता। उन्हें टेनिस प्लेयर के रूप में सफलता मिल रही थी लेकिन वे कई सीनियर सिविल सर्वेंट से प्रभावित होकर पब्लिक सर्विस करना चाहती थीं।

फिर उन्होंने अपने करियर को प्राथमिकता सिविल सर्विस को दी और जुलाई, 1972 को किरण बेदी ने मसूरी के नेशनल अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन से पुलिस प्रशिक्षण शुरु किया। उनके बैच में वे अकेली महिाल थीं जो बाद में भारत की पहली महिला IPS ऑफिसर बनीं। उन्होंने 6 महीने का फाउंडेशन कोर्स किया और प्रशिक्षण माउंट आबू में दिया था, फिर इन्हें ट्रेनिंग के लिए पंजाब पुलिस भेजा गया।

किरण बेदी का विवाह –

Kiran Bedi – ने 9 मार्च, 1972 में टेनिस प्लेयर बृज बेदी के साथ शादी कर ली थी। किरण बेदी की अपने लाइफ पार्टनर से मुलाकात टेनिस कोर्ट पर ही हुई थी। उस दौरान दोनों की टेनिस प्रैक्टिस करने के दौरान दोस्ती हुई और फिर इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद 1975 में उन्हें सायना नाम की बेटी हुई। हालांकि, साल 2016 में कैंसर की वजह से उनकी पति की मृत्यु हो गई।

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Kiran Bedi का करियर –

एक प्रोफेसर के तौर पर अपनी करियर की शुरुआत करने वाली किरण बेदी ने 1972 में इंडियन पुलिस सर्विसेज (IPS) में देश की पहली महिला आईपीएस बनकर इतिहास रचा। IPS में सेलेक्शन के बाद किरण बेदी ने कई महीनों तक राजस्थान के माउंट आबू में ट्रेनिंग ली थी। अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम- संघ शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर में वो 80 पुरुषों के बीच इकलौती महिला थीं।

यह एक गौरवमयी क्षण था। साल 1975 में किरण बेदी की पहली पोस्टिंग नई दिल्ली में चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन में उप-मंडल पुलिस अधिकारी के तौर पर हुई और इस साल स्वतंत्रता दिवस की परेड में उन्होंने पुरुषों का प्रतिनिधित्व किया था।साल 1979 में किरण बेदी को पश्चिमी दिल्ली में डीसीपी के रुप में पोस्टिंग मिली। यहां पर क्राइम कंट्रोलिंग के लिए पर्याप्त ऑफिसर नहीं होने पर उन्होंने ग्रामीणों को स्वंयसेवी बना दिया था

पुलिस पेट्रोलिंग के साथ उनकी मदद्द के लिए काफी पुलिस फोर्स भी तैनात की थी। साल 1981 में किरण बेदी ने दिल्ली में ट्रैफिक डीसीपी का पद संभाला। इस दौरान उन्होंने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए कई काम किए एवं अवैध पार्किंग के खिलाफ कानून बनाए। वहीं क्रेन की शुरुआत करने का क्रेडिट भी किरण बेदी को ही जाता है। इसी वजह से लोग उन्हें उस दौरान ”क्रेन बेदी” भी कहते थे।

साल 1983 में किरण बेदी का ट्रांसफर गोवा में ट्रैफिक एसपी के रुप में कर दिया गया था। उन्होंने अपने इस ट्रांसफर के पीछे देश की पहली प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, आर. के.धवन समेत कुछ उच्च अधिकारियों को बताया था।

  • 1984 में किरण बेदी नई दिल्ली में रेलवे सुरक्षा बल में उप कमांडेंट के रुप में नियुक्त हुईं। इसी साल उन्होंने औद्योगिक विकास विभाग में उप निदेशक के तौर पर काम किया था।
  • 1985 में किरण बेदी ने नई दिल्ली में पुलिस मुख्यालय का कार्यभार बखूबी संभाला।
  • 1986 में किरण बेदी ने उत्तरी दिल्ली में डीसीपी के तौर पर अपनी सेवाएं दीं।
  • 1988 में किरण बेदी ने दिल्ली में उप निदेशक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) में काम किया।
  • 1990 में किरण बेदी ने मिजोरम में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (रेंज) के तौर पर अपनी सेवाएं प्रदान कीं।
  • 1993 में दिल्ली की आईजी बनीं।
  • इसके बाद लगातार वे कई पदों पर तैनात रहीं और उनकी आखिरी पोस्टिंग साल 2005 में डायरेक्टर जनरल ऑफ़ इंडिया ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट में हुईं।
  • साल 2007 में किरण बेदी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया।

किरण बेदी का राजनैतिक करियर –

किरण बेदी ने 2015 में भारतीय जनता पार्टी जॉइन की थी और तुरंत ही उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट मिल गया। हालांकि कृष्णा नगर निर्वाचन क्षेत्र में वो ये चुनाव आप प्रतिनिधि एस. के. बग्गा से मात्र 2277 वोट से हार गयी, लेकिन इसके बाद भी उनका राजनैतिक कैरियर रुका नहीं बल्कि आगे बढने लगा. 2016 में 22 मई के दिन किरण बेदी को पुंडूचेरी में लेफ्टिनेंट गवर्नर के पद पर नियुक्ति मिली थी। 

Kiran Bedi के सामाजिक कायो –

1986 में जब वो डीसीपी के तौर पर नार्थ डिस्ट्रिक्ट ऑफ़ दिल्ली में तैनात थी, तो उन्होंने ड्रग्स पर काबू करने के लिए बहुत से डेटोक्स सेंटर शुरू किये. इससे पहले कि उनकी किसी और पोस्ट पर ट्रांसफर होती उन्होंने 17 अन्य पुलिस अधिकारीयों के साथ मिलकर नवज्योति पुलिस फाउंडेशन (एनआईएफ) की स्थापना की थी। संस्था को ड्रग एडिक्ट को एडिक्शन छुडवाने और उनके रिहेबिलीशन के उद्देश्य से शुरु किया गया था। 

लेकिन अब इसका कार्य महिला सशक्तिकरण के अतिरिक्त और कई आयाम तक पहुँच चूका हैं ,दिल्ली की जेल में इंस्पेक्टर जनरल पद पर बेदी को 1993 में नियुक्त किया गया, उन्होंने तिहाड़ जेल की तरह कैदियों के लिए कई तरह के सुधार कार्य शुरू किये जिनमें डिटोक्सीफिकेशन प्रोग्राम, आर्ट ऑफ़ लिविंग फाउंडेशन परिजन कोर्स, योग, विपसना मेडिटेशन, कैदियों कि शिकायत के शिक्षा संबंधित कार्यक्रम मुख्य थे। 

1994 में बेदी ने इंडिया विजन फाउंडेशन को भी सेट किया था, जिसमे पुलिस सुधार, कैदियों की स्थिति सुधार कार्य, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण एवं कम्युनिटी विकास के कार्य किये थे। इस तरह अभी किरण बेदी के दो एनजीओ चल रहे हैं जिनके नाम नवज्योति और इंडिया विज़न फाउंडेशन हैं, इन एनजीओ का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कैदियों समेत सभी के शिक्षा और अन्य स्किल का विकास करना हैं। 

इसके अलावा किरण बेदी “इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी)” की सदस्य भी थी जिसमें उनके साथ अन्ना हजारे और अरविन्द केजरीवाल भी शामिल थे। 

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विवाद – Kiran Bedi

1983 में जब किरण बेदी गोवा की एसपी थी तब उन्होने अनौपचारिक तौर पर “जौरी ब्रिज का आम-जनता के लिए उद्घाटन करके विवाद को आमन्त्रण दिया था। किरण तब भी विवादों में उलझी थी जब उन्होंने अपनी बेटी सायना की देखभाल के लिए छुट्टी का आवेदन दिया था, हालांकि उनहोंने आईजीपी द्वारा छुट्टी को रिकमंड करवाया था। 

गोवा सरकार ने इसको आधिकारिक अनुमति नहीं दी थी, प्रतापसिंह राने जो कि उस समय गोवा के मुख्यमंत्री थे उन्होंने भी किरण को बिना अवकाश दिए छुट्टी पर होने की घोषणा की थी। बेदी की तब भी आलोचना हुयी थी जब उन्होंने दिल्ली में लाल किले पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज का आदेश दिया था। 

1988 में किरण ने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील राजेश अग्निहोत्री को हाथ बांधकर कोर्ट में पेश किया था, जिसके कारण किरण को वकीलों के आक्रोश का सामना करना पड़ा था। 1992 में किरण फिर से विवादों में उलझ गयी जब उनकी बेटी ने मिजोरम का निवासी बताते हुए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में आवेदन किया था। 

मिजोरम के छात्रों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया और ये दावा किया कि वो मिजोरम के नहीं हैं, बाद में इस कारण से बेदी को मिज़ोरम छोड़ना पड़ा था। किरण बेदी ने तिहाड़ में इंस्पेक्टर के कार्यकाल के दौरान प्रबंधन में बहुत से परिवर्तन किये थे फिर भी बेदी जब तिहाड़ जेल में इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर कार्य कर रही थी। 

तब उन पर अपने सम्मान को बढाने और यश प्राप्ति के लिए कैदियों की सुरक्षा को नजरंदाज करने का आरोप लगा था और काफी आलोचना की गयी थी। 1993 में सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया ने बेदी को एक अंडर-ट्रायल कैदी की मेडिकल स्थिति को नजरंदाज करने के लिए अल्टीमेटम दिया था। 

1994 में दिल्ली सरकार से बेदी को तब समस्या हुयी थी जब उन्हें यूएस प्रेसीडेंट बिल क्लिंटन द्वारा वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन दिल्ली सरकार ने इस आमन्त्रण को स्वीकार नहीं किया था। वर्ष 1995 में उन्हें फिर से आमन्त्रण मिला और सरकार ने फिर से मना कर दिया, जिसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स में न्यूज लेटर पब्लिश किया और ये बताया कि उनके कुछ उच्च अधिकारी उनसे जलते हैं। 

किरण की इस बात पर भी आलोचना की गयी थी कि उन्होंने भयानक अपराधी चार्ल्स सोभराज को तिहाड़ जेल में टाईपराईटर उपलब्ध करवाया था जोकि जेल के नियमों के अनुसार ये प्रतिबंधित था, 26 नवम्बर 2011 को उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच में एक केस दर्ज किया गया जिसमें उन पर उनके एनजीओ के फंड के दुरूपयोग का आरोप लगाया गया. ये केस दिल्ली के ही एक वकील देविंदर सिंह चौहान के द्वारा लगाया गया था। 

किरण बेदी की लिखी गयी किताबे –

किरण बेदी ने आईपीएस, राजनेता और समाजसेवा के तौर पर ही खुद को साबित नहीं किया, बल्कि उनके अंदर लेखक के भी गुण है। उन्होंने आई डेयर (I Dare), क्रिएटिंग लीडरशिप, इट्स ऑलवेज पॉसिबल, जैसी कई किताबें लिखी हैं। इसके अलावा वे मलेशिया में लीडरशिप ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट आइक्लिफ (Iclif) में विजिटिंग फैकल्टी भी हैं।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में किरण बेदी –

दिल्लीवासियों के बीच किरण बेदी की लोकप्रियता और दिल्ली के ‘सुपर कॉप’ के रूप में उनके पिछले रिकॉर्ड को भुनाने के लिए, भाजपा ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया। उन्हें कृष्णा नगर निर्वाचन क्षेत्र से चुना गया था।  दिल्ली में मतदान 7 फरवरी को हुआ था और तीन दिन बाद परिणाम घोषित किए गए थे. इस चुनाव के नतीजे त्रिशंकु थे, किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। 

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई. यह साथ ज्यादा समय नहीं चला कुछ समय बाद ही सरकार गिर गई. जिसके बाद फिर एक बार विधानसभा चुनाव हुए। चुनावों के नतीजे में आम आदमी पार्टी (आप) को स्पष्ट बहुमत मिला. 70 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी ने 67 सीट जीती. इस चुनाव में किरण बेदी हार गई थी। 

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Kiran Bedi को मिले पुरस्कार –

  • 1968 में उनको एनसीसी कैडेट अधिकारी पुरस्कार से नवाजा गया।
  • 1972 में किरण बेदी को देश की पहली महिला IPS ऑफिसर बनने का गौरव हासिल हुआ।
  • 1976 मे उनको नेशनल वुमन लॉन टेनिस चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया।
  • 1979 में किरण बेदी ने अकाली-निरंकारी संघर्ष के दौरान हिंसा को रोकने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई थी, इसके लिए उन्हें राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • 1980 में किरण बेदी को वुमन ऑफ द ईयर पुरस्कार से नवाजा गया।
  • 1992 में उनको इंटरनेशनल वुमन अवॉर्ड से नवाजा गया था।
  • 1994 में किरण बेदी को उत्कृष्ट सरकारी सेवा के लिए रामन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • 1995 में उनको समुदाय सेवा के लिए लायंस क्लब द्वारा लायंस ऑफ़ द ईयर पुरस्कार दिया गया।
  • 2004 में किरण बेदी को बेहतरीन सेवा के लिए यूनाइटेड नेशन मैडल से पुरस्कृत किया गया।
  • 2005 में उनको जेल और दंड प्रणाली में सुधार एवं सामाजिक न्याय के लिए अखिल भारतीय ईसाई परिषद द्वारा ‘‘मदर टेरेसा मेमोरियल राष्ट्रीय पुरस्कार” से नवाजा गया।
  • 2006 में किरण बेदी को द वीक द्वारा देश की सबसे अधिक प्रशंसित महिला के रुप में नवाजा गया।
  • 2009 में उनको आज तक टीवी चैनल द्दारा महिला उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया।
  • 2013 में किरण बेदी को राय यूनिवर्सिटी द्धारा ऑनरी डिग्री ऑफ डॉक्टर ऑफ पब्लिक सर्विस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • 2014 में उन्होंने सामाजिक प्रभाव डालने के लिए “लो ओरियल पेरिस फेमिना महिला पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। 

Kiran Bedi Life Style Video –

Kiran Bedi Facts –

  • किरण बेदी का जीवन पूरे भारतीय समाज के लिए गौरव का विषय हैं।
  • उनका काम के प्रति समर्पण, निडरता और समाज हित में किये गये कार्य समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणादायी हैं।
  • किरण बेदी के ऊपर एक फिल्म भी फिल्माया गया है।
  • 15 जनवरी, 2015 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं  .
  • 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। 

Kiran Bedi Questions –

1 .किरण बेदी का असली नाम क्या है ?

किरण बेदी का जन्म 9 जून, 1949 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। 

2 .किरण बेदी के कितने बच्चे हैं ?

साइना बेदी किरण बेदी की बेटी है। 

3 .किरण बेदी का जन्म कहां हुआ था ?

 9 जून, 1949 को पंजाब के अमृतसर में किरण बेदी का जन्म हुआ था। 

4 .किरण बेदी का जन्म कब हुआ था ?

 9 जून, 1949 को पंजाब में किरण बेदी का जन्म हुआ था। 

5 .किरण बेदी आईपीएस कब बनी थी ?

1972 में पुलिस सर्विस(आईपीएस) बनी थी। 

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निष्कर्ष – 

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Kiran bedi Biography In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आ गया होगा। इस लेख के जरिये  हमने kiran bedi age और kiran bedi net worth से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

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