Sadhguru Jaggi Vasudev Biography In Hindi – सद्गुरु जग्गी वासुदेव की जीवनी

सद्गुरु जग्गी वासुदेव से नाम से विश्व प्रसिद्ध योगी Sadhguru Jaggi Vasudev Biography In Hindi बताने वाले है। Isha Foundation एव ईशा योग के संस्थापक विश्व के प्रसिद्ध कवी सद्गुरु जग्गी वासुदेव जीवन परिचय प्रस्तुत करते है। 

उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य लोगों की आध्यात्मिकता को प्रकट करने के लिए लगादी है। उन्होंने कई योग केंद्र की स्थापना करवाई है। भारत के अलावा उन्होंने अमेरिका में भी योग केंद्र स्थापित किये है। आज हम Sadhguru Jaggi Vasudev Controversy, Sadhguru Jaggi Vasudev Videos Youtube और Sadhguru Jaggi Vasudev Tamil Books Free Download कैसे करते है उसकी सम्पूर्ण माहिती देने वाले है। 

हस्राब्दी विश्व शांति सम्मेलन में अमेरिका ने विश्व आर्थिक मंच में 2006 और 2007 में में हिस्सा लिया था। जग्गी वासुदेव सभी लोग सद्गुरु के नाम से जाना करते है। उन्हें प्रकृति के साथ बहुत ही प्यार है। उन्होंने कई दिन रात जंगल में व्यतीत किये थे। Jaggi Vasudev अपने बालयकाल से ही जिज्ञासु, सक्रिय और एक बुद्धिमान बालक हुआ करते है। युवा होते ही उन्होंने पास के जंगल में सांपों को देखने के लिए घंटों बिताता था। तो चलिए Sadhguru Quotes और Sadhguru Jaggi Vasudev Speech की बाते बताते है। 

Sadhguru Jaggi Vasudev Biography In Hindi –

नाम  सद्गुरु जग्गी वासुदेव
उपनाम   सद्गुरु
जन्म  3 सितम्बर 1957
जन्म स्थान  मैसूर, कर्नाटक, भारत
पिता डॉ वासुदेव (ओप्थाल्मोलॉजिस्ट)
माता सुशीला वासुदेव
भाई  1
बहन  2
पत्नी  विजयकुमारी 
विवाह तिथि 1984 (महाशिवरात्री के दिन)
Sadhguru Daughter Age 64 साल 
बेटी राधे जग्गी
जमाई  संदीप नारायण
स्कूल Demonstration स्कूल, मैसूर
कॉलेज  मैसूर विश्वविद्यालय
शैक्षणिक योग्यता अंग्रेजी साहित्य में स्नातक
धर्म  हिंदू
गृहनगर  कर्नाटक, भारत
राशि कन्या
संस्था  ईशा फाउंडेशन
पता ईशा फाउंडेशन 15, गोविंदासामी नायडू लेआउट, सिंगनल्लूर, कोयंबटूर – 641005, भारत
पुरस्कार और उपलब्धि  पद्म विभूषण, इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार
वेबसाइट  isha.sadhguru.org
व्यवसाय  भारतीय योगी और रहस्यवादी
राष्ट्रीयता  भारतीय

सद्गुरु जग्गी वासुदेव का जन्म और शिक्षा –

3 सितंबर 1957 के दिन सद्गुरु जग्गी वासुदेव का जन्‍म कर्नाटक के मैसूर शहर में हुआ था। माता सुशीला वासुदेव और पिता वासुदेव के लाड़प्यार में बड़े हुए सद्गुरुजी सभी बालको से अलग हुआ करते थे। क्योकि उन्हें बचपन से ही कुदरत की प्रकृति से बहुत लगाव था। वह अपने शुरुआती दिनों में ही जंगल में चले जाते थे। वह जंगल में पेड़ पर बेठ के हवाओं आनंद लिया करते थे। और वह करके ध्‍यान में मग्न होजाते थे।

Sadguru अपनी जोली में सांपों को रखते थे। वह सांप पकड़ने में माहिर थे। उन्होंने सिर्फ 11 साल की उम्र में ही योग का अभ्यास करना शुरू करदिया था। अपने योग के गुरु मल्‍लाडिहल्‍लि स्वामी जिनका मूल नाम श्री राघवेन्द्र राव के पास से योग की शिक्षा प्राप्त की हुई है। उन्होंने  प्रायमरी शिक्षा Demonstration स्कूल, मैसूर से की हुई है। और बाद में मैसूर विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की पदवी प्राप्त की हुई है। 

इसके बारेमे भी पढ़िए :- श्री कृष्ण का जीवन परिचय

सद्गुरु जग्गी वासुदेव का परिवार –

Sadhguru जग्गी वासुदेव के फेमिली की जानकारी बताये तो उनके पिताजी का नाम डॉ वासुदेव था। वह पेशे से एक डॉक्टर थे। वह ऐसा चाहते थे की उनके बच्चे भी डॉक्टर बने। लेकिन उनके सभी बच्चे ने अलग ही रस्ते ले लिए थे। उनकी माता का नाम सुशीला वासुदेव है। वह अपने घर का काम संभाला करती थी। उनके परिवार में उनके 2 भाई और एक बहन थी। उसमे गुरूजी सबसे छोटे थे। सद्गुरु जग्गी वासुदेव का विवाह (Sadhguru Jaggi Vasudev Wife) विजया कुमारी जी से हुआ है। जिसके चलते उन्हें एक बेटी को जन्म दिया था। उसका नाम Radhe Jaggi है।

उन्होंने अपनी बेटी की शादी संदीप नारायण (Sadhguru Daughter Husband) जो कर्नाटक शास्त्रीय गायक है। उनके साथ हुई है। उनकी पत्नी विजया कुमारी ने महासमाधि लेने का फैसला लिया था। और जब उनसे पूछा गया कि वह दुनिया को क्यों छोड़ना चाहती थीं ? तो जग्गी ने कहा की कि वह बहुत खूबसूरती से दुनिया छोड़ना चाहती है। महासमाधि के लिए उन्होंने अभ्यास किया था। क्योकि शरीर को नुकसान पहुंचाए बिना ही छोड़ा जाये। 23 जनवरी 1997 के दिन विजयकुमारी ने महासमाधि लेली थी। तब उनकी उम्र सिर्फ 33 साल थी। 

भारतीय इतिहास और पर्यटक स्थान की सम्पूर्ण जानकारी के लिए – नीलकंठ मंदिर पोइचा धाम

सद्गुरु जग्गी वासुदेव की शारीरिक संरचना –

ऊंचाई 
5’ 8” फीट इन्च
1.72 मीटर 
172 सेंटीमीटर 
वजन  अंदाजित 70 कि० ग्रा०
बालों का रंग ग्रे
आँखों का रंग  काला

सद्गुरु जग्गी वासुदेव आध्यात्मिक जीवन –

25 साल की उम्र में ही सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने चामुंडी पहाड़ी पर चढ़के बैठ गए थे। और वह आध्यात्मिक अनुभव की अनुभूति होने लगी थी। उसके बाद में उन्होंने अपना व्यवसाय को छोड़ दिया और विश्व की यात्रा करने के लिए निकल पड़े थे। 1 साल तक भ्रमण करने के बाद Sadhguru Jaggi Vasudev Teachings की सोच आयी और उन्होंने आंतरिक अनुभव को जाग्रत करने के लिए योगा सिखाने का फैसला लिया था।

मैसूर शहर में अपने सात सहयोगियों से मिलके 1983 की साल में उन्होंने पहली योगा क्लास की शुरुआत करदी थी। ध्यानलिंग में उपचारात्मक शक्तियां होने के कारन उस थान पर अपार उर्जा आया करती है। ऐसा कहते है की वहा बैठकर लोग बहुत ज्यादा वक्त तक ध्यानकेंद्र में रहते थे। उस के सफल शुरुआत से हैदराबाद एव कर्नाटक में भी योगा क्लास की शुरुआत करदी थी। उनकी क्लास पोल्ट्री फार्म पर आधारित थी उन्होंने लोगो से फीस के पैसे लेना ना कह दिया था । 

इसके बारेमे भी पढ़िए :- राम जी का जीवन परिचय

ईशा योग केंद्र की स्थापना –

1992 में सद्गुरु जग्गी वासुदेव और उनके अनुयायियों ने Isha Yoga Center और आश्रम की स्थापना की थी। वह जगह कोयंबटूर के पूंडी में वेल्लिंगिरी के पर्वतीय पहाडियों पर निर्माण किया गया है। ईशा फाउंडेशन लगभग 150 एकड़ जमीन में विस्तार में स्थापित हुआ है। उसके अंदर 13 फीट ऊँचे विशाल ध्यानलिंग बना हुआ है। आश्रम परिसर में धार्मिक मंदिर का निर्माण करवाया गया है। उसका निर्माण कार्य 1999 की साल में पूर्ण किया गया था।

उसका निर्माण लोगो के आंतरिक विकास के लिए किया गया है। वह स्थान ज्ञान, कर्म, क्रिया और भक्ति के लिए बनाया है। साधगुरू जग्गी वासुदेव अपनी जुबा से कहते है। की विस्व में उनके 25 योग सेंटर मौजूद है। उसमे ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, मलेशिया, यूगांडा, लेबनान, सिंगापुर, कनाडा, चाइना, यूनाइटेड स्टेट और यूनाइटेड किंगडम  समावेश होता है। और उसका प्रयोग सामुदायिक विकसित और सामाजिक गतिविधियों के लिए किया जाता है। 

सद्गुरु जग्गी वासुदेव के अनमोल विचार –

  • Sadhguru Jaggi Vasudev Biography In Hindi 
  • आध्यात्मिकता का अर्थ विकास की क्रिया को सफलता दिलाना है। 
  • अवसाद, कुंठा और निराशा का अर्थ है कि इंसान खुद अपने खिलाफ कार्य करता है। 
  • कोई भी अविश्वसनीय काम हम आसानी से कर सकते हैं। लेकिन कार्य को करने के लिए रूचि होना जरुरी है। 
  • व्यक्ति का मन पूर्ण रूप से स्थिर होता है। तब बुद्धि मानवीय सीमाओं को पार कर लेती है। 
  • जिम्मेदारी का अर्थ है। आने वाली किसी भी परिस्थिति का सामना करने सक्षम होना।
  • कोई काम तनावपूर्ण नहीं होता है। भावना, शरीर और मन का प्रबन्धन ना कर पाने से तनावपूर्ण बनाता है।
  • हमारे मन को केवल कुछ चीजें याद रहती हैं। लेकिन शरीर को सबकुछ याद रहता है।
  • ज्यादातर मनुष्य पिंजरे में कैद चिड़िया के जैसा है की दरवाजा टूटा हुआ हो फिरभी निकलते नहीं है। 

सद्गुरु जग्गी वासुदेव का व्यवसाय –

  • अपना अभ्यास पूर्ण करके अपने करियर की व्यवसाईक रूप से बनाने के लिए पोल्ट्री फार्म और ईंटों बनाने का व्यवसाय शुरू किया था।उसमे उन्होंने बहुत सफलता प्राप्त करली थी।  
  • 23 सितंबर 1982 के दिन के एक आध्यात्मिक अनुभव ने उनकी जिँदगी में बहुत बड़ा बदलाव कर दिया था।
  • उन्होंने चामुंडा पहाड़ियों पर बैठने के पश्यात उनका मन आध्यात्मिकता की और साढ़े चार घंटे लगा था। 
  • उस अनुभव ने उन्हें ऐसा लगा की उन्हें योग विज्ञान का ज्ञान फैलाना और योग सिखाना चाहिए। 
  • 1983 में मैसूर में योग शिखना शुरू किया था। और बाद में कर्नाटक और हैदराबाद में योग शिक्षा देना शुरू किया था।
  • उसकी फ़ीस वह नहीं लेते थे। क्योकि पोल्ट्री फार्म से मिलते पैसे से उनका खर्चों निकल जाता था। 
  • 1992 की साल में ईशा फाउंडेशन की स्थापना की वह स्थान वहा योग कार्यक्रमो को प्रस्तुत करता है।
  • ईशा फाउंडेशन ने 2003 में ग्रामीण गरीबों के जीवन के गुणवत्ता और समग्र स्वास्थ्य सुधार लाने के लिए कार्यक्रम Action for Rural Rejuvenation की स्थापना की थी।
  • 2004 की साल में तमिलनाडु में राज्य में वन को विस्तृत करने के लिए पूरे तमिलनाडु में 114 मिलियन पेड़ लगाए थे। 
  • 2017 की साल में सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बनाये 112 फुट आदियोगी शिव प्रतिमा का उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने किया था।
  • जग्गी ने Rally for Rivers अभियान से नदिओं में पानी की कमी और नदियों के प्रदूषण की समस्याओं को हल किया था। 

Sadhguru Jaggi Vasudev Awards –

  • Sadhguru Jaggi Vasudev Biography में आपको बतादे की भारत सरकार ने जून 2010 की साल में गुरु के ग्रीन हैण्ड प्रोजेक्ट (PGH) के लिए इन्दिरा गाँधी पर्यावरण पुरस्कार दिया था। 
  • पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में 2012 की साल में गुरूजी के सहयोग के लिए द इंडियन एक्स्प्रेस ने गुरूजी को 100 सबसे शक्तिशाली भारतीयों की लिस्ट में उन्हें नामित किया था। 
  • आध्यात्मिकता में सद्गुरु जग्गी वासुदेव के योगदान के लिए गुरु को 2017 की साल में भारत सरकार ने पद्म विभूषण पुरस्कार दिया था। 

इसके बारेमे भी पढ़िए :- ममता बनर्जी का जीवन परिचय

Sadhguru Jaggi Vasudev Social Media –

Social Media Media Followers 
Twitter 3.6M Followers
Email Id  No
Instagram 5.1m Followers
Website  
Facebook 5170931 likes 
Lnkedin  No
Youtube 7.31M subscribers
Whatsapp Number No

Sadhguru Jaggi Vasudev Instagram –

 
 
 
 
 
Instagram પર આ પોસ્ટ જુઓ
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

Sadhguru (@sadhguru) દ્વારા શેર કરેલ એક પોસ્ટ

Sadhguru Jaggi Vasudev Net worth –

योग शिविर, ध्यानलिंग योग मंदिर, ईशा योग केंद्र, ईशा फाउंडेशन, पोल्ट्री फार्म और ईंट निर्माण व्यवसाय से सद्गुरु बाबा रामदेव के बाद सद्गुरु जग्गी वासुदेव का नाम लिया जाता है। भारतीय गुरु सद्गुरु की कुल संपत्ति लगभग 250 करोड़ है।

सद्गुरु जग्गी वासुदेव विवादों –

  • अक्टूबर 1997 में उनकी पत्नी की मौत के बाद बैंगलोर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की उन्होंने  पत्नी पर दहेज के लिए आरोप लगा था।
  • उसके चलते तमिल मीडिया ने सद्गुरु का विरोध और रोष प्रदर्शन किया था। 
  • तमिलनाडु जिला अदालत में उन पर आरोप लगा कि उनके ईशा योग केंद्र, कोयंबटूर में दो वयस्क महिलाओं को बंदी बनाया है।
  • पर्यावरणविदों और राजनीतिक नेताओं ने दावा किया कि ईशा योग केंद्र वन भूमि पर उपस्थित है। 

इसके बारेमे भी पढ़िए :- तमन्ना भाटिया का जीवन परिचय 

Sadhguru Jaggi Vasudev Biography Video –

Sadhguru Jaggi Vasudev Interesting Facts –

  • अपने कॉलेजकाल के दिनों में गुरु को मोटरसाइकिल पर यात्रा करना सबसे ज्यादा पसंद था। 
  • गुरु के शौक एव अभिरुचि में उन्हें क्रिकेट खेलना, वॉलीबॉल खेलना,गोल्फ खेलना, होप्सकॉच करना,  बिलियर्ड्स खेलना, फ्रिसबी और ट्रेकिंग करना बहुत पसंद है। 
  • सद्गुरु जग्गी वासुदेव योग कक्षाओं से मिले धन को स्थानीय दान के लिए दे देते है।
  • जग्गी वासुदेव के योग कार्यक्रम को इनर इंजीनियरिंग में नामित किया है। वह लोगों के ध्यान, ईशा क्रिया, चित शक्ति, शम्भवी महामुद्रा और प्राणायाम को निर्देशित करता है।
  • Sadhguru Jaggi Vasudev Books की बात करे तो आठ अलग-अलग भाषा में 100 से भी ज्यादा पुस्तक लिख चुके हैं।
  • सद्गुरु जग्गी वासुदेव एक प्रतिभाशाली कवि हैं। वह अपने ख़ाली वक्त में कविताएँ लिखते हैं।
  • उन्होंने तमिलनाडु के कोयंबटूर से 30 किमी दूर 23 जून 1999 के दिन एक योग मंदिर “ध्यानलिंगा” की स्थापना की है।

सद्गुरु जग्गी वासुदेव के कुछ प्रश्न –

1 .ईशा फाउंडेशन के संस्थापक कौन हैं ?

ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव है। 

2 .सद्गुरु की पत्नी कौन थी ?

सद्गुरु जग्गी वासुदेव  का नाम विजयकुमारी था। 

3 .सद्गुरु एक दिन में क्या खाते हैं ?

50% प्राकृतिक भोजन और 50% पका हुआ भोजन करते है। 

4 .सद्गुरु कितने घंटे सोते हैं ?

वह 24 घंटे भी सो सकते है ऐसा कहते है। 

5 .सद्गुरु की बेटी का नाम क्या है ?

सद्गुरु जग्गी वासुदेव की बेटी का नाम राधे जग्गी है। 

इसके बारेमे भी पढ़िए :- ख़ुशी कपूर का जीवन परिचय

Conclusion –

आपको मेरा Sadhguru Jaggi Vasudev Biography In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा। 

लेख के जरिये Sadhguru Jaggi Vasudev Youtube और Sadhguru Exclusive से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दी है।

अगर आपको अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है।

हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।

Note –

आपके पास Sadhguru Jaggi Vasudev Fake या Sadhguru Jaggi Vasudev Quotes in Tamil की कोई जानकारी हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है। तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद 

1 .  Www Sadhguru Jaggi Vasudev क्या है ?

2 .Jagadguru Kripaluji Maharaj Was Killed by Sadhguru Jaggi Vasudev ?

3 .Sadhguru Wife First Marriage कब हुई थी ?

4 .सद्गुरु जग्गी वासुदेव हिन्दी आलेख क्या है ?

5 .सबसे पहले सद्गुरु जग्गी वासुदेव ध्यानलिंग कहा हुए थे ?

Leave a Comment