Sunita Williams Biography In Hindi – सुनीता विलियम्स की जीवनी

नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है। आज के हमारे आर्टिकल में आज Sunita William Biography In Hindi में , भारतीय मूल की अंतरिक्ष वैज्ञानिक सुनीता विल्लियम्स का जीवन परिचय देने वाले है।

उनका जन्म 19 सितम्बर 1965 को अमेरिका के ओहियो राज्य में यूक्लिड नगर में हुआ था । सुनिता विलियम्स बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की लड़की थी। जो अपने पंखों को परि की भांति फैलाना चाहती थी। आज sunita williams family,sunita williams space missions और sunita williams children की सभी माहिती से वाकिफ करने वाले है। वह समस्त विश्व का भ्रमण कर, पृथ्वी पर लौट आये थे ।

अपने परिवार में वह माता पिता की सबसे छोटी संतान थी। इनके पिता जी का नाम डॉ. दीपक एन. पांड्या व माता का नाम बानी जालोकर पांड्या हैं। सुनीता विलियम्स माहिती हिंदी में (sunita williams information) में आपको बतादे की इनके पिता जी प्रसिद्ध तंत्रिका विज्ञानी (एम.डी) हैं। वह गुजरात राज्य (भारत) के निवासी हैं। सुनिता जी के पिता जी का पेशा अमेरिका में स्थायी होने के कारण वे सन 1958 में अहमदाबाद से बोस्टन (अमेरिका) में बस गए थे।

Sunita Williams Biography In Hindi –

 नाम  सुनीता माइकल जे. विलियम
 जन्म  19 सितम्बर 1965
 जन्म स्थान  युक्लिड, ओहियो राज्य (अमेरिका)
 पिता  डॉ. दीपक एन. पांड्या
sunita williams mother name  बानी जालोकर पांड्या
 पति  माइकल जे. विलियम से
 उपलब्धि  भारतीय मूल की अंतरिक्ष वैज्ञानिक (नासा)

सुनीता विलियम्स की जीवनी –

 1983 में अंतरिक्ष परी सुनीता विलियम्स ने मैसाचुसेट्स से हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी। उसके बाद उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की नौसैनिक अकादमी से फिजिकल साइन्स  में 1987 में बीएस की परीक्षा पास करदी थी। 1995 में फ़् लोरिडा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टैक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ साइंस की (एम.एस.) डिग्री हासिल की हुई है।

अपने हौसलों की उड़ान को ओर मजबूती प्रदान कर दी थी।  तब उनकी मुलाकात माइकल जे. विलियम्स से हुई थी वह इतनी असरदार थी की दोनो ने विवाह बंधन में, सदा के लिए एक हो जाना ही उचित समझा था । वर्तमान समय में सुनीता विलियम्स आयु (sunita williams age) 56 वर्ष है। is sunita williams alive .

इसके बारेमे भी पढ़िए :- कल्पना चावला की जीवनी

सुनीता विल्लियम्स का व्यक्तित्व – sunita william

कौन कहता है कि बेटियों में जिगर और बुलंद हौसला नहीं होता या फिर कहे कि वो अपने वतन, मां-बाप का नाम रोशन नहीं कर सकती। यदि बेटियों को अच्छी शिक्षा व संस्कारों के युग्म के साथ अच्छा हुनर सिखला दिया जाये तो आज भी बेटियां विश्व पटल पर तिरंगा की शान को चार चांद लगाने से नहीं चूकेगी।

 हमारे समाज की विडम्बना दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। क्योंकि आज भी कई जगह बेटियों को जो सम्मान समाज में मिलना चाहिए, से अछूती रह जाती हैं। जिसका मुख्य कारण अंधविश्वास या फिर कहें कि लकीर का फकीर होना है। जिस कारण आधुनिक युग में भू्रण हत्या जैसे पाप हमारे समाज के लिए अभिशाप सिद्ध होता जा रहा है।

इतिहास गवाह है, कि बेटियों ने हमेशा अपने अस्तित्व को दांव पर लगा कर, परहित के लिए अपनी जान भी न्यौछावर कर दी है। आज हम ऐसे ही व्यक्तित्व के विषय में चर्चा करने जा रहे है, जो अपने आप में उक्त समाज के नुमाइंदों को हमेशा लज्जित करता रहेगा। क्योंकि यदि बेटी चाहे तो वह भी बेटों से ज्यादा नाम रोशन कर सकती हैं।

सुनीता विल्लियम्स की कुशल कार्य क्षमता – 

sunita william की लगन और मेहनत ने अब कुछ रंग दिखलाना आरंभ कर दिया था। धीरे-धीरे भारत की परी का पंख रूपी हौसला आसमान को छूने के लिए फडफ़ड़ा रहा था। मई 1987 में अमरीकी नेवल एकेडमी के माध्यम से नौसेना से जुड़ी और बाद में हेलीकॉप्टर पायलट बन गई। उनकी नियुक्ति 6 महीने के लिए अस्थायी रूप से, नेवल तटवर्ती कमांड में की गई थी।

सुनीता विलियम ने अपनी प्रारंभिक ट्रेनिंग की शुरुआत हेलीकॉप्टर से ही की थी। बाद में उनकी कार्य क्षमता को देखते हुये उन्हें ‘बेसिक ड्राइविंग ऑफिसर’ के तौर पर नियुक्ति किया गया था। बाद में उन्होंने नेवल एयर ट्रेनिंग कमांड में प्रशिक्षण पूर्ण प्राप्त कर लिया था। जुलाई 1989 में उन्हें नेवल एवियेटर का महत्वपूर्ण पद प्रदान कर दिया गया।

कुछ समय बाद उनकी नियुक्ति ‘हेलीकॉप्टर काम्बैट सपोर्ट स्क्वाड्रन’ में की गयी। जिसके बाद सुनीता विलियम को नॉरफॉक, वर्जीनिया में हेलीकॉप्टर कंबाट सपोर्ट स्क्वाड्रन 8 (एचसी -8) की जिम्मेदारी सौंपी दी गई थी। भूमध्यसागर, रेड सी और पर्शियन गल्फ में उन्होंने ‘ऑपरेशन डेजर्ट शील्ड’ और ‘ऑपरेशन प्रोवाइड कम्फ र्ट’ के दौरान बड़ी ही निपुणता से कार्य किया।

सुनीता विलियम्स शिक्षा – Sunita Williams Education

अपनी शुरुआती पढाई sunita william ने  मैसाचुसेट्स के नीधम हाई स्कूल से 1983 में पढ़ाई प्राप्त की। इसके बाद 1987 में उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स नेवल अकैडमी से फिजिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया था। फिर उन्होंने फ्लोरिडा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से 1995 में मास्टर्स ऑफ इंजीनीरिंग मैनेजमेंट की पढाई की। पढाई के दौरान सुनीता ब्रिलियंट स्टूडेंटस में से एक थीं।

इसके बारेमे भी पढ़िए :-

सुनीता विल्लियम्स का टर्निग पॉइंट – Sunita Villiam  Turning Point

सुनीता विलियम्स स्पेस यात्री होने के साथ अमेरिकी नौसेना की एक अधिकारी भी रह चुकी हैं। 1987 में उन्हें अमेरिकी नौसेना में कमीशन हासिल हुआ, करीब 6 महीने की अस्थायी नियुक्ति के बाद उन्हें बेसिक डाइविंग ऑफिसर बना दिया गया। 1989 में उन्हें नेवल एयर ट्रेनिंग कमांड के लिए भेज दिया गया, जिसके बाद वे ‘नेवल एविएटर’ पद पर नियुक्त हुईं।

 जनवरी 1993 में सुनीता ने ‘यू.एस. नेवल टेस्ट पायलट स्कूल’ में प्रक्टिस शुरू की और दिसंबर तक पूरा कोर्स खत्म कर दिया। 1995 में उन्हें यू.एस. नेवल टेस्ट पायलट स्कूल में काम करने का मौका मिला। वहां उन्होंने कई हेलिकॉपटर्स उड़ाए, फिर 1998 में सुनीता का नासा में सेलेक्शन हो गया। यही उनके जीवन का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।

सुनीता विल्लियम्स की पहली अंतरिक्ष यात्रा – Sunita Villiam first space trip

उनका पहला मिशन साढ़े छह महीने का था। अंतरिक्ष से वापसी के बारे में निश्चित तौर पर कुछ भी कहना मुश्किल था। उसे अंतरिक्ष यान में बैठने के बाद मौसम ख़राब होने के कारण कई बार वापस लौटना पड़ा था। व्यवसाय हुनर नौसेना पोत चालक, हेलीकॉप्टर पायलट, परीक्षण पायलट, पेशेवर नौसैनिक, गोताखोर, तैराक, मैराथन धाविका। यह उसके लिए भावनात्मक रूप से काफ़ी कठिन पल थे क्योंकि यह उनकी पहली अंतरिक्ष यात्रा थी। 

  • अंतरिक्ष में व्यतीत समय : 321 दिन , 17 घंटे , 15 मिनट
  • नियुक्ति : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’(1998)
  • निर्धारित लक्ष्य : पूर्ण एसटीएस 116, अभियान 14, अभियान 15, एसटीएस 117, सोयुज टीएमए-05 एम, अभियान 32, अभियान 33

सुनीता विल्लियम्स की ट्रेनिंग – Sunita William training

अगस्त 1998 में सुनीता विलियम का एस्ट्रोनॉट कैंडिडेट के रूप में ‘जॉनसन स्पेस सेंटर’ में ट्रेनिंग शुरू हुई। चूंकि सुनीता पढाई में ब्रिलियंट थीं, इसलिए उन्हें इन सब के बारे में समझने में ज्यादा समय नहीं लगा। 9 दिसंबर, 2006 को सुनीता को स्पेसक्राफ्ट ‘डिस्कवरी’से ‘इंटरनेशनल स्पेस सेंटर’ भेजा गया। वहां उन्हें एक्सपीडिशन-14 दल में शामिल किया गया।

अप्रैल 2007 में रूस के अंतरिक्ष यात्री चेंज किये गए, जिसके बाद ये एक्सपीडिशन-15 हो गया। कहा जाता है कि एक्सपीडिशन-14 और 15 के दौरान उन्होंने स्पेस में लगभग तीन स्पेस वाक किये। 6 अप्रैल, 2007 को उन्होंने अंतरिक्ष में ‘बोस्टन मैराथन’ में हिस्सा लिया और 4 घंटे 24 मिनट तक अंतरिक्ष में मैराथन के दौरान दौड़ने वाली सुनीता दुनिया की पहली व्यक्ति बन गयीं। इसके बाद 22 जून, 2007 को वे फिर धरती पर वापस आ गईं।

इसके बारेमे भी पढ़िए :- जहाँगीर की जीवनी हिंदी

सुनीता विल्लियम्स का नासा में निपुणता –

  • सन 1998 में सुनीता विलियम्स की नियुक्ति नासा में हो गई। वास्तव में वह दिन भारत की बेटी के लिए एक सुखद अहसास रहा होगा।
  • सुनीता विलियम्स उसी दौरान वे यूएसएस सैपान पर कार्यरत थी। उनकी एस्ट्रोनॉट कैंडिडेट ट्रेनिंग ‘जॉनसन स्पेस सेेंटर में सन 1998 के अगस्त माह से आरंभ हो चुकी थी।
  • सुनीता के हृदय में बचपन से ही हुनर को समझने व लग्न से उसे अंजाम तक पहुंचाने की क्षमता लबालब भरी थी। इसी गुण का लाभ, उन्होंने अपनी उक्त ट्रेनिंग के दौरान उठाया।
  • sunita william को 9 दिसम्बर 2006 में अंतरिक्षयान ‘डिस्कवरी’ से ‘अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र’ भेजा गया, जहां उन्होंने एक्सपीडिशन-14 दल में शामिल हो कर तरह-तरह के प्रयोगों में अपना सहयोग दिया।
  • एक्सपीडिशन-14 और 15 के दौरान सुनीता विलियम्स ने तीन स्पेस वॉक किए। 6 अप्रैल 2007 को उन्होंने अंतरिक्ष में ही ‘बोस्टन मैराथन’ में भाग लिया, जिसे उन्होंने महज 4 घंटे 24 मिनट में पूरा किया।

अंतरिक्ष में मैराथन –

अंतरिक्ष में मैराथन में दौडऩे वाली प्रथम व्यक्तित्व (महिला/पुरूष) बन गयीं। 22 जून 2007 को वे पृथ्वी पर वापस आ गयीं। साल 2012 में सुनीता एक्सपीडिशन 32 और 33 से जुड़ीं थी। 15 जुलाई 2012 को बैकोनुर कोस्मोड्रोम से अंतरिक्ष में भेजा गया। उनका अंतरिक्ष यान सोयुज़ ‘अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र’ से जुड़ गया। वे 17 सितम्बर 2012 में एक्सपीडिशन 33 की कमांडर बनायी गयीं।

सितम्बर 2012 में ही वे अंतरिक्ष में त्रैथलों करने वाला पहला व्यक्तित्व बनीं। 19 नवम्बर 1012 को सुनीता विलियम्स धरती पर वापस लौट आयीं। sunita william ने पानी के अंदर और एकांतवास परिस्थितियों में भी ट्रेनिंग प्राप्त की। ट्रेनिंग के दौरान सुनीता विलियम्स ने रूसी अंतरिक्ष संस्था में भी काम किया और इस प्रशिक्षण में उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बारे, रूसी हिस्से की जानकारी दी गयी थी।

अंतरिक्ष स्टेशन के रोबोटिक तंत्र के ऊपर भी विलियम्स को प्रशिक्षित किया गया। उनकी ट्रेनिंग की खास बात ये रही है कि वे मई 2002 में पानी के अंदर एक्वैरियस हैबिटेट में 9 दिन तक रही |

इसके बारेमे भी पढ़िए :- हुमायूँ की जीवनी

सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष अभियान –

  • सुनीता विलियम्स ने पृथ्वी पर वापसी से पहले केविन फोर्ड को अंतिरक्ष केंद्र की कमान सौंपी, जो अंतिरक्ष अभियान 34 के कमांडर होगें।
  • 15 जुलाई को कजाकिस्तान के बैकानूर कोस्मोड्राम से सुनीता ने अंतिरक्ष के लिए उड़ान भरी थी। गुजराती पिता और चेक मां की बेटी सुनीता इससे पहले भी अंतिरक्ष का सफल सफर कर चुकी हैं।
  • सुनीता ने 1987 में अमेरिकी नौसैन्य अकादमी से स्नातक किया था। और सुनीता वीलियम्स अंतरिक्ष में भी समोसे खाती थी। 
  • नासा द्वारा 1998 में अंतिरक्ष यात्री के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने से पहले नौसेना अधिकारी थीं।
  • कल्पना चावला के बाद अंतिरक्ष यात्री के रूप में नासा द्वारा चुनी जाने वाली वह दूसरी भारतीय मूल की महिला हैं।
  • सुनीता ने नौ दिसंबर 2006 से 22 जून 2007 तक अंतिरक्ष अभियान 14 व 15 में अंतरिक्ष स्टेशन में फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया था।
  • सबसे अधिक अंतरिक्ष भ्रमण करने वाली पहली महिला अंतिरक्ष यात्री का रिकार्ड बनाया था। हालांकि, बाद में अंतरिक्ष अभियान 16 में काम करने वाली पेगी व्हिट्सन ने उनका यह रिकार्ड तोड़ दिया था।
  • sunita williams in space में अपना यह रिकार्ड फिर अंतरिक्ष अभियान 33 में दोबारा बनाया।
  • उनके नाम 50 घंटे 40 मिनट के अंतिरक्ष भ्रमण का रिकार्ड है, जो उन्होंने सात बार में हासिल किया है।
  • तीनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के साथ ही उनका 127 दिन का अंतरिक्ष प्रवास पूरा हो गया। इनमें से 125 दिन उन्होंने 15 जुलाई को कजाकिस्तान के बैकानूर कॉस्मोड्रोम से प्रक्षेपण के बाद स्टेशन पर बिताए।

सुनीता विलियम्स पुरस्कार – Sunita William Awards

  • नेवी कमेंडेशन मेडल अवॉर्ड।
  • नेवी एंड मैरीन कॉर्प एचीवमेंट मेडल।
  • ह्यूमैनिटेरियन सर्विस मेडल।
  • sunita williams awards की भारत यात्रा के दौरान सरदार बल्लभ भाई पटेल विश्व प्रतिमा अवार्ड सम्मानित
  • उन्हें 2008 में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।
  • सन 2013 में गुजरात विश्वविद्यालय ने डॉ. की मानद उपाधि प्रदान की।
  • सन 2013 में स्लोवेनिया द्वारा ‘गोल्डन आर्डर फॉर मेरिट्स’ प्रदान किया गया।

अपनी बेजोड़ कार्य क्षमता व लग्न से यह सिद्ध कर दिया कि एक बेटी चाहे तो व किसी भी देश क्यों ना ही असंभव कार्य को भी संभव कर अपने देश की छवि विश्व पटल पर सर्वोच्च शिखर पर पहुंचा सकती है। जो कि भावी पीढिय़ों के लिए एक प्रेरणा स्रोत से कम नहीं है।

Sunita William Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/AstronautSunitaWilliams/

Email Id – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Official Website – Not Available

Twitter – https://twitter.com/astro_suni

Sunita Williams Instagram –

इसके बारेमे भी पढ़िए :- प्लासी का पहला युद्ध

Sunita Williams Video –

सुनीता विल्लियम्स की कुछ रोचक तथ्य –

  • पृथ्वी पर वापसी से पहले केविन फोर्ड को अंतिरक्ष केंद्र की कमान सौंपी, जो अंतिरक्ष अभियान 34 के कमांडर होगें।
  • 15 जुलाई को कजाकिस्तान के बैकानूर कोस्मोड्राम से सुनीता ने अंतिरक्ष के लिए उड़ान भरी थी।
  • सुनीता ने 1987 में अमेरिकी नौसैन्य अकादमी से स्नातक किया था।
  • 1998 में अंतिरक्ष यात्री के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने से पहले नौसेना अधिकारी थीं।
  • कल्पना चावला के बाद अंतिरक्ष यात्री के रूप में नासा द्वारा चुनी जाने वाली वह दूसरी भारतीय मूल की महिला हैं।
  • सुनीता ने नौ दिसंबर 2006 से 22 जून 2007 तक अंतिरक्ष अभियान 14 व 15 में अंतरिक्ष स्टेशन में फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया था।

Sunita William Questions –

1 .suneeta viliyams islaam kabul kiya hai ?

हा सुनीता विलियम्स इस्लाम कबुल कर लिया है। 

2 .suneeta viliyams kitanee baar antariksh mein gaye hai ?

जून, 1998 से नासा में शामिल हुई सुनीता ने 30 अंतरिक्ष यानों से 2770 उड़ानें भरी हैं।

3 .suneeta viliyams ka janm kahaan hua tha ?

सुनीता विलियम्स का जन्म यूक्लिड, ओहियो,अमेरिका में हुआ था। 

4 .suneeta viliyams ka janm kab hua tha ?

19 September 1965 के दिन सुनीता विलियम्स का जन्म हुआ था। 

5 .suneeta viliyams ke pita ka naam kya tha ? 

डॉ. दीपक एन. पांड्या सुनीता विलियम्स के पिता है। 

6 .suneeta viliyams kis devata kee moorti ko apane saath antariksh mein le gaeen thee ?

सुनीता विलियम्स अपनी प्रेरणा के लिए भगवत गीता को अंतरिक्ष में लेकर गईं थी। 

7 .sunita williams village name क्या है ? 

सुनीता विलियम्स के गांव गुजरात का झुलासन है। 

इसके बारेमे भी पढ़िए :-

Conclusion –

दोस्तों आशा  करते है। की आपको मेरा यह आर्टिकल sunita williams biography in short ,बहुत अच्छी तरह से समज और पसंद आया होगा।  हमने sunita williams parents और sunita williams net worth से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है।  अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है।  तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। जय हिन्द ।

Leave a Comment