Biography of Rashmika Mandana - रश्मिका मंदना की जीवनी

Rashmika Mandana Biography In Hindi – रश्मिका मंदना की जीवनी

नमस्कार दोस्तों आज के हमारे आर्टिकल में आपका स्वागत है , हम आज rashmika mandanna biography की जानकारी देने वाले है। फिल्मो एक बेहतरीन फिल्म एक्ट्रेस के जीवन की कहानी बताने वाले है।

आज rashmika mandanna marriage कब होने वाली है ? rashmika mandanna net worth क्या है ? उसकी माता shiman mandanna को वह कितना चाहती है जसे कई सवालों के जवाब इस आर्टिकल के द्धारा सब को हम देने वाले है , 05 अप्रैल 1996 के दिन कर्नाटका के कोडागु गांव के एक छोटी सी फेमिली में जन्मी रश्मिका मंदना एक मोडल और साऊथ भारत की फिल्म अभिनेत्री है। उनकी फिल्मे मुख्य फिल्मे तेलुगु और कन्नड़ भाषा में निर्माण होती है।वह बहुत ही खूबसूरत फिल्म अभिनेत्री हे

जिन्हो ने अपने शुरुआती फिल्मो में ही अपनी एक्टिंग का परचा दे के फ़िल्मी दर्शको को अपने फेन बना लिए है। वह ऐसी फिल्म अभिनेत्री है जिनकी सारी फिल्मे हिट साबित हुई है। रश्मिका मंदना को सिर्फ साउथ भारत में ही नहीं लेकिन साउथ के साथ साथ नॉर्थ भारत में भी बहुत पसंद करते है। नई अभिनेत्री ने बहुत ही काम वक्त मे अपना नाम बहुत बड़ा करलिया हो ऐसा किस्सा रश्मिका मंदना में देखने को मिलती है।  आजकी पोस्ट में हम आपको रश्मिका मंदना की जीवनी और rashmika mandanna husband की जानकारी बताने वाले है।

नाम रश्मिका मदन मंदना
जन्म 5 अप्रिल 1996
जन्म स्थल विराजपेट ,कोडागु ,कर्नाटक ,भारत
उम्र 24 वर्ष
ऊंचाई 1.68 m
पिता मदन मंदना
माता सुमन मंदना
शोक ट्रेवलिंग ,गेमिंग
पेशा भारतीय अभिनेत्री ,मोडल
राष्ट्रीयता भारत

Rashmika Mandana Biography In Hindi –

अभिनेत्री रस्मिका मंदना instagram भी यूज़ करती नजर आती है। उसके अकाउंट में कई लाखो लोको ने उसको पसंद और फोलोव कर रखा है और उसकी वजह सिर्फ और सिर्फ उसका बेहतरीन अभिनय को ही माना जाता है।अगर उन्हों ने कोई भी फिल्म में अपना अभिनय किरदार निभा दिया तो समज  लेना वह फिल्म हिट ही हो गई। जैसे की कोई पारसमणि अगर लोहे को स्पर्श करे और सोना बना दे वैसे ही रस्मिका मंदना भी अपनी अभिनय की हुई फिल्म को सोना साबित करने में माहिर मानी जाती है।

इसे भी पढ़े :- प्रभास की जीवनी

Rashmika Mandanna Family –

उनके पति के बारे में बताया जाये तो उनकी शादी नहीं हुई है। रश्मिका मंदना के फेमिली के बारे में देखा जाये तो एक नन्हा सा परिवार है उनके पिताजी का नाम मदन मंदना है और rashmika mandanna mother नाम सुमन मंदना है। उनके परिवार में उनकी एक बहन भी है उसका नाम सीमन मंदना है। rashmika mandanna height 1.68 m है। rashmika mandanna date of birth 5 April 1996 है और उनका परिवार हिन्दू धर्म का पालन करता है। रश्मिका मंदना अपनी फेमिली को बहुत प्यार करते है। rashmika mandanna age 24 Years है।

Rashmika Mandina Education –

अगर हम कई अभिनेत्री और अभिनेता को देखते है की उनकी पढाई कम ही मिलती है और उनका ध्यान भी पढाई में नहीं लगता होता है और उनका लक्ष सिर्फ और सिर्फ अभिनय में ही होता है। लेकिन रश्मिका मंदना के जीवन में ऐसा नहीं है रश्मिका को पढाई मि बहुत ही रूचि दिखाई देती है। रश्मिका मंदना की पढाई की बात कि जायेतो उस अभिनेत्री को पढाई का बहुत ही शोख था।

रश्मिका मंदना ने अपनी प्रायमरी शिक्षा की पढाई कुर्ग पब्लिक स्कूल से पूर्ण करके पढ़ने के साथ बाल्य काल से ही उन्हों ने अभिनय की ट्रेनिंग लेना शुरू करदिया था। क्योकि रश्मिका मंदना को अभिनेत्री बनने के ख्वाब पहले से थे। रश्मिका मंदना ने अपना कॉलेज काल रमैया कालेज से,पत्रकारिता मनोविज्ञान और अंग्रेजी में स्नातक की पदवी प्राप्त की हुई है।

Rashmika Mandana Film Journey –

अभिनेत्री rashmika mandanna birthday 5 अप्रैल है। उन्हों ने बहुत ही कम समय में फिल्म रसिको से ज्यादा प्यार बटोरने की क्षमता रखने वाली फिल्म अभिनेत्री है। रश्मिका मंदना के instagram पर लाखो फेन्स और फ़ॉलोवियर है।साउथ फिल्म अभिनेत्री रश्मिका मंदाना ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 2012 में मॉडलिंग से की थी। उसके लिए रश्मिका मंदना को क्वीन एंड क्लियर फ्रेस और इण्डिया का अवार्ड मिला था।

Kirik Party फिल्म से अपनी फ़िल्मी सफर शुरू करके सभी के सभी फिल्मे हिट रही है। एव क्लियर फ्रेस कंपनी की ब्रांड सिम्बोल बनी थी। 2013 की साल में एक टीवी सीरियल से जरिये टॉप मॉडल हंट का अवार्ड भी हासिल किया था। अभिनेत्री रश्मिका मंदाना ने फिल्म में अभिनय की शुरुआत एक कन्नड़ फिल्म किरिक पार्टी से किया था । रसमिका मंदाना को कर्नाटका में उसके दूसरे नाम कर्नाटक क्रस कहा जाता है।

रश्मिका मंदाना वर्तमान समय में एक सफल अभिनेत्री की सभी फिल्मे हिट ही रहती है।रश्मिका मंदाना की फिल्मे थोड़े ही वक्त में बहुत ही हिट होके करोडो रुपये की कमाई कराने वाली साबित हुइ है।अभिनेत्री साउथ भारत की सबसे खूब सूरत अभिनेत्रियों में से एक है।

रश्मिका मंदाना बहुत ही फेमस अभिनेत्री है। उसको फिल्म रसीक लोग बहुत पसंद करते है।rashmika mandanna movie गीता गोविन्दनं है इस फिल्म ने उसको इस फिल्म ने सबसे ज्यादा पैसे कमा के दिए है। उस फिल्म ने मोस्ट डिस्क्रिाब वीमेन ऑफ़ 2017 का ख़िताब अपने नाम करलिया था।

इसे भी पढ़े :- तापसी पन्नू की जीवनी

Rashmika Mandana Movies List –

रश्मिका मंदाना ने व्यावसायिक रूप जो जो फिल्मे में अभिनय किया वह फिल्म सफल ही रही रहे। जैसे की फिल्म किरिक पार्टी जो 2016 की साल मे रिलीज़ हु थी। इसके बाद तो उन्हों ने कई हिट फिल्मो की लाइन सी लगाडी है।अंजनी पुत्रा , चमक, और गीता गोविंदम जय सी फिल्मो ने उन्हें सफलता की सीढिया खुद-ब खुद चढ़ते ही गये है।रस्मिक मंदना ने इतनी सुपर हिट फिल्मो साइन करदी की साउथ की सबसे महंगी अभिनेत्री के रूप उभर आई है। आज हम आपको rashmika mandanna film list  बताने जा रहे है।

  • Kirik Party
  • Anjani Putra
  • Chamak
  • Chali
  • Geetha Govindam
  • Deva Daasu
  • Yajamana
  • Geetha Chalo
  • Dear Comrade
  • Sarileru
  • Neekevvaru
  • Bheeshma
  • Pogaru
  • Pushpa

Rashmika Mandanna Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/RashmikaMandanna/

Email Id – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Official Website – Not Available

Twitter –  https://twitter.com/iamrashmika?lang=hi

Rashmika Mandanna Instagram –

इसे भी पढ़े :-राम चरण की जीवनी

Rashmika Mandanna Life Style Video –

5 Interesting Facts of Rashmika Mandana –

  • उसकी ऊंचाई 1.68 m एव जन्म दिन 5 April 1996 है , उनका परिवार हिन्दू धर्म का पालन करता है।
  • उनकी फिल्म गीता गोविन्दनं है इस फिल्म ने उसको इस फिल्म ने सबसे ज्यादा पैसे कमा के दिए है। उस फिल्म ने मोस्ट डिस्क्रिाब वीमेन ऑफ़ 2017 का ख़िताब अपने नाम करलिया था।
  • उन्होंने अपनी प्रायमरी शिक्षा की पढाई कुर्ग पब्लिक स्कूल से पूर्ण करके पढ़ने के साथ बाल्य काल से ही उन्हों ने अभिनय की ट्रेनिंग लेना शुरू करदिया था।
  • वह व्यावसायिक रूप जो जो फिल्मे में अभिनय किया वह फिल्म सफल ही रही रहे। जैसे की फिल्म किरिक पार्टी जो 2016 की साल मे रिलीज़ हु थी
  • एव क्लियर फ्रेस कंपनी की ब्रांड सिम्बोल बनी थी। उसको 2013 की साल में एक टीवी सीरियल से जरिये टॉप मॉडल हंट का अवार्ड भी हासिल किया था।

Rashmika Mandana Questions –

1 .रश्मिका मंदाना की उम्र कितनी है?

उनकी उम्र वर्तमान समय में 24 वर्ष है।

2 .रश्मिका मंदाना कौन है?

05 अप्रैल 1996 के दिन जन्मी रश्मिका मंदना एक मोडल और साऊथ भारत की फिल्म अभिनेत्री है। उनके करियर की मुख्य फिल्मे तेलुगु और कन्नड़ भाषा में निर्माण हुई है।

3 .रश्मिका मंदाना कौन है और आजकल सुर्खियों में क्यों है?

वह भारत की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री है जो मुख्यत तेलगु ओर कन्नड़ फिल्मो में कार्य करती है इन्हें भारत मे कर्नाटक क्रश के नाम से जाना जाता है

4 .रश्मिका मंदाना एक फिल्म के लिए कितना चार्ज करती हैं?

जुड़वां फिल्म की सफलता के थोड़े वक्त के बाद उन्होंने प्रति फिल्म 50 लाख रुपये चार्ज करना शुरू कर दिया था । कर्णटक क्रश रश्मिका मंदाना ने पूरे दक्षिण भारत में लोकप्रियता अर्जित की हुई है। और उन्हें फिल्म शूटिंग के लिए बहुत फिल्मे मिलती है।

5 .क्या रश्मिका मंदाना की शादी हो रही है?

नही रश्मिका मंदाना की शादी नहीं हो रही है

6 .रश्मिका मंदाना का जन्म कब हुआ था?

रश्मिका मंडन का जन्म 5 April 1996 दिन एक हिन्दू धर्म के परिवार में हुआ था।

7 .रश्मिका मंडन क्यों प्रसिद्ध है?

वह अपनी बेहतरीन अभिनय अदाकारी से बहुत ही प्रसिद्ध हुई है।

8 .रश्मिका मंदाना पति कौन है?

उनका पति कोई नहीं है उन्होंने शादी की हुई है।

9 .रश्मिका मंदाना की सैलरी क्या है?

वह अपने अभिनय के लिए तक़रीबन 2 करोड़ रुपये करती हैं।

10 .रश्मिका मंदाना मातृभाषा क्या है?

उनकी मातृभाषा कन्नड़ है।

इसे भी पढ़े :- कीर्ति सुरेश की जीवनी

Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल rashmika mandanna biography बहुत पसंद आया होगा। इस लेख के जरिये  हमने rashmika mandanna tattoo से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

Read More >>

Biography oF Rajendra Chola In Hindi - राजेंद्र चोलन 1 की जीवनी

Rajendra Chola Biography In Hindi – राजेंद्र चोलन 1 की जीवनी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है आज हम rajendra chola biography में भारतीय इतिहास के एक महान महाराजा जिन्हों ने अपनी काबिलियत और वीरता से अपना राज्य का पालन पोषण किया था।

आज एक rajendra 1 के बारे में आज हम आपको बताने वाले है जिसका नाम है चौल वंश [chola dynasty ]और उस वंश पे जन्मे राजेंद्र चौल प्रथम [ rajendra chola 1] की कहानी से आपको ज्ञात करने वाले है। चोल साम्राज्य के महाराजा राजेंद्र प्रथम [1012 ई – 1044 ई ] अपने राज्य वंश में सबसे वीर एव प्रतापी राजा थे। आज हम how did rajendra chola died ? , brahmadesam rajendra chola temple  कब निर्माण हुआ ? और rajendra chola real name क्या है ? सब का जवाब इस पोस्ट में मिलेंगे।

उन्होंने अपने शासन काल में युद्ध में विजय होके अपना साम्राज्य बहुत बड़ा कर लिया था , दक्षिण भारत में अपना शक्तिशाली rajendra chola empire के रूप में स्थापित किया था। राजेन्द्र प्रथम को गंगई कोंड के उपनाम से भी जाने जाते थे। उन्हों ने राज्य में चोल गंगम chola lake के नाम का एक बहुत बड़ा सरोवर बनवाया था और एक नगर का भी निर्माण करवाया था जिसका नाम gangaikonda cholan चोलपुरम रखा था।

Rajendra Chola Biography In Hindi –

नाम राजेंद्र चौल प्रथम – Rajendra Chola 1
पिता राजराजा चोल
शासन काल 1014–1044 CE
पूर्ववर्ती राजराजा चोल
उत्तरवर्ती राजाधिराज चोल प्रथम
राजेंद्र चौल प्रथम की पत्नीया त्रिभुवना महादेवीयार,पाँचवाँ महादेवीयार ,विरमा देवी
राजेंद्र चौल प्रथम के बेटे राजाधिराज चौला 1 , राजेंद्र चौला 2 , वीरराजेन्द्र चोला , अरुलमोलिना गायर ,अममांगदेव
वंश चोल राजवंश
धर्म हिन्दू, शैव
राजेंद्र चौल प्रथम का अवसान 1044 CE

राजेंद्र चोलन 1 की जीवनी

जब भारत देश पर राजाओ की शासनप्रणाली और बॄहद भारत नन्हे-नन्हे राज्यों और प्रांतो में विभाजित था तब मातृ भूमि के लिए अनेक विविध राजाओंने अपनी देश भक्ति का परिचय देते हुए अपनी सैन्य और खुद भी वीर गति को प्राप्त हुए थे। इस राजाओ के कई वंशो में कुछ वंश तो ऐसे है जिन्हो ने अपनी पेढ़ी दर पेढ़ी मातृ भमि के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं की लेकिन सिर्फ और सिर्फ अपने मुल्क की स्वतंत्रा को ही चाहा है।

इसे भी पढ़े :- रश्मिका मंदना की जीवनी

चौल वंश – ( Chaul Dynasty )

चोल [chola] वंश प्राचीन भारत का राजवंश था जिन्हे तमिल से जोड़ा जाता है। साउथ भारत और उसके आस पास के कई देशों में तमिल चोल वंश के शासकों ने 9 वीं दशक में से 13 वीं शताब्दी  के वक्त तक एक बहुत बड़ा और अत्यंत शक्तिशाली हिन्दू राष्ट्र  का निर्माण किया था।

चोल  शब्द का अर्थ विभिन्न रूपों से किया जाता है । कर्नल जेरिनो व्यक्ति ने चोल शब्द का संस्कृत अर्थ काल और कोल बताया है। उस का सीधा संबद्ध भारत के कृष्णवर्ण और आरयो के सूचक माना जाता है। चौल राजवंश संगमयुगीन मणिमेक्लै को सूर्यवंशी कहा है। rajendra chola 1 अनेक विविध अनेक प्रचलित नामों से जाना जाता है। िव्स नाम से ही उनकी उद्भूत सिद्ध का अनुमान लगाया जाता है।

12वीं सताब्दी  के अनेक राजा अपने को उद्भत कश्यप गोत्र से बताते है। चोल राज वंश का उल्लेख अत्यंत प्राचीन समय से ही मिलाना शुरू था। ऋषि ने अपने पुस्तकों में कात्यायन चोडों का उल्लेख मिलता है। सम्राट अशोक के स्तंभ लेख में भी चौल वंश का उल्लेख प्राप्त चोलवंश में अनेक राजा महाराजाओ ने जन्म लेकर के उनकी परंपरा को आगे बढ़ाने का चालू रखा है।

राजेंद्र चोल प्रथम की सिंहल की विजय – ( Sinhala victory )

rajendra cholan ने अपने शासन काल में सिंहल पर आक्रमण करके उस राज्य को अपने राज्य में जोड़ लिया था। मगर सम्पूर्ण प्रदेश नहीं जित पाए थे। अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए Rajendra Chola 1 ने सिंहल के बाकि रहे हिस्से पर फिर से आक्रमण कर दिया और सिहल के राजा को करारी हार देदी और उनको बंदी बना के अपने राज्य में भेज दिया था raja raja cholan wiki की पूरी जानकारी मिलती है। सिंहल राज्य के राजा महिन्द पंचम को अपने राज्य में कैद करने के बाद 12 साल तक जीवित रहे थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई थी।

प्राचीन काल के कुछ ताम्रा पात्रो पर लिखे के मुताबिक राजेंद्र प्रथम ने लंका के राजा की रानी ,पुत्री ,वाहन और मुकुट पर अपना अधिकार जमाया था। लंका की सम्पूर्ण सम्पति पर Rajendra Chola 1 का ही शासन चलता था। उन्हों ने पूर्ण लंका पर विजय प्राप्त करके लंका के बौद्ध विहार को समाप्त किया था और पूर्ण राज कोष अपने शासन में ले लिया था। rajandran प्रथम के बाद उनके वंश में  कि महिन्द के पुत्र कस्सप राजा ने फिरसे 6 महीने की महेनत से फिरसे सिंहल को जित लिया था।

इसे भी पढ़े :- प्रभास की जीवनी

राजेंद्र चोल के पुत्र – ( Rajendra Chola son )

rajendra chola i के राजवंश में उनके उत्तरा अधिकारी राजाधिराज चोल1 जिसने ई 1044 से 1054 के शासन समय मे उसके राज्य का कार्यकाल संभाला था और उन्होंने चेर ,सिहल और पांड्य के विग्रहों का दमन कर दिया था। बाद राजाधिराज चोल1 की सोमेश्वर से हुए कोप्पम् लड़ाई  राजाधिराज की मौत का कारन बना था। उनके बाद ही rajendra chola i son राजेंद्र द्वितीय जिन्हो ने ई 1052 से 1064 ई तक शासन किया उनका राज्या अभिषेक हुआ था।

सोमेश्वर चालुक्यों के बिच उन्ही की जित हुई थी चालुक्य शासको से उनकी लड़ाई पीढ़ी दर पीढ़ी चलती ही जाती थी। राजेंद्र द्वितीय की मृत्यु के बाद  वीर राजेंद्र ने राज्य का कार्यकाल संभाला और उन्ही की वीरता के कारन फिरसे उन्हों ने अनेक युद्ध जित करके अपने पुरखो का खकया हहआ राज्य फिर से विस्तृत करदिया इतनाही नहीं लेकिन कई नए प्रांतो को अपने राज्य से जोड़ दिए थे।

चौल वंश के मुख्य राजा के नाम  – ( Name of Chief King of Chaul Dynasty )

  • Vijayalaya Chola – 848 to 871 AD
  • Aditya 1 – 871 to 907 AD
  • Parantak Chola 1 – 907 to 950 AD
  • Gandharaditya – 950 to 957 AD
  • Arinjoy Chola – 956 to 957 AD
  • Sundar Chola – 957 to 970 AD
  • Uttam Chola – 970 to 985 AD
  • Rajaraja Chola 1 – 985 to 1014 AD
  • Rajendra Chola 1 – 1012 to 1044 AD
  • rajadhiraja chola 1 – 1044 to 1054 AD
  • Rajendra Chola 2 – 1054 to 1063 AD
  • Veerarajendra Chola – 1063 to 1070 AD
  • Adhirajendra Chola – 1067 to 1070 AD
  • Kulotung Chola 1 – 1070-1120 AD
  • Kulotung Chola 2 – 1133-1150 AD
  • Rajaraja Chola 2 – 1146-1163 AD
  • Rajadhiraj Chola 2 – 1163-1178 AD
  • Kulotung Chola 3 – 1178-1218 AD
  • Rajaraja Chola 3 – 1216-1256 AD
  • rajendra chola iii – 1246-1279 AD

इसे भी पढ़े :- तापसी पन्नू की जीवनी

राजेंद्र चोल-प्रथम का सामाजिक योगदान –

राजेंद्रचोल प्रथम के शासन समय काल में प्रजाहित के कई कार्यो को प्राधान्यता दी गई थी जिसमे शिक्षा और अभ्यास मुख्य थे। राजेंद्र चोल प्रथम 1 ने मंदिर के निर्माण , साहित्य कला , चोल झील,मूर्ति कला ,स्थापत्य कला ,संस्कृति की शिक्षा और सर्व श्रेष्ठ गुरुकुल स्कूलों का निर्माण करवाया था , rajendra chola built temple बहुत है। महाराजा Rajendra Chola 1 ने अपने राज्य काल में अपनी प्रजा के लिए जिस गुरुकुल की स्थापना की थी उसमे तमिल और संस्कृत भाषा में शिक्षा दी जाति थी राजेंद्र चोल प्रथम ने अपने शासन काल में अपनी प्रजा के लिए अनेक अच्छे कार्य किये है। राजेंद्र चोल एक उमदा व्यक्तित्व धारण करने वाले राजा थे अपने शासन में किसी भी तरह की कोई भी इंसान को को दिक्कत या परेशानी नहीं हो ऐसा शासन चलाना चाहते थे।

Rajendra Chola 1 Biography Video –

इसे भी पढ़े :- राम चरण की जीवनी

राजेंद्र चोल 1 रोचक तथ्य –

  • चोल साम्राज्य के महाराजा राजेंद्र प्रथम [1012 ई – 1044 ई ] अपने राज्य वंश में सबसे वीर और प्रतापी राजा थे।
    उन्होंने अपने शासन काल में युद्ध में विजय होके अपना साम्राज्य बहुत बड़ा कर लिया था।
  • उन्होंने दक्षिण भारत में अपना शक्तिशाली शासन साम्राज्य के रूप में स्थापित किया था।
    चोल वंश के शासकों ने 9 वीं दशक में से 13 वीं शताब्दी  के वक्त तक एक बहुत बड़ा और अत्यंत शक्तिशाली हिन्दू राष्ट्र  का निर्माण किया था।
  • 12वीं सताब्दी  के अनेक राजा अपने को उद्भत कश्यप गोत्र से बताते है। चोल राज वंश का उल्लेख अत्यंत प्राचीन समय से ही मिलाना शुरू था।
  • राजेंद्र चोल प्रथम के शासन समय काल में प्रजाहित के कई कार्यो को प्राधान्यता दी गई थी जिसमे शिक्षा और अभ्यास मुख्य थे।
  • राजेंद्र चोल प्रथम 1 ने मंदिर के निर्माण , साहित्य ,कला ,मूर्ति कला ,स्थापत्य कला ,संस्कृति की शिक्षा और सर्व श्रेष्ठ गुरुकुल स्कूलों का निर्माण करवाया था।
  • महाराजा ने अपने राज्य काल में अपनी प्रजा के लिए जिस गुरुकुल की स्थापना की थी उसमे तमिल और संस्कृत भाषा में शिक्षा दी जाति थी।

इसे भी पढ़े :- कीर्ति सुरेश की जीवनी

राजेंद्र चोल 1 के प्रश्न – ( Rajendra Chola 1 from Questions )

1 . चोल वंश के महान प्रतापी राजा कौन थे ?

सम्राट राजेंद्र चोल 1 चोलवंश साम्राज्य के राजा थे।

2 . राजेंद्र चोल के पिता का क्या नाम था ?

 राजराजा चोल राजेन्द्र चोल  के पिता थे।

3 . राजेन्द्र चोल प्रथम की कितनी पत्निया थी ?

चार पत्निया राजेन्द्र चोल प्रथम की थी ,त्रिभुवना महादेवीयार,पाँचवाँ महादेवीयार ,विरमा देवी के नाम से पहचानी जाती है।

4 . सम्राट राजेंद्र चोल प्रथमने कितने साल शासन किया था ?

चोलवंश  साम्राज्य के महाराजा राजेंद्र प्रथम ने 1012 ई – 1044 ई साल तक शासन किया था।

5 . सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम का पुत्र कौन था ?

राजेंद्र चोल प्रथम के पुत्र राजाधिराज चौला 1 , राजेंद्र चौला 2 , वीरराजेन्द्र चोला , अरुलमोलिना गायर ,अममांगदेव महाराजा है। 

6 . चोल वंश ने कितने साल शासन किया था ?

चोल वंश के शासकों ने 9 वीं दशक में से 13 वीं शताब्दी  के वक्त तक एक बहुत बड़ा और अत्यंत शक्तिशाली हिन्दू राष्ट्र  का निर्माण किया था।

7 . राजेंद्र चोल प्रथम 1 ने किस-किस निर्माण करवाया था ?

राजा राजेंद्र चोल प्रथम 1 ने मंदिर के निर्माण , साहित्य ,कला ,मूर्ति कला ,स्थापत्य कला ,गुरुकुल स्कूलों का निर्माण करवाया था।

8 . राजेंद्र चोल प्रथम ध्वारा निर्माणित गुरुकुल में किस भाषा में शिक्षा दी जाति थी?

अपनी प्रजा के लिए गुरुकुल की स्थापना तमिल और संस्कृत भाषा में शिक्षा के लिए की थी। 

9 . राजेंद्र चोल प्रथम का अवसान कब हुवा था ?

राजा राजेंद्र चोल प्रथम का अवसान 1044 CE में हुआ था।

10 .राजेंद्र के वंश का नाम बताइए ?

उनके वंश का नाम चोला या चोलन था।

Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Rajendra Chola Biography आपको बहुत पसंद आयी होगी। इस लेख के जरिये  हमने raja raja cholan history से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

Read More >>

Bappa Rawal Biography In Hindi - बप्पा रावल की जीवनी

Bappa Rawal Biography In Hindi | बप्पा रावल की जीवनी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे आर्टिकल में आपका स्वागत है आज हम आपको Maharana bappa rawal biography In Hindi की कहानी बताने वाले है। एक वीर और शक्तिशाली राजा बप्पा रावल की जीवनी की जानकारी से हम आपको परिचित करवाएंगे। 

आज हम bappa rawal ki talwar ka weight , bappa rawal successor , bappa rawal height और bappa rawal empire, बप्पा रावल का इतिहास बताइए की सम्पूर्ण जानकारी बताएँगे। बप्पा रावल का जन्म ka nam ‘कालभोज’ था , जन्म 713-14 ई को हुआ ऐसा माना जाता है उनका दूसरा नाम जब उनका जन्म हुआ था उस वक्त पे मान मोरी जो की मौर्य शासक के राजा थे उनका चित्तौड़ राज्य पर शासन था। जब बप्पा रावल युवा अवस्था के हुए तब 20 साल की आयु में उन्हों ने मौर्य शासक मान मोरी राजा को युद्ध में हराकर के चित्तौड़ गढ़ किले पर अपना शासन स्थापित कर दिया था .

ऐसा कहा जाता है की बाप्पा रावल [गोहिल]  गुहिलादित्य गुहिल वंश के  के संस्थापक थे। गोहिल वंश को शासन में उदभव करने वाले महाराजा बप्पा रावल है। परम पूज्य हारीत ऋषि के जरिये बाप्पा को देवाधी देव महादेव के दर्शन का साक्षात कार हुआ था। pspa रावल एक उम्दा राजा के नाम से भारतीय इतिहास में उभर आये है। आज हम बप्पा रावल जीवनी लेख के जरिये bappa rawal story in hindi की जानकारी से आपको ज्ञात कराने वाले है। 

Bappa Rawal Biography In Hindi –

Bappa rawal history in hindi में आपको बतादे की प्राचीन भारत में 713-14 ई में जन्मे राजकुमार काल भोज ने मेवाड़ राज्य के राजा मान मोरी को युद्ध में पराजित करके गुहिल वंश को शासन वंश के रूप में स्थापित करने वाले महाराजा था। bappa rawal in hindi  में जानकारी बहुत काम पाई जाती है लेकिन यह राजा वीर और महान था। बाप्पा रावल ने अपने शासन काल में भगवन शिव का [आदी वराह] मन्दिर 735 ई में बनवाया था। उस समय पर हज्जात ने बाप्पा रावल राजपूताने राज्य पर अपना सैन्य भेजा था।

लेकिन बप्पा रावल की और से हज्जात के सैन्य को हज्जात के राज्य में ही पराजित कर दिया था। बाप्पा रावल को ईडर जो गुजरात का एक गांव है उसमे उनका जन्म भी बताया जाता है और बाप्पा रावल का मूल गांव भी ईडर है, ऐसा कहा जाता है। Bappa rawal wife name in hindi बताये तो उन्हें लगभग 100 पत्नियाँ थीं उसमे bappa rawal wife 35  मुस्लिम शासक राजाओ की राज कुमारिया थीं।  बाप्पा रावल का इतना भय था की मुस्लिम शासको ने अपनी बेटिया उनके भय से उन्हें ब्याह करवाई थी।

भगवन  एकलिंग जी का बहहुत ही बड़ा मन्दिर चित्तोड़ राज्य के उदयपुर नगर के उत्तर की और कैलाशपुरी जगह पर उस्थित भगवन का यह मन्दिर की बनावट 734 ई की साल में बप्पा रावल द्रारा कराई गई थी। उसके पास में ही हारीत ऋषि का एक आश्रम भी स्थापित है |

इसे भी पढ़े :- राजेंद्र चोलन 1 की जीवनी

बप्पा रावल की उपाधियां – Bappa rawal

जब भारत देश के नन्हे नन्हे  राज्यों पर अरब देश के राजाओ ध्वारा आक्रमण करवाए जाते थे ऐसा कहा जाता है की उसके आक्रमणकारियों से पूरा भारत त्राहि पुकार चूका था। उनके कई पराक्रम बहु प्रचलित है। उस वक्त 738 ई में  शासक राजा वि`क्रमादित्य द्वितीय और नागभट्ट प्रथम की मिली हुई सेना ने सिंधु के मुहम्मद बिन कासिम को बहुत बुरी तरह हराया था।

बाप्पा रावल ने सलीम जाप अफगानिस्तान के गजनी के शासक को हरा दिया था। बाप्पा रावल  एव बापा रावल शब्द व्यक्तिगत शब्द का नाम नहीं है लेकिन जिस तरह वर्त्तमान समय में महात्मा मोहनदास करमचंद गांधी के नाम को बापू के नाम से जाना जाता है ऐसे ही मेवाड़ राज्य के  नृपविशेष और सिसौदिया वंशी राजा कालभोज का दूसारा नाम है बाप्पा रावल। लेकिन history of rawal caste देखे तो उसके नाम से ही जुडी थी। 

सिसौदिया वंशी राजा कालभोज के देशरक्षण और प्रजासरंक्षण के कार्यो

से प्रभावित हो के ही प्रजा ने राजा को बापा नाम की पदवी से सन्मानित किया था।

महाराणा कुंभा के वक्त में रचना हुई।

एकलिंग महात्म्य के प्राचीन ग्रंथमें राजा काल भोज का समय संवत् 810 (सन् 753) ई. बताया गया है।

एक दूसरे प्राचीन ग्रन्थ में उस समय को बापा रावल का राज्यत्याग का वक्त भी बताया गया है।

इसे भी पढ़े :- रश्मिका मंदना की जीवनी

बप्पा रावल का जीवन परिचय –

उनका शासनकाल 30 साल रहा था उन्हों ने कई प्रजा के कार्य करके वंश के मुख्य स्थापक राजा बने थे। सन् 723 में आसपास बाप्पा रावल ने राज्य का कार्यकाल संभाला था। काल भोज के समय से पहले भी उनके वंश के कुछ महान और प्रतापी महाराजा का शासन मेवाड़ राज्य में रह चूका है।  bppm रावल [काल भोज] का व्यक्तित्व जीवन इस सभी महाराजाओ से बढ़कर था। 

चित्तौड़ का किला मोरी वंश के कब्जे में था उस वक्त परम पूज्य ऋषि श्रेस्ट हारीत ऋषि की सहायता से चितोड़ के राजा मान मोरी को मार कर बाप्पा रावल ने उसके राज्य पर अधिकार स्थापित किया।  वि. सं. 770 (सन् 713 ई.) का एक लेख मिला था।इस शिला लेख पर अंकित किया हुआ से यह प्रतीत हुआ था की मानमोरी और  bpps रावल के समय में ज्यादा अंतर नहीं था सिंध में अरबी राजाओ का शासन को बढ़ता हुआ पूर्ण रूप से रोकने वाला और उनको बहुत ही करारी हार देने वाला वीर यौद्धा बाप्पा रावल थे।

bippa रावल गहलौत [ गोहिल ]राजपूत वंश के आठवें शासक राजा थे बाप्पा रावल का बाल्य काल नाम राजकुमार कालभोज था।  उनका जन्म सन् 713 में हुआ था। तक़रीबन 97 वर्ष की उम्र में उनकी मौत  हुई थी। इस वीर और प्रतापी युवराज ने राजा बनने के बाद ही अपने वंश का नाम अपने नाम से जोड़ दिया सिर्फ जोड़ा ही नहीं मेवाड़ वंश से अपना राजवंश स्थापित करदिया। bappa rawal sword weight को उठाके जब भी चलते है जित ही हासिल करते थे। 

Bappa rawal एकलिंगजी के भक्त थे –

Biography of Bappa Rawal in Hindi Jivani में सभी को बतादे की बप्पा रावल एक न्यायप्रिय और प्रजा के कल्याणकारी  महाराजा थे। राजा राज्य को अपना नहीं समझते थे लेकिन  भगवन शिवजी के एक रूप ‘एकलिंग जी’ को चित्तोड़ दुर्ग  राजा मानते हुए राज्य  कार्यकाल संभाला करते थे। और खुद को एकलिंगजी के भक्त और प्रजा का सेवक बताते थे। तक़रीबन 30 साल के शासन कल के बाद ही बाप्पा रावल ने अपने जीवन का उद्देश्य बदल के वैराग्य ले लिया और अपने उत्तराधिकारी  पुत्र को राज्य का कारभार देकर भगवन शिव की भक्ति और उपासना में अपना जीवन व्यतीत कर दिया था।

चित्तोड़ किले पर हुए वीर और पराक्रमी राजाओं की जिस वंश में लाइन लगी थी। bappa rawal family tree देखि जाये तो राणा सांगा [ महाराणा संग्राम सिंह ] उदय सिंह , महाराणा प्रताप और अमरसिह जैसे वीर और श्रेष्ठ शासक राजा बाप्पा रावल के ही वंश में जन्मे है।बाप्पा रावल ने अपने जीवन काल में अपने दुश्मन अरब  राजाओ को अनेक समय ऐसी करारी हार का सामना करवाया था

की उन्हों ने अपने जीवन में तक़रीबन  400 साल तक किसी भी मुस्लिम राजा की हिंमत नहीं हुई थी। कोई शासक भारत देश की और आंख उठा कभी देख सके या उनका शासन भारत की और बढ़ाने की सोच भी रख सके। कई बार महमूद गजनवी ने राजस्थान की और चढाई की लेकिन हमेशा पराजय का ही सामना काना पड़ा क्योकि bappa rawal son भी बहुत ताकतवर थे। 

अरबों का आक्रमण –

इतिहास की जानकारी के अनुसार बापा की  ज्यादा प्रसिद्धि का मुख्य कारण अरबो के साथ का सफल युद्ध माना जाता है। अरबो के सामने बाप्पा रावल जब जब भी युद्ध में उतरे है हमेशा जित ही हासिल हु थी।सन् 712 ई. में bappa rawal and muhammad bin qasim के युद्ध में बापा ने सिंधु प्रान्त को जीत लिया था । अरबी राजाओ ने इसके बाद चारों ओर आक्रमण चालू कर दिये थे।  लेकिन बापा रावल ने सबको हार का सामना करवाया था।

कच्छेल्लोंश् , गुर्जरों , चावड़ों, मौर्यों और सैंधवों को पराजित करके बापा ने गुजरात, मारवाड़, मेवाड़ और मालवा जैसे सभी प्रान्तों पर अपना अधिकार जमा दिया था।राजस्थान राज्य के कुछ महान् लेखो में बप्पा रावल और सम्राट् नागभट्ट प्रथम  के नाम उल्लेख्य किये हुए मिलते हैं।

Bappa rawal hindi में आपको बतादे की राजा नागभट्ट प्रथम ने अरब राजाओ को मालवा और पश्चिम राजस्थान से मार कर खदेड़ दिया था। जिस समय तक बाप्पा रावल का वंश चित्तोड़ दुर्ग में शासन करता रहा उस समय तक अरबो ने कभी भी चित्तोड़ की और कभी भी नहीं देखा था। bappa rawal vanshavali देखि जाये तो कई पराक्रमी और वीर राजाओ ने जन्म लिया है।

इसे भी पढ़े :- प्रभास की जीवनी

बप्पा रावल के सिक्के – ( Bappa Rawal Coins )

पुरे भारत में अपने अपने राज्य में अपने अपने सिक्के राजाओ के जरिये लागु किये जाते थे। अजमेर शहर में मिले सिक्के को ओझा गौरीशंकर हीराचंद ने बाप्पा रावल का सिक्का है ऐसा बताया था।बाप्पा रावल के सिक्के का वजन देखा जायेतो  65 रत्ती [तोल 115 ग्रेन] है। उनके सिक्के के अंदर ऊपर और निचे की और के इक साइड श्री बोप्प लेखा है जो माला के निचे अंकित किया है। उसके आलावा त्रिशूल और बाई का चित्र अंकित किया है।

और दूसरी साइड पर एक  शिवलिंग भी अंकित किया है। और नंदी भी है जो शिवलिंग की ओर मुख करके बैठा दिखता है। नंदी और शिवलिंग के नीचे दंडवत्‌ प्रणाम करते एक पुरुष की छवि अंकित है।सिक्के के ऊपर सूर्य , चमर और छत्र की आकृति भी अंकित  हैं। इस सिक्के में एक गौ भी खड़ी मिलती और उसका दूध पीता हुआ बछड़ा भी है। इस सिक्के में बप्पा रावल के जीवन की जानकारिया और शिवभक्तिी को प्रतीत कराती है।

बाप्पा रावल की मृत्यु – ( Bappa Rawal Death )

बप्पा रावल का मृत्यु नागदा में हुआ था और वह बापा की समाधि आजभी स्थित है।

आबू के शिलालेख , कीर्ति स्तम्भ शिलालेख , और रणकपुर प्रशस्ति में बाप्पा रावल का वर्णन मिलता है।

Bappa Rawal History Video –

इसे भी पढ़े :- तापसी पन्नू की जीवनी

Bappa rawal के बारेमे कुछ रोचक तथ्य –

  • गहलौत राजपूत वंश के बप्पा रावल आठवें शासक राजा थे।
  • बप्पा का बालयकाल का नाम राजकुमार कलभोज हुआ करता था।
  • उनका जन्म सन् 713 में हुआ था। और उनकी मौत तक़रीबन 97 वर्ष की आयु में हुई थी।
  • महाराजा बप्पा रावल के बारे में कहा जाता है कि
  • वह अपने एक ही झटके में दो भैंसों की बलि देता था।
  • पहेरवेश में 35 हाथ की धोती और 16 हाथ का दुपट्टा पहनते थे।
  • बापा की तलवार का वजन 32 मन बताया जाता है। और अपने भोजन में 4 बकरों का भोजन करते थे।
  • उनकी सैन्य शक्ति में तक़रीबन 1272000 सैनिक हुआ करते है।
  • महाराजा बप्पा रावल ने शासक बनने के पश्यात अपने वंश का नाम ग्रहण नहीं किया था।
  • लेकिन नए मेवाड़ वंश नाम का राजवंश चलाया है और चित्तौड़ दुर्ग को अपने राज्य की राजधानी बनाया था।
  • बप्पा रावल ने 39 वर्ष की उम्र में सन्यास लिया था।
  • इनका समाधि स्थान एकलिंगपुरी से उत्तर में एक मील दूर उपस्थित है। 
  • बप्पा रावल ने कुल 19 वर्षों तक शासन किया था।
  • बप्पा रावल की विशेष प्रसिद्धि अरबों से सफल युद्ध जितने के कारण हुई  थी। ।
  • सन् 712 ई. में महाराजा बप्पा ने मुहम्मद बिन क़ासिम से सिंधु प्रान्त को जीत लिया था ।
  • अरबों ने उसके बाद चारों ओर धावे करने शुरू करदिये थे।
  • बप्पा ने मौर्यों,चावड़ों,सैंधवों ,गुर्जरों और कच्छेल्लोंश् को भी हरा के मेवाड़ गुजरात ,
  • मारवाड़ और मालवा जैसे बड़े भूभागों को जित लिया था।

FAQ –

1 .बप्पा रावल की कितनी रानियां थी ?

बप्पा रावल की लगभग 100 पत्नियाँ थीं उसमे बप्पा रावल की 35 पत्नियाँ  मुस्लिम शासक राजाओ की राज कुमारिया थीं।  बाप्पा रावल का इतना भय था की मुस्लिम शासको ने अपनी बेटिया उनके भय से उन्हें ब्याह करवाई थी।

2 .बप्पा रावल की वंशावली और बप्पा रावल के पुत्र कौन थे?

बप्पा रावल के पुत्रों के नाम की बात करे तो उनकी पीढ़ी महाराजा राणा प्रताप से मिलती है। बप्पा रावल के राणा सांगा [महाराणा संग्राम सिंह] उदय सिंह , महाराणा प्रताप और अमरसिह जैसे वीर और श्रेष्ठ शासक राजा बाप्पा रावल के ही वंश में जन्मे है। बप्पा रावल ब्राह्मण को बहुत मानसन्मान देते थे।

3 .बप्पा रावल की उपाधियां और बप्पा रावल की मृत्यु कैसे हुई? 

बपा रावल का इतिहास dekhe to बप्पा रावल का मृत्यु नागदा में हुआ था।

उनकी वजह बताई जाये तो उम्र के कारन उनकी मौत हुई थी।

उनकी उपाधियां सिसौदिया वंशी राजा कालभोज के देशरक्षण और प्रजासरंक्षण के कार्यो से प्रभावित हो के ही

प्रजा ने राजा को बापा नाम की पदवी से सन्मानित किया था।

4 . मेवाड़ का प्रथम शासक कौन था? और मेवाड़ का अंतिम शासक कौन था?

मेवाड़ का प्रथम शासक बप्पा रावल को बताया गया है। 

उन्हों ने राजपूत साम्राज्य की मेवाड़ किले पर स्थापना की हुई है।

और मेवाड़ का अंतिम शासक महाराजा अमर सिंह को बताया जाता है।

5 . बप्पा रावल का जन्म और बप्पा रावल की मृत्यु कब हुई?

बप्पा रावल उनका जन्म सन् 713 में हुआ था। और

बप्पा की मौत तक़रीबन 97 वर्ष की आयु में हुई थी।

6 .बप्पा रावल की तलवार का वजन कितना था?

बप्पा रावल इतिहास dekhe to बप्पा रावल की तलवार का वजन तक़रीबन 32 मन बताया जाता है।

7 .बप्पा रावल का वजन कितना था ? बप्पा रावल की लंबाई कितनी थी ? 

बप्पा रावल का वजन (bappa rawal height and weight) बताया जाये तो

सिक्के का वजन 115 ग्रेन या 65.7 रत्ती है।

और अपने एक ही झटके में दो भैंसों की बलि देता था। 

Bappa rawal height in feet पहेरवेश में 35 हाथ की धोती और

16 हाथ का दुपट्टा पहनते थे बापा की तलवार का वजन 32 मन बताया जाता है।

बप्पा रावल का भोजन में 4 बकरों का भोजन करते थे।

इसके अनुसार उनकी वजन और ऊंचाई की क्षमता बहुत ज्यादा थी।

8 .बप्पा रावल किस का पुत्र था? 

बप्पा रावल नागादित्य [Nagaditya] के पुत्र थे। 

9 .Bappa rawal और रावलपिंडी के बीच क्या संबंध है?

बप्पा रावल और रावलपिंडी का इतिहास के बीच संबंध बताया जाये तो

अपने देश को विदेशी आक्रमणो से बचाने के लिए वीर बप्पा रावल के सैन्य को

ठिकाना रावलपिंडी मे हुआ करता था, इसी वजह से इस जगह का नाम रावलपिंडी पड़ा था।

10 .मेवाड़ का संस्थापक कौन है?

महाराजा बप्पा रावल मेवाड़ राज्य के स्थापक है। 

11 .बप्पा रावल की हाइट कितनी थी ? 

बप्पा रावल की लंबाई या हाइट की बात करे तो 9 फीट थी।

12 .बप्पा रावल के पिता का नाम क्या था ?

bappa rawal ke pita ka naam नागादित्य [Nagaditya] था। 

13 .बप्पा रावल की तलवार में कितना वजन था ?

महाराजा बापा की तलवार का वजन 32 मन बताया जाता है।

14 .बप्पा रावल का जन्म कब हुआ ?

महाराणा बप्पा रावल का जन्म 713 AD में हुआ था। 

इसे भी पढ़े :- राम चरण की जीवनी

Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Bappa Rawal Biography बहुत पसंद आया होगा।

इस लेख के जरिये  हमने bappa rawal rawalpindi और

bappa rawal ke vanshaj से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है।

अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है।

तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है।

हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

Read More >>

Biography oF Sai Pallavi In ​​Hindi - साई पल्लवी की जीवनी

Sai Pallavi Biography In ​​Hindi – साई पल्लवी की जीवनी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे आर्टिकल में आपका स्वागत है आज हम Sai Pallavi Biography In ​​Hindi बताने वाले है। उन्होंने फिल्म अभिनय में बेहतरीन अभिनय के दम पर अपना अच्छा नाम बना दिया है। 

आज आपको sai pallavi weight and height , sai pallavi first movie और sai pallavi husband name की जानकारी बताने वाले है , साई पल्लवी 2015 में रिलीज़ हुए मलयालय भाषा की फिल्म प्रेमम से दर्शको कि नजर में आई थी। इन फिल्म में उसने मलार नाम का अभिनय निभाया है। इस फिल्म के बाद उसने 2016 में फिल्म काली में किरदार निभाया था। 2017 की साल में आई इक तेलुगु फिल्म fidaa sai pallavi का परिचय करवाया था।  फ़िदा फिल्म में इसका अभिनय रोल का नाम भानुमति था।

उस में उन्हों ने वरुण तेजा के साथ रोमांटिक नाटक का किरदार निभाया है। जब फ़िदा फिल्म टीवी पर दर्शाई गई तो सबसे ज्यादा trp प्राप्त करने वाली फिल्म साबित हुई थी। उन्हों ने तमिल भाषा की फिल्म दिया से शुरुआत की थी। दिया फिल्म का निर्देशन विजय ने किया था। आज हम आपको साई पल्लवी बायोग्राफी के साथ sai pallavi native place भी बताने वाले है। 

Sai Pallavi Biography In ​​Hindi – 

नाम साई पल्लवी सेंठामराई कन्नन
जन्म 9 मई 1992
जन्म स्थान कोठागिरि, तमिलनाडु
पिता सेंठामराई कन्नन 
माता राधा कन्नन
ऊंचाई 1.57 m
उम्र 28 साल 
बहन पूजा
पेशा एक्ट्रेस, डांसर
अवार्ड  फिल्म फेयर 

साई पल्लवी की जीवनी

sai pallavi का पूरा नाम साई पल्लवी सेंठामराई है। साई पल्लवी एक साउथ भारत की  फिल्म ऐक्ट्रेस  और बहुत अच्छी डांसर हैं।साई पल्लवी ने मलयालय , तमिल और  तेलुगू  भाषा में निर्माण हुई फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं।शाही पल्लवी को कई पुरस्कार से सन्मानित किया गया है। इसको फ़िदा और प्रेमम फिल्म में किये गए उनके किरदार के लिए दो बार  फिल्मफेयर अवार्ड दिए गए है।

इसे भी पढ़े :-निधि अग्रवाल की जीवनी

साई पल्लवी का जन्म परिचय –

sai pallavi date of birth 9 मई 1992 के दिन तमिलनाडु के कोठागिरि में हुआ था। उनके पिता एक Central Excise Officer है और उनका नाम सेंठामराई कन्नन है।और माता का नाम राधा कन्नन है। sai pallavi age 28 वर्ष है। साई पल्लवी बायोग्राफी में हम सभी जानकारी देने वाले है जो आप नहीं जानते है।

 sai pallavi sister भी है। उसका नाम पूजा कन्नन है। जो साउथ फिल्मो में अभिनय करती है। और कामियाब अभिनेत्री की छवि खड़ी करदी है। sai pallavi height 1.57 m है।  पल्लवी की परिभाषा देखि जाये तो पल्लवी का अर्थ  स्वैच्छिक , भाग्यशाली, चौकस , मैत्रीपूर्ण, और अस्थिर होता है।  

साईं पल्लवी की पढ़ाई –

actress sai pallavi की पढाई लिखाई के बारे में देखा जाये तो Avila Convent School कोइम्बटोरे से पूरी करली थी और कॉलेज काल और डॉक्टरी डिग्री M.B.B.S की पढ़ाई। BiLisi State Medical University से प्राप्त की थी। लेकिन साई पल्लवी ने खुद को बतौर डॉक्टर रजिस्टर्ड नहीं करवाया था। इसके बाद उन्हों ने अपना करियर अभिनय में आजमाया था। 

Sai Pallavi Family –

 उनके परिवार के बारे में बताया जाये तो उनकी माता का नाम राधा कन्नन और उनके पिताजी का नाम सेंठामराई कन्नन है। जो एक सेन्ट्रल एक्साइज ऑफिसर है। साई पल्लवी को एक नन्ही बहन भी है। इसका नाम पूजा कन्नन है और वह भी अपनी बहन की तरह साउथ फिल्मो में अपना किरदार निभाती है। Sai Pallavi husband name के बारे में आपको बता दें की उनकी शादी नहीं हुई है। लेकिन उनका नाम डायरेक्टर ए एल विजय के साथ जोड़ा जाता है साई पल्लवी ने अभी तक Marrige नहीं की है। sai pallavi birthday 9 मई के दिन आता है।

इसे भी पढ़े :- बप्पा रावल की जीवनी

साई पल्लवी का नृत्य कैरियर –

sai pallavi dance की जानकारी बताई जाये तो उसने एक सोसियल मिडिया के जरिये कहा था की वह पहले पूर्ण कलाकार नहीं थी लेकिन उनकी माता राधा कन्नन के साथ गुमते गुमते डांस  की शिक्षा प्राप्त करली थी। साई पल्लवी ने अपनी स्कूल की और से कई सामाजिक प्रोग्राम में हिस्सा लेने के बाद ही वह पूरा डांस सिख पाई थी।

इस के जरिये उनको कई कुख्याति का सामना करना पड़ा था। साई पल्लवी ऊंचाई [sai pallavi height] in feet 1.57 m है। उनकी माता के जरिये ही उन्हों ने विजय टीवी पर 2008 की साल में Uncriptil Yaar Adutha Prabhu Deva से टीवी नाटक में भाग लिया और 2009 की साल में इ टीवी तेलुगु टीवी चेनल के जरिये Dhee अल्टीमेट डांस शो में अपना अभिनय दिखाया था। 

Sai Pallavi’s Film Career –

साई पल्लवी को नेचुरल ब्यूटी कहा जाता है क्योकि साई पल्लवी ने अपने अभिनय में कभी भी मेकउप का उपयोग नहीं किया है।  फिल्म हो या कोई इवेंट में मेकअप नहीं किया। 2003 में रिलीज़ हुई फ़िल्म कश्ठूरिमन और धाम धूम 2008 उन्हों ने एक बच्ची का अभिनय किया है।एक मुख्य अभिनेत्री के अभिनय में  2008 की साल में साई पल्लवी धाम धूम से अपने फ़िल्मी लॉरियर की शरुआत की थी. जो एक Tamil भाषा की फिल्म थी।

साई पल्लवी ने 2015 की साल में रिलीज़ हुए मलयालय  की फिल्म प्रेमम से फिल्मी परदे पर नजर आई थी।इन फिल्म में उसने मलार नाम का अभिनय निभाया है। इस फिल्म के बाद उसने 2016 में फिल्म काली में अपना अभिनय निभाया है।  2017 की साल में आई इक तेलुगु फिल्म fidaa ने साई पल्लवी का परिचय करवाया है। साई पल्लवी मूवी की पूरी जानकारी से आपको ज्ञात करेंगे। sai pallavi new movie में  love story फिल्म में नागा चैतन्य और साई पल्लवी ने मुख्य अभिनय का किरदार निभाया है। 

Sai Pallavi Movies List –

साई पल्लवी ने डांस शो नाटक और तमिल , तेलुगु और मलयालय फिल्मो में अपना अभिनय दिया है। हम आपको साई पल्लवी की जानकारि बतायेगे।

sai pallavi movies list निचे मुजब है। Sai Pallavi All Movies Names

  • 2005 – Kasthurimaan Maan
  • 2008 – Dhaam Dhoom
  • 2015 – Premam 
  • 2016 – kaali 
  • 2017 – Fidaa ,  Middle Class Abayi
  • 2018 – Diya, Kanam,Maari-2 , Padi Padi Leche Manasu 
  • 2019 – Athiran, NGK
  • 2020 – Love Story, Viraata Parvam

इसे भी पढ़े :- राजेंद्र चोलन 1 की जीवन

Sai Pallavi Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/SaiPallavi.S

Email Id – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Official Website – Not Available

Twitter – https://twitter.com/Sai_Pallavi92?

Sai Pallavi Instagram Account –

Sai Pallavi Life Style Video –

इसे भी पढ़े :- रश्मिका मंदना की जीवनी

Sai Pallavi Interesting Facts –

  • अभिनेत्री साई पल्लवी अपनी पहली फिल्म से ही सुपर स्टार बन गई है। इसी वजह से उन्हों ने करोड़ रुपये की नेट वर्थ अपनी पहली ही फिल्म से प्राप्त करना शुरू कर दिया था
  • साई पल्लवी को डायरेक्टर अल्फोंस पुथ्रेन ने  एक टीवी ऐड में देखा और तुरंत अपनी फिल्म में अभिनय के लिए मन बना लिया था।
  • साई पल्लवी सिर्फ अभिनय ही नहीं लेकिन डॉ साई पल्लवी हैं। उन्होंने जॉर्जिया में अपने विश्वविद्यालय से डॉक्टरी में स्नातक की पदवी प्राप्त की हुई है। 
  • पहले से साई पल्लवी डांसर नहीं थी लेकिन उन्होंने माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय के वीडियो देख देख के डांस सीखना शुरू कीया था। 
  • साई पल्लवी ने जाजिर्या के टिबिलीसी स्टेट मेडिकल विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी की हुई है।2014 की साल में जब वह TSMU में पढ़ाई कर रही थी। उस वक्त निर्देशक अल्फोंज पुथरिन ने पल्लवी को फिल्म ‘प्रेमम’ में ‘मलार’ नाम का रोल के लिए ऑफर दिया था। 

Sai Pallavi Some questions

1 .साईं पल्लवी कौन है?

साई पल्लवी एक साउथ की  फिल्म ऐक्ट्रेस हैं। 

2 .साईं पल्लवी या रश्मिका मंदाना आपको कौन पसंद है?

सभी की पसंद अलग अलग हुआ करती है। किसी को रश्मिका पसंद है तो किसीको पल्लवी पसंद है। 

3 .कौन हैं साईं पल्लवी पति? क्या साईं पल्लवी की शादी असल जिंदगी में हुई है?

नहीं साईं पल्लवी की शादी नहीं हुई है। 

4 .साईं पल्लवी क्यों प्रसिद्ध है? साईं पल्लवी के पिता कौन हैं?

साईं पल्लवी अपनी बेहतरीन अभिनय किरदार से बहुत प्रसिद्ध हुई है। साईं पल्लवी के पिता की नाम सेंठामराई कन्नन है। 

5 .क्या साईं पल्लवी एक मलयाली है? साईं पल्लवी मातृभाषा क्या है?

हां साईं पल्लवी एक मलयाली अभिनेत्री है।एव मातृभाषा मलयाली है। 

6 .क्या साईं पल्लवी ब्राह्मण हैं? क्या साईं पल्लवी तेलुगु बोल सकती है?

हां साईं पल्लवी ब्राह्मण हैं और साईं पल्लवी तेलुगु  भी बोल सकती है। 

7 .साई पल्लवी की योग्यता क्या है? साई पल्लवी किस भाषा में बोलती हैं?

साई पल्लवी ने M.B.B.S की पढ़ाई BiLisi राज्य चिकित्सा विश्वविद्यालय से प्राप्त की है । साई पल्लवी तमिल ,तेलुगु ,मालयालय और हिंदी भाषा में बोलती हैं। 

8 .साईं पल्लवी की उम्र क्या है?

साईं पल्लवी के उम्र वर्तमान समय 2021 की साल में 28 साल है। 

9 .क्या साईं पल्लवी जुड़वां हैं?

साईं पल्लवी जुड़वां नहीं है। उनकी एक बहन हैं जिसका नाम पूजा कन्नन है। 

10 .भारत में लेडी नेचुरल स्टार कौन है?

भारत में लेडी नेचुरल स्टार साईं पल्लवी है। 

इसे भी पढ़े :- प्रभास की जीवनी

Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Sai Pallavi Biography In ​​Hindi बहुत अच्छी तरह से पसंद आया होगा। इस लेख के जरिये  हमने Sai Pallavi Twitter Account और sai pallavi net worth के सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

Read More >>

Biography oF Divya Unni In Hindi - दिव्या उन्नी की जीवनी

Divya Unni Biography In Hindi – दिव्या उन्नी की जीवनी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है आज हम Divya Unni Biography In Hindi बताने वाले है। बोलीवुड फिल्म इंडस्ट्रीज़ में उन्होंने अभिनय के जरिये बहुत प्रसिद्धि प्राप्त की हुई ऐक्ट्रेस के जीवन परिचय बताने वाले है। 

divya unni date of birth  2 September 1981 और उनका जन्म  Kochi शहर में हुआ था। वह एक फेमस क्लासिकल डांसर और मलयालम एक्ट्रर्स है। वह एक Indian classical dance performer and teacher है। उनकी पहली शादी टूट जाने के बाद दिव्या ने दूसरी शादी एक इंजिनियर से करली  है। ऐसा कहे की दिव्या उन्नी  ने अपने जीवन में दो शादिया रचा चुकी है तो कोई गलत बात नहीं है। वर्त्तमान समय में divya unni age आज के दौरान 39 years है

उनकी दूसरी शादी की फोटो सोशियल मिडिया पर वायरल होते ही ऊनि खबरे पुरे भारत में फ़ैल चुकी थी की उन्होंने दूसरी शादी करली है और उसके बारे में तरह तरह की बाते होने लगी है। divya unni first marriage उनके कुछ मतभेद के कारन टूट चुकी थी इसी लिए उन्होंने दूसरी शादी की है ,उनके पति का नाम arun kumar manikandan है। तो चलिए उसकी सम्पूर्ण माहिती के लिए ले चलते है। 

Divya Unni Biography In Hindi – 

  नाम 

  दिव्या उन्नी 

  जन्म

  2 September 1981

  जन्म स्थान 

  कोचि , केरला , भारत 

  पति

  सुधीर शेखर मेनोन  (2002-2017) अरुण कुमार (2018-Present)

  ऊंचाई

  5 ft 8 inches [1.73 m] 

  सक्रिय वर्ष 1987

  present

  पेशा 

  टीवी , अभिनेत्री , Indian classical dance performer and teacher

  divya unni father 

  Unni krishnan

दिव्या उन्नी की जीवनी –

दिव्या उन्नी अपनी डांस स्कूल में श्रीपदम्’ स्कूल ऑफ आर्ट्स को  ह्यूस्टन में भी चलती है। उसके पश्यात दिव्या उन्नी  मोहिनिअट्टम भरतनाट्यम और कुचिपुडी नाटक की डांस ट्रेनिंग भी देनेकी शुरुआत करदी हैं। divya unni actress के रूप से बहुत ही पॉप्युलर मलयालय अभिनेत्री है। divya unni marriag एनिवर्सरी  5 फरवरी  2018 है। divya unni height 1.73 m है।  उन्हें डान्स करना बेहद पसंद है इसी कारन ही उन्होंने फिल्मो में इतनी बेहतरीन कामियाबी पाई है। 

इसे भी पढ़े :- भूषण कुमार की जीवनी

दिव्या उन्नी परिवार –

divya unni date of birth 2 September 1981 है।  divya unni ने अपने पहले पति Sudhir Sekharan Menon से 2017 की साल में तलाक लेके 2018 की साल में  Arun Kumar से दूसरी शादी करदी और उस विवाह में सिर्फ divya unni husband arun kumar के और उनके परिवार के व्यक्ति और कुछ खास रिश्ते दर ही शामिल हुए थे। divya unni family एक नन्हा सा परिवार है।

उनकी बेटी ऐश्वर्या और दूसरे दो बच्चे और उनका पति arun kumar mani kandan के साथ वह बहुत ही खुश नजर आती है। divyaa unni अपनों पति और बच्चे सोसियल मिडिया में वाइरल हुए  फेमिली फोटो में नजर आती है। divya unni and family की जानकारी अधिक नहीं मिलती है। दिव्या उन्नी एक भारतीय डांस टीचर और एक खूब सूरत डांसर है।  

दिव्या उन्नी की शादी- (Divya Unni Marriage)

दिव्या ने पहली शादी 2002 की साल में  sudhir sekharan menon  से करली थी। जब वो अपने करियर की शुरुआत के वक्त पे थी इस समय दिव्या उन्नी ने अपने पहले पति डॉक्टर सुधीर शेखर से विवाह कर लिया था। और US शिफ्ट हो गईं थी । डॉ सुधीर शेखर से कुछ मत भेद के कारन ही उन दोनों न अलग होने का फैसला ले लिया था।

डॉ सुधीर से डिवोर्स के बाद ही दो बच्चे भी है। उनके बेटे का नाम अर्जुन और बेटी ला नाम मीनाक्षी है। डिवोर्स के बाद दो बच्चे के साथ दिव्या उन्नी ने अमेरिका से कोच्चि वापस लौट आने का फैसला कर लिया और भारत में वापस लौट आई। दिव्या के डॉ सुधीर शेखर से बिछड़ ने का कारण सिर्फ और सिर्फ उनकी पति की मनमानी करतुते ही बताई जाती है। 

मिडिया के जरिये actress divya unni ने अमेरिका में भी अपना डांस स्कूल खोला था। और ट्रैनिंग भी देना शुरू करदिया था।  दिव्याdivya unni second marriage अरुण कुमार से 2017 की साल में हुई थी ।उनके शादी के वक्त पर divya unni family और अरुण कुमार की फेमिली और उनके कुछ नजदीकी रिश्ते सर ही हाजर रहे थे। उसकी शादी श्री गुरुवायरप्पन मंदिर में हुई थी। 

दिव्या उन्नी का डांस करियर –

दक्षिण भारत की पॉप्युलर अभिनेत्री दिव्या उन्नी मुंबई के कोच्चि से मलयालम ऐक्ट्रेस है। दिव्या ऊनि ने US से ‘ अमेरिकन जलाकम’ प्रोग्राम से टीवी डेब्यू किया था। उसके पश्यात अमेरिका के ह्यूस्टन से अपना डांस स्कूल ‘श्रीपदम्’ स्कूल ऑफ आर्ट्स की हेंडलिंग करने का काम भी करती थी। divya unni dance की बहुत अच्छी डांस टीचर है। इसके बाद दिव्या उन्नी ने मोहिनअट्टम , भरतनाट्यम और कुचिपुडी  की डांस की टीचर भी हैं।

दिव्या ऊनि की  डांसिंग स्कूल की एक शाखा कोच्चि शहर में भी चालू  है। सोसिअल मिडिया की खबरे के अनुसार ऐसा भी कहा जाता है की डॉ सुधीर शेखर को अपनी पत्नी दिव्या उन्नी का डांस स्कूल चलना उनको पसंद नहीं था  इस विवाद से अपने निर्णय पर कायम रहीं और फैसला हुआ की दोनों ने अपने जीवन के रस्ते अलग कर दिये और अलग हो गए। divya unni second marriage अरुण कुमार से हुई है। 

इसे भी पढ़े :- सुशांत सिंह राजपूत की जीवनी

दिव्या उन्नी की फिल्में – (Divya Unni Movie List)

divya unni ने अपने जीवन काल में कई फिल्मो में अपना अभिनय परिचय दिया है।  उसकी कुछ फिल्मो की लिस्ट हम आपको बताने वाले है divya unni movies लिस्ट देखि जाये तो बहुत ही लम्बी हो सकती है। लेकिन कुछ खास फिल्मो को हम आपके आगे पेश करते है। जब भी फिल्म रिलीज होती है तो चाहको की और से सिर्फ vidya unni and divya unni की आवाजे ही निकलती है। 

  • 2019 – Aakasha Ganga 2
  • 2013 – Musafir
  • 2010- Upadeshiyude Makan
  • 2008 – Magic Lamp
  • 2006 – Illalu Priyuralu
  • 2001 – Baanallu Neene 
  • 2001 – Vedham, Aandan Adimai
  • 2000 – Palayathu,Sabhash,Kannan Varuvaan,Nakshathragal,Mark Antony
  • 1999 – Niram,Aakasha Ganga,Aayiram,Usthad,Friends
  • 1998 – Sooryaputhran,The Truth Nimmi,Ayushman Bhava,Oru Maravathoor Kanavu,Pranayavarnangal
  • 1997 – Varnapakittu,Churam,Katha Nayagan,Karunyam,Nee Varuvolam,Shibiram
  • 1996 – Kalyana 
  • 1993 – Sowbhagyam,1993 – O’ Faby
  • 1991 – Pookkalam Varavayi
  • 1987 – Neeyethra Dhanya

मलयालय फिल्म अभिनेत्री –

मलयालय के कई बड़े अभिनेता के साथ दिव्या उन्नी ने अपनी भूमिकाये की है और हिट फिल्मे भी देने में सक्षम रही है  उनके दूसरे रिश्तेदार भी फिल्म दुनिया में है। जैसे की रेम्या नम्बीसन दिव्या और एक्ट्रेस मीरा नंदन  divya unni  के चचेरे [कजिन] हैं। divya unni first film Neeyethra Dhanya जो 1987 में रिलीज़ हुई थी। 

दिव्या उन्नी ने कई साउथ फिल्मो जो की मलयालम फिल्मों में अपनी भूमिकाये निभाई है। दिव्या ने सुरेश गोपी , ममूटी ,मोहनलाल और दिलीप जैसे बड़े एक्टर के साथ भी अभिनय किया है। दिव्या उन्नी ने अपने जीवन में कन्नड़ , तमिल और तेलुगु फिमो में भी अपना जोरदार और जबरदस्त अभिनय परिचय दिया है। 

Divya Unni Instagram Account –

Divya Unni Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/DivyaaUnniOfficial/

Official Website – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Email Id – Not Available

Twitter – https://twitter.com/hashtag/divyaunni

Divya Unni Life Style Video –

इसे भी पढ़े :- साई पल्लवी की जीवनी

दिव्या उन्नी के कुछ रोचक तथ्य –

  • अभिनेत्री दिव्या उन्नी तेलुगु, तमिल,मलयालम और कन्नड़ फिल्मों की एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं।
  • दिव्या अपने विवाह के पश्यात अमेरिका चली गईं है।
  • अभिनेत्री दिव्या उन्नी दुनिया भर में भारतीय नृत्य किया करती हैं, और अभी में ह्यूस्टन, टेक्सास में श्रीपादम स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के कलात्मक निदेशक हैं।
  • वह वर्तमान में अमेरिकन जलकम नामक एक टेलीविजन शो के एंकरों में से एक है।
  • दिव्या की पहली फीचर फिल्म कल्याण थी फिल्मो के आलावा दिव्या उन्नी  मोहिनिअट्टम भरतनाट्यम और कुचिपुडी नाटक की डांस ट्रेनिंग भी देनेकी शुरुआत कर दी हैं। 
  • अभिनेत्री दिव्या उन्नी ने अपने जीवन में कन्नड़ , तमिल और तेलुगु फिमो में भी अपना जोरदार और जबरदस्त अभिनय परिचय दिया है। 
  • दिव्या उन्नी ने कई साउथ फिल्मो जो की मलयालम फिल्मों में अपनी भूमिकाये निभाई है। दिव्या ने सुरेश गोपी , ममूटी ,मोहनलाल और दिलीप जैसे बड़े एक्टर के साथ भी अभिनय किया है। 

इसे भी पढ़े :- निधि अग्रवाल की जीवनी

दिव्या उन्नी के कुछ प्रश्न –

1 .दिव्या उन्नी कोन है?

दिव्या उन्नी एक भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना ,मलयालम फिल्म अभिनेत्री हैं। 

2 .दिव्या उन्नी कितनी भाषा की फिल्मो में काम किया है?

अभिनेत्री दिव्या उन्नी ने कन्नड़ , तमिल, मलयालम और तेलुगु फिल्मों में अपना अभिनय किरदार निभाया हुआ है। 

3 .दिव्या के पिता का नाम क्या है?

दिव्या उन्नी ने के पिताजी का कृष्णन उन्नी है। 

4 .क्या दिव्या उन्नी शादी शुदा है?

हां दिव्या शादी शुदा है। 

5 .दिव्या उन्नी के पति का नाम क्या है ?

दिव्या के पति का नाम अरुण कुमार है। 

6 .दिव्या उन्नी ने क्यों दूसरी शादी की थी ?

डॉ सुधीर से शादी से मत भेद हो जाने के कारन अलग हुई और दूसरी शादी करदी है। 

7 .दिव्या उन्नी किस की टीचर थी ?

दिव्या अपने विद्यार्थी को भारतीय शास्त्रीय संगीत भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और मोहिनीअट्टोम जैसे नृत्य की टीचर थी। 

8 . दिव्या उन्नी के अलावा उनके रिश्ते दार कोन है जो फिल्मो में काम करते है। 

फिल्म इंडस्ट्रीज़ में  रेम्या नम्बीसन दिव्या और एक्ट्रेस मीरा नंदन  जो दिव्या के चचेरे हुआ करते हैं।

9 .दिव्या उन्नी की खूबसूरती का राज़ क्या है और वह इतनी प्रसिद्ध क्यों है ?

उनकी दैनिक व्यायाम और डाइटिंग से अपनी खूबसूरती बनाये रखती है। उनकी प्रसिद्धि की बात करे तो अपने अभिनय किरदार से प्रसिद्ध है। 

10 .दिव्या उन्नी की उम्र कितनी है?

दिव्या उन्नी की उम्र वर्तमान समय 2021 की साल में आयु 39 वर्ष है। 

इसे भी पढ़े :- बप्पा रावल की जीवनी

Conclusion –

दोस्तों आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Divya Unni Biography In Hindi पूरी तरह से समज आ गया होगा। इस लेख के जरिये  हमने Divya Unni Twitter Account से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

Read More >>

वीके सिंह का जीवनी हिंदी - Biography oF VK Singh In Hindi

VK Singh Biography In Hindi – वीके सिंह की जीवनी हिंदी

नमस्कार दोस्तों आज के हमारे आर्टिकल में आपका स्वागत है , आज हम vk singh biography की जानकारी देने वाले है। वह भारतीय सेना के निवृत सेना नायक और 2014 के चुनावो से भाजपा के राजनेता बने हुए है। 

आज v.k. singh education कहा से प्राप्त किया है ? क्या vk singh which infantry regiment है ? उनकी पत्नी bharti singh vk singh क्या करते है ? और bikram singh और dalbir singh suhag उनके क्या लगते है। वह इंडियन आर्मी में कर्नल थे अब भाजपा में ज्वाइन होचुके है और 2014 के चुनावो में अपनी जित दर्ज करवा चुके है। vk singh Twitter अकॉउंट पे कितने फ़ॉलोअर्स है इसकी सभी माहिती आज इस पोस्ट में मिलने वाली है 

 वह वर्तमान समय में गाज़ियाबाद लोकसभा खेत्र से चुनाव में खड़े हुए थे और उन्होंने जित के सांसद बने है , सांसद के चुनाव में उन्होंने दो बार जित हासिल की है और परिवहन एवं राष्ट्रीय राज्यमार्ग राज्य मंत्री और भारतीय सेना प्रमुख रहे है। वह पहले ऐसे प्रशिक्षित कमांडो है जो जनरल के पद पर पहुंचे है। तो चलिए उन्ही की सम्पूर्ण माहिती से आपको ज्ञात करवाते है। 

VK Singh Biography In Hindi –

  नाम

  जनरल विजय कुमार सिंह

  जन्म

  10 मई 1951

  जन्म स्थान 

  बापोरा , भिवानी, भारत

  पिता

  जगत सिंह

  माता

  कृष्‍णा कुमारी

  पत्नी

  भारती सिंह

  निष्ठा

  भारत

  सेवा

  भारतीय सेना

  सेवा वर्ष

  1970–2012

  उपाधि

  जनरल

वीके सिंह का जीवनी –

प्राचीन काल से ही भारत देश की भूमि वीर पुरुषो की जन्म भूमि रही है। और जब जब भी देश को विरो की जरुरत पड़ती है तो भारत के वीर सपूत युद्ध में अपनी जान की परवाह किये बिना मातृ भूमि की रक्षा करते रहते है। और लड़ते लड़ते अपने प्राण त्याग देके अपना नाम अमर कर देते है।10 मई 1951 के दिन भारत के भिवानी जिल्ले के बापोरा गांव में जन्मे जनरल विजय कुमार सिंह के दादा और पिताजी इंडियन आर्मी में कर्नल थे।

इसे भी पढ़े :- दिव्या भारती की जीवनी

vk सिंह का जन्म और शिक्षा –

vk singh का जन्म 10 मई1951 को हरियाणा राज्य के भिवानी जिल्ले के एक नन्हे गांव बपोरा में हुआ था। vk सिंह ने अपनी पढाई राजस्‍थान राज्य के पिलानी जिल्ले में स्थित बिड़ला महाविध्यालय से शिक्षा प्राप्त की है। v. k. singh पूरा नाम जनरल विजय कुमार सिंह है और vk singh भारतीय सेना में कर्नल थे।वर्तमान समय में गाजियाबाद के संसद है उनकी माता का नाम कृष्‍णा कुमारी और पिताजी का नाम जगत सिंह है।

उनके उनके पिता भारतीय सेना में कर्नल थे और उनके दादा भी भारतीय सेना में कर्नल है यानी vk singh family तीन पीढ़ी से भारत देश की सेना में कार्यरत है।vk singh के दादा सेना में जेसीओ थे। vk singh की शादी 1975 में हुई थी general vk singh wife name भारती सिंह है। general vk singh daughter का नाम मृणालिनी है वह भी एक फौजी है। और फौजी से ही तारलुक रखती है।

vk singh का नेतृत्व –

  • राजपूत रेजीमेंट के कर्नल
  • भारत के राष्ट्रपति को माननीय सैन्यादेशवाहक
  • जीओसी-इन-सी पूर्वी कमान
  • ब्रिगेड ऑफ गार्डस के मानद कर्नल
  • जीओसी राष्ट्रीय राइफल्स फोर्स
  • कमांडर इन्फैंट्री ब्रिगेड
  • जीओसी खड्ग वाहिनी
  • सीओ २ राजपूत

युद्ध :

  • ऑपरेशन पवन
  • 1971 का भारत-पाक युद्ध

सम्मान :

  • युद्ध सेवा मैडल
  • अति विशिष्ट सेवा मैडल
  • परम विशिष्ट सेवा मैडल

vk singh का आर्मी करियर –

वीके सिंह ने 17 जून, 1970 के दिन भारतीय सेना के rajput रेजीमेंट की दूसरी बटालियन में दाखिला लिया था। तब यह बटालियन पाकिस्तान देश से जुडी सिमा नियंत्रण पे तैनात थी। vk singh ने डिफेंस सर्विसेज कॉलेज से आर्मी की ट्रैनिग प्राप्त की थी। वीके सिंह का वह रेंजर्स स्नातक कोर्स था। पेंसिलवैनिया और कार्लीस्ल के आर्मी कॉलेज से अपनी पढ़ाई प्राप्त की थी।

vk singh ips को हाई एल्टीट्यूड ऑपरेशन्स और काउंटर इंसरजेंसी ऑपरेशन्स क पूरी जानकारी थी। बांग्लादेश से लड़ाई की कार्यवाही में general vk singh ने भाग लिया था। काउंटर इंसरजेंसी फोर्स को कमाण्ड करने के समय के लिए vk singh को आर्मी की और से एवीएसएम मैडल दिया गया था। 31 मार्च, 2010 को gen vk singh को भारत देश के सेना प्रमुख बनाया गया था। 

जन्म तिथि का विवाद –

वीके सिंह सेना सेवा के अंतिम समय में उन्ही की बर्थ ऑफ़ डेट के लिए विवाद हुआ था ऐसे वह पहले कमांडो थे जिसने सरकार को भी कोर्ट में खड़ा कर दिया था ।1965 की राष्ट्रीय डिफेंस अकादमी में वीके सिंह की जन्म तिथि गलत दर्ज हो जानेकी वजह से उनको अपनी और से सरकार पर केश दाखिल करना पड़ा था।कोर्ट का फैसला ऐसा था की वीके सिंह की वास्तविक बर्थ ऑफ़ डेट लेकर कोई शिकायत नहीं है लेकिन जिसने उनकी जन्म तिथि को दर्ज किया है उनकी भूल थी।

vijaita singh को उनके सेना सेवा समय में अति विशिष्ट सेवा मेडल , परम विशिष्ट सेवा मेडल और युद्ध सेवा मेडल से सन्मान दिया गया था। kay v singh को युद्ध कौशल कॉलेज ऑफ़ अमेरिकी में शिक्षा लेने का भी अवसर मिला था।31 मई 2012 के दिन जनरल vk singh ने भारतीय सेना प्रमुख पद से रिटायर हो गए। प्रमुख का कार्य काल का समय 26 महीने का रहा था।

इसे भी पढ़े :- साजिद नडियादवाला की जीवनी

vk singh का राजनीतिक सफर –

अन्ना हजारे की देख भाल से चलाये जाने वाला भ्रष्टाचार मिटने का आंदोलन में वीके सिंह ने अपना योगदान दिया था क्योकि उन्हों ने रिटारमेंट लेने के बाद प्रजा कल्याण के कार्य करना चाहते थे।1 march 2014 के दिन उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे दिया और गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव जित के सांसद और केंद्र सरकार के राज्य मंत्री है। पूर्व सेनानायक जनरल वीके सिंह ने इक राजनीती मीटिंग में कहा था की 1984 के वर्ष में स्वर्ण मंदिर पर हुए आतंकी हुमलो के आतंकवादियों के साफ करने के लिए सरकार ने जो ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाने का फैसला लिया था वह फैसला ‘जल्दबाजी में लिया गया राजनीतिक निर्णय’ था।

ऑपरेशन ब्लू स्टार के वक्त मेजर की पदवी संभाले वीके सिंह ने कहा था की भारतीय सेना को इस ऑपरेशन को अंजाम न देने की चाह थी लकिन सरकार के दबाव की वजह से सबकुछ करना पड़ा था।जनरल सिंह ने कहा कि सर्कार का स्वर्ण मंदिर में आर्मी भेजने का विचार जल्दबाजी में किया गया था अपने ही देश के लोगो के सामने हथियार उठाना जनरल सिंह को कभी पसंद नहीं आया था फिर भी राजनेताओ की सुचना अनुसार करना पड़ा था ।

चीन के बारे में वीके सिंह की किताब –

चीन देश भले ही अपने आपको चालबाज समझता हो मगर सच तो यह है की भारत के सामने चीन की चाल हमेशा नाकामियाब ही रहती है। भारत देश की चीन बोडर पर चीन आंखें रखे बैठा है और घुस पेठ की कोशिश हमेश करता रहता है तो भारत देश की सेना भी आज उससे आंख लाल करके खड़ा है।इसा तो कई बार हुआ है की दोनों देश आमने सामने आजाते है बार बार 1967 की साल में चीन और भारत युद्ध करने की पूरी तैयारी करचुके थे। 

इस बात साडी दुनिया भर के देशो को याद है तो china कैसे भूल सकता है।हमारे भारतीय सेना जवानों ने चीन के बंकरो में घुसकर china के तक़रीबन 300 सैनिकों को हमेशा के लिए मौत की नींदमें धकेल दिया था। उसके बारे में पूर्व मेजर जनरल वीके सिंह ने एक पुस्तक भी लिखी है। इसमें सिघ साहब ने भारतीय सेना के 12 सैनिकों की जीवन के बारे में और 1967 के china के साथ का गौरवशाली युद्ध कली भी कुछ हक़ीकते बताई है।

वीके सिंह मिनिस्टर – ( vk singh minister )

dr vk singh 1 मार्च 2014 को भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइन हुएऔर 2014 की साल में गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव में पहली बार चुनाव में उतरे और विजयी हुए भी हुए। kay v singh को बैडमिंटन , गोल्फ , पोलो और टेनिस के शिवा घोड़े सवारी का भी शोख है। bay of sighs देखा जाये तो 2019 में vk सिंह दूसरी बार गजिया बाद लोकसभ चुनाव जित के सांसद बने है और भारत देश की सेवा में कार्यरत है।

इसे भी पढ़े :- दिव्या उन्नी की जीवनी

vk singh Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/generalvksingh/

Email Id – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Official Website – Not Available

Twitter – https://twitter.com/Gen_VKSingh?

vk singh Instagram –

VK Singh Life Style Video –

इसे भी पढ़े :-भूषण कुमार की जीवनी

वीके सिंह के बारे में रोचक तथ्य – VK Singh

Interesting Facts

  • आजाद भारत के 26वें थल सेनाध्यक्ष जनरल सिंह की सबसे बड़ी ताकत और खासियत उनकी ईमानदारी को बताया जाता है।
  • हरियाणा राज्य के भिवानी में जन्मे वी के सिंह के पिताजी और दादाजी भारतीय सेना में ऑफिसर हुआ करते थे।
  • नागरिकता कानून CAA पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने विरोध करते कॉलेजों के विद्धार्थी को लेकर बयान दिया था ‘आर्मी चीफ के बयान में मुझे कोई राजनीति नहीं दिखती है
  • पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह अपने सेना सेवा  वक्त पर लगातार विवादों से जुड़े रहेते थे। उन्हि कि जन्मतिथि को लेकर बहुत ही विवाद रहे थे। 
  • पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह को सेना के वाहनों की खरीदारी के लिए 14 करोड़ की घूस देने की ऑफर हुई थी लेकिन उन्होंने अपने ईमान को नहीं बेचा था। 
  • भारतीय वायु सेना में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह पर 126 लड़ाकू विमानों को  खरीदने के लिए गड़बड़ि का आरोप लगा था। 

वीके सिंह के कुछ प्रश्न –

1 .वी.के सिंह के पास अभी कौन सा मंत्रालय है ?

पूर्व जनरल वी के सिंह के पास अभी केंद्र सरकार के मंत्री पद है। 

2 .वी.के सिंह कोन है ?

भारत देश के 26वें थल सेनाध्यक्ष ईमानदारी की मिसाल और भारतीय राजनेता है।  

3 .वी.के सिंह कब मंत्री बने थे ?

1 मार्च 2014 के दिन भारतीय जनता पार्टी से गाजियाबाद लोकसभा चुनाव में विजयी होके मंत्री बने है। 

4 .वी.के सिंह का अभ्यास क्या है ? 

vk सिंह ने अपनी पढाई राजस्‍थान राज्य के पिलानी जिल्ले में स्थित बिड़ला महाविध्यालय से शिक्षा प्राप्त की है।

5 .वी.के सिंह के पिताजी क्या करते थे ? 

जनरल विजय सिंह के पिता और दादाजी भी सेना में अपनी सेवा प्रदान किया करते थे। 

6 .वी.के सिंह की धर्म पत्नी का नाम क्या है ?

जनरल विजय सिंह की पत्नी का नाम भारती सिंह है।

इसे भी पढ़े :- सुशांत सिंह राजपूत की जीवनी

Conclusion –

दोस्तों उम्मीद करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल VK Singh Biography बहुत अच्छी तरह पसंद आया होगा। इस लेख के द्वारा हमने vk singh son और general vk singh family के सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दी है अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है। तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। धन्यवाद।

Read More >>