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Chris Gayle Biography In Hindi – क्रिस गेल की जीवनी हिंदी

नमस्कार मित्रो आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है,आज हम Chris Gayle Biography In Hindi, में क्रिकेट की दुनिया के जानेमाने खिलाडी क्रिस गेल का जीवन परिचय देने वाले है। 

21 सितंबर, 1979 को किंग्सटन, जमैका में जन्मे क्रिस गेल ओरिजनल नाम क्रिस्टोफर हेन्री गेल है। इन्हे प्यार से “क्रैम्प” या “मास्टर स्टॉर्म ” भी कहते है। वह ऑलराउंडर खिलाडी दाहिने हाथ से बॉलिंग और बाएं हाथ बैटिंग करते है | आज हम chris gayle wife name ,chris gayle son और chris gayle bat weight के अलावा क्रिस गेल की आत्मकथा और क्रिस गेल घर से सबंधित जानकारी बताने वाले है।गेल के जीवन बहुत ही मुश्किल दौर से गुजरा है गेले बचपन में इतने गरीब थे।

उनके पास खाने तक के पैसे नहीं थे | वे पलिस्टिक और कचरा बेच कर पैसे कमाते थे पैसो की वजह से गेल को अपनी पढाई भी छोड़नी पड़ी थी। क्रिस गेले एक इंटरव्यू में बताए थे की उनको चोरी भी करनी पड़ती थी। लेकिन वे अपने कड़ी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे है |गेल को बचपन से ही क्रीकेट पसन्द था और आज वो अपना सपना पूरा कर चुके है ,चलिए बताना शुऊ करते है।

Chris Gayle Biography In Hindi –

नाम क्रिस्टोफर हेन्री गेल
जन्म 21 सितम्बर 1979
जन्म स्थान किंग्स्टन, जमैका
पिता डडली गेल 
माता हेजल गेल 
पत्नी नताशा हेरीज (natasha berridge)
बेटी ब्लश 
टी शर्ट नम्बर 333
उपलब्धि  अन्तर्राष्ट्रीय टी-20 में 100 छक्के लगाने वाले पहले खिलाडी
उपलब्धि वर्ष 2017
chris gayle height 1 .88 m 
राष्ट्रीयता  जमैका

क्रिस गेल का बचपन –

क्रिकेटर क्रिस गेल हिस्ट्री देखि जाये तो उनका बचपन इतनी गरीबी में बीता इसका अंदाजा लगाना भी उनके फेन्स के लिए मुश्किल है। क्रिस गेल का जन्म एक बेहद ही गरीब परिवार में हुआ उनकी मां मूंगफली बेचा करती थीं। क्रिस गेल का पूरा परिवार एक कच्ची झोपड़ी में रहता था गरीबी के चलते गेल अपनी पढ़ाई तक पूरी नहीं कर पाए थे। chris gayle father का नाम डडली गेल  है। 

उन्होंने सिर्फ 10वीं क्लास तक ही पढाई की हुई है , क्योंकि उनके माता-पिता के पास स्कूल फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे । गेल ने बताया कि उन्हें अपना पेट पालने के लिए सड़क पर कचरा तक बीनना पड़ा वो प्लास्टिक की बोतल उठाते थे और उन्हें बेचते थे। 

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क्रिस गेल का करियर – 

chris gayle biodata में आपको बतादे की उन्होंने अपना पहला मैच जमैका की ओर से खेला था वे सुरवाती दौर में क्रिकेट में अच्छे नहीं थे गेल अपना पहला वनडे मैच में सिर्फ 1 रन ही बनाया था।  लेकिन वे अपने लगातार कोशिश से परफेक्ट हो गए गेल अपने पहला वनडे मैच भारत के विरोध 1999 में खेले थे। गेल 2002 में वेस्टइंडीज के ऐसे खिलाडी बन गए जिन्होंने एक ही साल में 1000 रन बनाये गेल वर्ल्ड कप में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाडी है।

एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों के इतिहास में पांच में से एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीन या अधिक बार 150 का स्कोर बनाया है।अगस्त 2005 में, गेल बाकी के अंग्रेजी सत्र के लिए वोरर्केसटरशायर में शामिल हो गए और उन्होंने आठ मैच खेले। उन्होंने तीन प्रथम श्रेणी मैचों में दो अर्ध-शतक बनाए और पांच एक दिवसीय मैचों में दो अर्ध-शतक, तथा एकदिवसीय राष्ट्रीय लीग में एक ‘मैन ऑफ़ द मैच’ पुरस्कार जीता था। 

गेल को प्लेयर ऑफ़ द 2006 चैंपियंस ट्रॉफी नामित किया गया, वेस्ट इंडीज ने अपने 2004 में जीते शीर्षक का लगभग बचाव किया, जो अंतिम मैच में आस्ट्रलिया से हार गए। गेल ने तीन शतक स्कोर किये और कुल 474 रन बनाए, किसी भी अन्य बल्लेबाज से 150 अधिक और इतने ही मैचों में आठ विकटें भी ली. बाकी की वेस्ट इंडीज टीम की तरह गेल के लिए भी 2007 विश्व कप खराब रहा था। 

क्रिस गेल रिकॉर्ड –

उन्होंने कम स्कोर की एक शृंखला बनाई, जिसमें एक अपवाद था वेस्ट इंडीज अंतिम मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 58 गेंदों में 79 रन।  2009 में 17 दिसम्बर को ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्ट इंडीज तीसरे टेस्ट मैच में क्रिस गेल ने टेस्ट मैच के इतिहास में पांचवां सबसे तेज शतक बनाया था। उन्होंने सिर्फ 70 गेंदों में शतक बना लिया। उसके कुछ ही समय बाद उन्हें 102 रन पर खारिज कर दिया गया।

कुछ बड़े छक्कों की बदौलत इस प्रदर्शन में रनों की एक हलचल बनी रही थी। एक छक्का एक भयानक हिट में लिली मार्श स्टैंड की छत पर जा कर लगा, जो वृत्तकार ईआन हिएली के अनुमान अनुसार लगभग 140 मीटर लंबा था। क्रिस गेल2007 से लेकर 2010 तक West Indies टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। वर्तमान समय में chris gayle age 42 साल है। 

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Chris Gayle Net worth –

क्रिस गेले की आमदनी 5 बिलियन डॉलर से लेकर 7 बिलियन डॉलर के बिच है। गेले ने जमैका में एक लग्जरी हाउस खरीदा है जिस की कीमत 22.5 करोड़ है। अगर इनकी गाड़ीयों की बात करें तो उनके पास 8 lugsry Cars है। जिन में से Mercedes Benz, Range Rover, Lamborghini and Audi जैसी बड़ी बड़ी गाड़ियां उनके पास मौजूद हैं।

गेल को बचपन में भूख के कारन करनी पड़ी थी चोरी –

आपको बता दें कि वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिस गेल जो आज एक लग्जरी लाइफ जीते है और आज इनके पास अनगिनत गाड़ियां है। आज ये मर्सिडीज, ऑडी, फरारी जैसी गाड़ियों में घुमते है। लेकिन एक समय ऐसा भी था , (chris gayle house )गेल को टीन की छत वाले घर में रहना पड़ता था और उनके घरवालों के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह अपनी पढ़ाई कर सके इस कारण इन्हें अपनी पढ़ाई भी बीच में छोड़नी पड़ी थी।

इन्हें बचपन काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। इसी बीच आपको बता दें कि क्रिस गेल को बचपन में समय पर खाना भी नहीं मिल पाता था इस कारण इन्हें खाने के लिए भी कई बार चोरियां करनी पड़ी थी। इसके अलावा क्रिस गेल ने अपनी आत्मकथा में खुद ने लिखा है कि उन्होंने कभी बचपन में कचरे से बोतलें उठाकर बेचा है और उन्हें जो पैसा मिलता था उससे कभी खाना खाते थे।

गेल के तिहरे शतक के कारण चिंतित थे ब्रायन लारा –

आपको याद दिला दें कि वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज ब्रायन लारा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज है जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 400 रन एक पारी में बनाये है, जबकि क्रिस गेल के शतक रिकॉर्ड एक मैच में तोड़ते-तोड़ते बच गए थे। जी हाँ, आपको बता दें कि क्रिस गेल ने अपनी बुक में लिखा है कि जब में बल्लेबाजी कर रहा था तब लारा कोई किताब पढ़ रहे थे और बीच-बीच में मुझे देख रहे थे, क्योंकि इन्हें चिंता थी कि मेरा (लारा के 400 रनों) रिकॉर्ड न टूट जाये।

इसके अलावा जब मैं चाय और लंच के लिए गया तब भी उन्होंने मुझे कोई सलाह नहीं दी थी। लेकिन मैं उस दौरान 317 रन बनाकर आउट हो गया था। क्रिस गेल जिन्होंने अभी तक अपने कैरियर में कुल 103 टेस्ट मैच खेले है। जिसमें  7215 रन बनाये है और इनका बेस्ट स्कोर chris gayle 333 रन  है। गेल के नाम 2 तिहरे शतक है। अभी तक कुल 275 एक दिवसीय मैच खेले है जिसमें कुल 9420 रन बनाये है और इनका वनडे में बेस्ट स्कोर 215 रन है। 

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क्रिस गेल रिकॉर्ड T20 –

क्रिकेटर गेल ने ट्वेंटी-20 अंतर्राष्ट्रीय में सबसे अधिक पारी का रिकार्ड बनाया है , 2007 विश्व ट्वेंटी-20 के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 117 का स्कोर बना कर, उन्होंने अपनी पारी को अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 क्रिकेट का पहला शतक बनाया था। आज तक के कुल चार में से एक है उनमे से ब्रेंडन मैकुलम का 116 नॉट आउट, सुरेश रैना का 101 और महेला जयवर्द्धने का 100 और मैकुलम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के प्रत्येक तीन प्रारूपों में शतक बनाने वाले इकलौते बल्लेबाजों के सम्मान के सहभागी हैं।

श्रीलंका के खिलाफ 2009 विश्व ट्वेंटी-20 के सेमीफाइनल मैच में, वह पहले ऐसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बने जिन्होंने खेल के इस प्रारूप में पूरी पारी के दौरान अपना बल्ला थामें रखा था। अप्रैल 2008 में, इंडियन प्रीमियर लीग के कोलकाता नाइट राइडर्स विशेष विक्रय अधिकार द्वारा गेल की नीलामी की गई, मगर कैरिबिया के श्रीलंका दौरे के कारण वह शुरूआती खेलों में भाग नहीं ले पाए। 

वह टीम में शामिल हुए तब वह अपने दौरे के दौरान उठी एक कमर दर्द के कारण खेल नहीं पाए। बाद में वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक होम सिरीज़ के लिए , यह छोड़ कर वेस्ट इंडीज की टीम में शामिल होने चले गए और इसलिए आई पी एल (IPL) के उद्घाटन संस्करण में बिलकुल नहीं खेले। 1 जुलाई 2009 को, गेल ने बिग बैश नामक एक ऑस्ट्रेलियाई घरेलू ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के लिए वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया वारियर्स के साथ 2009-10 सीज़न के लिए साइन किया था। 

क्रिस गेल रिकॉर्ड क्रिस गेल रिकॉर्ड IPL

chris gayle ipl की बात करे तो एडम गिलक्रिस्ट के साथ उनकी संभाव्य सलामी साझेदारी उनके विरोधियों के लिए विनाशकारी होगी।  2009 के प्रारंभ में वह दूसरी आई पी एल (IPL) प्रतियोगिता में खेले, इंग्लैंड के खिलाफ एक दूर की टेस्ट शृंखला में वह बहुत देर से पहुंचे और उन्हें अपनी प्रतिबद्धता के बारे में काफी आलोचना मिली थी। उनकी टेस्ट शृंखला खराब गई और वेस्ट इंडीज दोनों टेस्ट और ओ डी आई (ODI) शृंखला हार गया। हालांकि, गेल ने 2009 ट्वेंटी-20 के पहले आधिकारिक मैच में मैच को जीताने वाले 88 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया से एक आश्चर्यजनक जीत हासिल करवाई थी। chris gayle 175 रन जाड़ कर नाबाद रहे थे। 

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क्रिस गेल के बारे में विवाद – chris gayle wife

एक शांत, धैर्यपूर्ण क्रिकेटर के रूप में देखे जाने के बावजूद, गेल कुछ विवादों में शामिल हैं। 2005 में गेल, प्रायोजन मुद्दों को लेकर वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड और कई खिलाड़ियों के बीच हो रहे विवाद में शामिल थे। गेल ने बाद में केबल और वायरलेस के साथ अपना सौदा ख़त्म कर दिया और दूसरे टेस्ट मैच के लिए पुन टीम के साथ जुड़ गए।

2006 में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच के दौरान उन पर क्रिकेट की भावना के विपरीत व्यवहार करने का आरोप लगाया गया था। भारत में अक्टूबर की चैम्पिंज़ ट्रॉफी के दौरान, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज, माइकल क्लार्क के साथ पुनरावर्ती मौखिक वार्तालाप के कारण उन्हें अपनी मैच फीस में से 30 प्रतिशत का जुर्माना भरना पड़ा था। 

2007 में इंग्लैंड के दौरे के दौरान सार्वजनिक रूप से वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड की भी आलोचना की, जिसके कारण उन्हें एक आधिकारिक फटकार और चेतावनी दी गई। गेल ने बाद में कहा कि उनके कथन को वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष, जूलियन हंट (Hunte) के अनुसार, संदर्भ से बाहर उद्धृत किया गया था। इंग्लैंड के दौरे में वेस्ट इंडीज की हार के निष्कर्ष पर माइकल आथर्टन के साथ एक साक्षात्कार में गेल ने कहा कि वह कप्तानी से इस्तीफा नहीं दे रहे। 

Chris Gayle Life Style Video –

क्रिस गेल की कुछ रोचक तथ्य –

  • गेल क्रिकेट में मिली अपनी सफलता का श्रेय लुकास क्रिकेट क्लब को देते है। 
  • टेस्ट क्रिकेट की बात करे तो उन्होने अपना पहला टेस्ट मैच जिम्बावे  के खिलाफ साल 2000 में खेला और मात्र 33 रन ही बनाये थे। 
  • टेस्ट क्रिकेट में गेल के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है दुनिया के पहले खिलाड़ी है जिन्होंने टेस्ट मैच की पहली ही गेंद पर 6 रन यानी छक्का मारा है। 
  • गेल दुनिया के पहले खिलाड़ी है जिन्होंने क्रिकेट के तीनो फॉर्मेट में शतक बनाया है। गेल ही दुनिया के एक मात्र ऐसे अकेले खिलाड़ी है जिन्होंने टेस्ट में तिहरा शतक , एक दिवसीय मैच में दोहरा शतक और टी 20 मैच में शतक लगाया है। 
  • 2013 में आईपीएल के मैच में बैंगलोर ( RCB ) की तरफ से खेलते हुए पुणे वारियर्स के खिलाफ हुए मैच में गेल ने मात्र 30 गेंदों में ही शतक ठोक दिया था। 
  • गेल मैदान पर अपने अलग अंदाज के लिए भी जाने जाते है. ख़ुशी मानाने के लिए गेल मैदान पर कई बार डांस भी कर चुके है। 

Chris Gayle Questions –

क्रिस गेल की हाइट कितनी है ?
1 .88 m क्रिस गेल की हाइट है। 
गेल का नंबर 333 क्यों है ?
333 की संख्या क्रिस गेल ने श्रीलंका के खिलाफ बनाये थे और जर्सी नंबर 175 भी है।
क्रिस गेल धर्म क्या है?
21 सितंबर 1979 को एक ईसाई परिवार क्रिस गेल का जन्म में हुआ था।
क्रिस गेल नेट वर्थ क्या है?
वर्तमान समय में $ 25 मिलियन की कुल संपत्ति क्रिस गेल दुनिया के नौवें सबसे अमीर क्रिकेटर हैं।
क्रिस गेल की उम्र क्या है?
वर्तमान समय 2021 की साल में क्रिस गेल की आयु 42 वर्ष है। 

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Conclusion –

मित्रो आशा करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Chris Gayle Biography In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज,और पसंद आया होगा। इस आर्टिकल  के जरिये  हमने chris gayle retirement और chris gayle height in feet से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दे दी है, अगर आपको इस तरह के अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है, तो आप हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है। और हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द ।

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Yuvraj Singh Biography In Hindi | युवराज सिंह की जीवनी

आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है। नमस्कार मित्रो आज हम Yuvaraj Singh Biography In Hindi,में भारतीय क्रिकेट टीम के आंतरराट्रीय बल्लेबाज युवराजसिंह का जीवन परिचय देने वाले है। 

युवराज भारतीय क्रिकेट के सुपरमॉडल है। कहा जाता है युवराज अगर अच्छे फार्म में हैं तो उनसे ज्यादा खतरनाक और निर्दयी बल्लेबाज कोई नहीं हो सकता है। हम आज yuvraj singh age,yuvraj singh ipl 2021 और yuvraj singh stats से जुडी सभी जानकारी देने वाले है। युवराज वनडे क्रिकेट में 6 छक्के लगाने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं।

 वह सिक्सर किंग के नाम से भी जाने जाते है। युवराज का क्रिकेट कैरियर कई उतार चढ़ाव से गुजरा है। इस दौरान उन्होंने कई संघर्ष भी किये है। कैरियर को लेकर, परिवार को लेकर और जीवन को लेकर, पर इन संघर्षों में वे बार बार विजेता बन कर उभरे हैं। वह स्लो लेफ्ट आर्म गेंदबाज है। 2011 के विश्वकप के असल आर्किटेक्ट भी युवराज ही है। तो चलिए युवराज सिंह के कितने शतक हैं ? और युवराज सिंह कैंसर स्टेज की जानकारी भी बताते है। 

Yuvraj Singh Biography In Hindi –

नाम

 युवराजसिंह ( yuvi )

 जन्म

 12 दिसंबर 1981

yuvraj singh father

 योगराज सिंह

 माता

 शबनम सिंह

yuvraj singh wife

 हेजल

Yuvraj Singh Birth and Childhood –

पिता भूतपूर्व क्रिकेटर योगराज ( yuvi ) सिंह और माता शबनम सिंह के यहाँ 12 दिसंबर 1981 को इनका जन्म हुआ था। उनके पिता ने फिल्मों में भी अभिनय किया है। युवराज ने बचपन में दो फिल्मों में काम किया है। उनके माता पिता के अलग हो जाने के बाद युवराज ने पिता के साथ रहना शुरू किया था। बचपन में युवराज को टेनिस और रॉलर स्केटिंग बहुत पसंद था। अंडर14 का रॉलर स्केटिंग प्रतियोगिता भी युवराज ने जीती थी। लेकिन वह पिता योगराज सिंह को पसंद नहीं था।

Yuvraj Singh Biography In Hindi
Yuvraj Singh Biography In Hindi

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Yuvaraj Career –

युवराज ने महज 11 वर्ष से ही पंजाब के लिए खेलना आरंभ कर दिया था। हिमाचल प्रदेश के साथ खेलते हुए युवराज ने शतक लगाया और उनकी प्रतिभा को देखते हुए पंजाब क्रिकेट एसोशियेसन ने उन्हें अंडर 19 में खेलने को कहा था। युवराज ने पहली बार फर्स्ट क्लस क्रिकेट 1997 में खेलना शुरू किया। लेकिन वो शुन्य पर आउट हो गये थे। जमशेदपुर में बिहार के खिलाफ खेलते हुए 358 रनों की बेमिसाल पारी खेली थी। 

 बिहार की पूरी पारी 357 रन पर आल आउट हो गई थी। इसके बाद युवराज को अंडर 19 टीम में श्रीलंका दौरे के लिए चुना गया और वहाँ भी युवराज का खेल चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। yuvraj singh father – 2000 में अंडर 19 वर्ल्ड कप में युवराज ने शानदार प्रदर्शन किया और इसी के दम पर 2000 आईसीसी नॉक आउट ट्रॉफी में चुने गये थे। इसी प्रतियोगिता में युवराज ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रन बनाये।

जिम्बाबवे टूर के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। फिर 2001 में कोका कोला कप में श्रीलंका के खिलाफ 98 रन की पारी खेलकर फार्म में आये। लेकिन बाद में फार्म फिर से बिखर गया और इंग्लैंड के दौरे पर नहीं जा पाये। इसके बाद युवराज ने घरेलू क्रिकेट में अपना ध्यान दिया, वहाँ पर कई अच्छी पारियों को खेलने के बाद 2002 के इंग्लैंड दौरे पर फिर से चुने गये।

Yuvraj Singh Images
Yuvraj Singh Images

Yuvaraj Success –

2002 में नैटवेस्ट सीरीज युवराज के जीवन की एक काफी महत्वपूर्ण पारियों में से थी. 13 जुलाई को इंगलैण्ड और भारत के मध्य खेले जा रहे फाइनल मैच में भारत लगभग हार की कगार पर था, लेकिन युवराज और कैफ की जोड़ी ने भारत को वो मैच जीता दिया। क्रिकेट के इतिहास में ये मैच रोमांचक मैचों की श्रृंखला में दर्ज है। 2003 से 2005 तक युवराज का प्रर्दशन काफी औसत रहा था। 

विश्वकप में सिर्फ एक मैच में अर्द्धशतक लगा पाये युवराज बाकी मैंचो में नहीं चल पाये. 2003 में ही बंगलादेश के खिलाफ पहला शतक लगाया।  2004 के आरंभिक मैचों में युवराज फार्म में रहे और दल में  शामिल किया गया था।  सबसे बेहतरीन पारी युवराज ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले थे।  उन्होंने 116 गेंदो पर 139 रन बनाया था। 

इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में चुन लिये गये और युवराज ने शुरूआती टेस्ट में एक शतक भी लगाया. युवराज के अच्छे फार्म में न रहने के बावजूद उन्हें टीम में रखा गया. 2005 से 2007 युवराज के कैरियर का अब तक का सबसे महत्वपूर्ण समय रहा है. इस दौर में युवराज लगातार अच्छा खेले. जिसमें पाकिस्तान के साथ पांच मैंचो की श्रृंखला भी है।

युवराज सिंह फोटो गैलरी
युवराज सिंह फोटो गैलरी

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Yuvaraj 20 वर्ल्ड कप –

 फिनिशर का टैग भी दिया जाने लगा।  पर टेस्ट क्रिकेट में युवराज इस दौर में भी कुछ खास नहीं कर पाये और 2006 में साउथ अफ्रीका जाने वाले दल में उन्हें नहीं रखा गया। 2007 के वर्ल्ड कप में बांगलादेश से हारने के बाद पूरे देश में भारतीय टीम की खिंचाई होने लगी। उसी साल टी 20 वर्ल्ड कप टीम का उन्हें उप कप्तान नियुक्त किया गया। इससे पहले विश्वकप में युवराज ने शानदार प्रदर्शन किया और इंगलैण्ड के खिलाफ सिर्फ 12 गेंदो में अर्द्धशतक पूरा करने का रिकार्ड अपने नाम किया था। 

इस प्रदर्शन के लिए बीसीसीआई ने उन्हें विशिष्ट उपहार भी दिये. उसी साल सचिन के घायल होने के कारण बंगलोर टेस्ट में उनको शामिल किया गया, जिसमें उन्होंने अपने जीवन का सर्वाधिक स्कोर 169 बनाया। 2011 विश्वकप तक युवराज के कैरियर में इसी तरह उतार चढ़ाव चलता रहा।  2011 विश्वकप में उनके दल में शामिल होने पर कई लोगों ने आपत्ति दर्ज किया. इन सबके बावजूद युवराज ने शानदार प्रर्दशन किया और भारत को दूसरा विश्वकप दिलाया।

Yuvraj Singh Photo gallery
Yuvraj Singh Photo gallery

वल्ड कप जितने में युवी की भूमिका – 

मीडिया साइट ट्विटर पर बुधवार को ट्रेंड करता देख सबसे पहले हैरानी हुई. आखिर, युवराज सिंह को क्या हुआ? फिर पता चला कि 2019 में 10 जून को ही युवराज ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था.ऐसा दावा किया जा रहा है कि फैंस को युवराज की कमी अखर रही थी इसलिए उन्होंने अपनी भावनाओं का इज़हार किया, लेकिन सोशल मीडिया, एंजेट और इनफ्लुएंसर्स के दौर में सिर्फ किसी ट्रेंड पर अचानक से यकीन नहीं किया जा सकता है। 

खैर, मूल बात इस ट्रेंड की यही रही है कि युवराज कितने महान खिलाड़ी थे और कैसे उन्होंने कैंसर से संघर्ष करके मैदान में वापसी की.2007 टी20 वर्ल्ड कप में 6 छक्के लगाए और 2011 वर्ल्ड कप में जीत में अहम किरदार निभाया. ये सारी बातें बिल्कुल सहीं है और युवराज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा के स्त्रोत भी हैं।

yuvraj singh photos
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युवी की कुछ बाते –

युवराज सिंह आज 37 साल के हो चुके हैं। क्रिकेटर योगराज सिंह और शबनम सिंह के पुत्र युवराज सिंह का जन्म 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ में हुआ था। युवराज सिंह का एक भाई है जिसका नाम जोरावर सिंह है। और हॉलीवुड एक्ट्रेस yuvraj singh wife name हेजल कीच हैं। युवराज सिंह को भारत सरकार ‘अर्जुन अवार्ड’ से सम्मानित कर चुकी है। साल 2014 में सरकार ने इन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया था। लोग इन्हें प्यार से युवी कहकर बुलाते हैं।

2011 में युवी का वर्ल्ड कप जीतने का खुमार अभी उतरा भी नहीं था और उनके बाएं फेंफडे़ में कैंसर हो गया। युवराज सिंह कैंसर की बेहद नाजुक स्थिति को देखकर लगा कि वह दोबारा मैदान पर नहीं लौटेंगे, लेकिन युवी ने एक चैंपियन की तरह कैंसर को मात दी। युवराज सिंह को बचपन में टेनिस और रोलर स्केटिंग का शौक था। युवी ने अंडर-14 रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप भी जीती थी, लेकिन पिता योगराज उन्हें क्रिकेटर बनाना चाहते थे।

युवराज सिंह का जीवन परिचय
युवराज सिंह का जीवन परिचय

Yuvraj Singh , FIR

टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को हरियाणा में अपने साथी क्रिकेटर के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अनुभवी बाएं हाथ के भारतीय क्रिकेटर युवराज को शनिवार, 16 अक्टूबर 2021 को हरियाणा के हिसार जिले के हांसी से गिरफ्तार किया गया था। युवराज पर नस्लवादी शब्दों के इस्तेमाल का आरोप था, पिछले साल शिकायत दर्ज की गई थी।

हालांकि इसके बाद उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अब उन्हें इस मामले में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, उन्हें तुरंत जमानत दे दी गई। युवराज सिंह को पिछले साल अनजाने में टिप्पणी करने के लिए मामले में फंसाया गया था। 2020 में लॉकडाउन के दौरान कई अन्य खिलाड़ियों की तरह युवराज सिंह भी अपने साथियों से इंस्टाग्राम लाइव पर बात कर रहे थे और प्रशंसकों का मनोरंजन कर रहे थे।

उन्होंने टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ भी कुछ ऐसा ही लाइव चैट किया था। इस लाइव चैट के दौरान, यूवीए ने भारतीय टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल के बारे में एक शब्द का इस्तेमाल किया, जो नस्लीय टिप्पणी के तहत आया था।

Yuvaraj अंडर-19 –

युवराज ने पिता का सपना पूरा किया और पिता से ही क्रिकेट की ट्रेनिंग ली। युवराज सिंह की स्कूलिंग डीएवी स्कूल, चंडीगढ़ से हुई। उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट दो फिल्मों ‘मेहंदी सगण दी’ और ‘पट सरदार’ में भी काम किया। युवराज सिंह ने अपने करियर की शुरुआत 11 साल की उम्र में पंजाब अंडर-12 से नवंबर 1995-96 में जम्मू कश्मीर-16 के खिलाफ की थी। 

अंडर-19 वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत युवराज सिंह को आईसीसी नॉक आउट ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया में जगह मिली। यहां से उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और केन्या के खिलाफ पहला वनडे मैच खेला। अक्तूबर 2013 से युवराज ने इंटरनेशनल टेस्ट मैच में डेब्यू किया। yuvaraj सिंह अंडर-19 वर्ल्ड कप में चैंपियन बनने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे हैं।

युवराज सिंह की जीवनी
युवराज सिंह की जीवनी

Yuvaraj ने फिल्मो में किया था –

युवराज ने बचपन में एक पंजाबी फिल्म में भी काम किया था। उन्होंने पंजाबी फिल्म ‘मेहंदी शगना दी’ में काम किया था। इस फिल्म में युवी के पिता और पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह भी थे। yuvaraj के पिता भी कई हिंदी और पंजाबी फिल्मों के काम कर चुके हैं। योगराज सिंह मिल्खा सिंह के जीवन पर बनी हिंदी फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ में नजर आए थे। युवराज सिंह अपनी स्पिन गेंदबाजी के लिए भी लोकप्रिय हैं।

टेस्ट क्रिकेट में 9, वनडे इंटरनेशनल में 111 और टी20 इंटरनेशनल में 28 विकेट उनके नाम पर हैं। yuvaraj ने अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज अक्टूबर 2000 में नैरोबी में केन्या के खिलाफ वनडे मैच खेलकर किया था। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच अक्टूबर 2003 में अपने होमग्राउंड मोहाली में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था।

युवी का पहेली नजर में ही प्यार हो गया था –

yuvaraj को हैजल कीच पहली नजर में ही पसंद आ गई थीं।

दरअसल उनकी और हैजल की पहली मुलाकात एक कॉमन दोस्त के जरिए हुई थी।

युवराज हर बार इशारों-इशारों में अपने दिल की बात हैजल तक पहुंचा रहे थे।

लेकिन हेजल की ओर से कोई इशारा नहीं मिल रहा था।

खैर मैदान पर बड़े-बड़े गेंदबाजों के छक्‍के छुड़ाने वाला यह धाकड़ बल्‍लेबाज कहां हार मानने वाला था।

युवराज लगातार कोशिश करते रहे और आखिरकार लंबे संघर्ष के बाद वो कामयाब हो ही गए।

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कोफ़ी डेट पर गुगली कर देती थी हेजल –

हैजल से इजहार ए इश्‍क के लिए युवराज को कई पापड़ बेलने पड़े।

yuvaraj हर बार हैजल को कॉफी डेट के लिए तैयार कर लेते थे।

हालांकि हैजल ने भी कॉफी डेट के लिए yuvaraj को कभी मना नहीं किया।

वो हर बार कॉफी पर जाने के लिए हां कह देती थीं लेकिन जिस दिन जाना होता था।

उस दिन फोन नहीं उठाती थीं। कई बार तो वो अपना फोन ऑफ कर देती थीं।

टेस्ट मैच जैसा मिला फेसबुक पर रिस्पॉन्स –

कॉफी डेट पर जाना, कभी मना कर देना और फिर कभी इग्‍नोर कर देना, ऐसा तीन साल तक चला। फिर युवराज ने फेसबुक का दामन थामा और हैजल को फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट भेज दिया। हालांकि युवराज को यहां कामयाबी मिली लेकिन तीन माह बाद। जी हां हैजल ने युवी की फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट 3 माह बाद एसेप्‍ट की। उसके बाद युवी ने टेस्ट मैच की तरह धीरे-धीरे बातचीत शुरू की और फिर एक दिन ऐसा आया जब ये बातचीत का सिलसिला मुलाकातों में बदल गया।

युवी और सेजल की मुलाकात प्यार में बदलगई –

फेसबुक पर बातचीत का दौर शुरु हुआ तो फिर दोनों का ईश्क परवान चढ़ने लगा।

धीरे-धीरे मुलाकतें बढ़ने लगीं। फिर तो हैजल को भी यह बात समझ में आ गई थी।

कि उन्हें भी yuvaraj पसंद आने लगे हैं।

हेजल और युवी ने शादी का फैसला किया और आज दोनों शादी के बंधन में बंध चुके हैं।

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युवराज सिंह के छह छक्के का रिकॉर्ड –

पहली गेंद- युवराज सिंह ने स्‍टुअर्ट ब्रॉड की गेंद को काऊ कॉर्नर के ऊपर से मैदान के बाहर भेज दिया था। गेंद स्‍टेडियम से बाहर चली गई । टीवी रिप्‍ले में छक्‍के की लंबाई 111 मीटर बताई थी। दूसरी गेंद- पैरों पर पड़ी गेंद को युवी ने जबरदस्‍त फ्लिक शॉट के जरिए बैकवर्ड स्‍क्‍वेयर लेग के ऊपर से दर्शकों के बीच भेज दिया। तीसरी गेंद- स्‍टंप्‍स की लाइन पर मिली गेंद को जगह बनाकर एक्‍स्‍ट्रा कवर के ऊपर से रवाना कर दिया।  लगातार तीसरा छक्‍का चौथी गेंद- स्‍टुअर्ट ब्रॉड ने ओवर द विकेट के बजाए राउंड द विकेट गेंदबाजी चुनी।

लेकिन गेंद वाइड फुल टॉस डाल दी जिसे युवराज ने खड़े-खड़े बैकवर्ड पॉइंट के ऊपर से बाउंड्री के बाहर भेज दिया । लगातार 4 छक्‍के लगने के बाद इंग्‍लैंड के खेमे में खलबली मच गई। कप्‍तान पॉल कॉलिंगवुड और स्‍टुअर्ट ब्रॉड ने लंबी मंत्रणा की पांचवीं गेंद- कप्‍तान के साथ बात करने का भी ब्रॉड को कोई फायदा नहीं हुआ।  युवराज ने इस बार एक घुटनो को जमीन पर टेककर गेंद को मिडविकेट के ऊपर से मारा था। 

छठी गेंद पर एक और छक्‍का  6 गेंद में 6 छक्‍के लगने का कमाल टी20 क्रिकेट में पहली बार हुआ।  yuvaraj ने इस बार गेंद को मिड ऑन के ऊपर से 6 रन के लिए भेज दिया। बल्‍ले से जैसे ही गेंद टकराई साफ हो गया था।  यह 6 रन के लिए जा रही है। yuvaraj सिंह टी20 क्रिकेट में लगातार 6 गेंद में 6 छक्‍के लगाने वाले पहले क्रिकेटर बने थे।

Yuvaraj Singh Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/yuvirajsinghofficial

Email Id – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Official Website – Not Available

Twitter – https://twitter.com/YUVSTRONG12

Yuvraj Singh Instagram –

Yuvaraj Singh Lifestyle Video –

Yuvraj Singh Six Sixes –

Yuvraj Interesting Fact –

  • युवराज सिंह 2001 में कोका कोला कप में श्रीलंका के खिलाफ 98 रन की पारी खेलकर फार्म में आये।
  • 2003 में बंगलादेश के खिलाफ युवराज सिंह ने अपना पहला शतक लगाया था ।
  • 2007 के वर्ल्ड कप में बांगलादेश से हारने के बाद
  • टी 20 वर्ल्ड कप में उन्हें उप कप्तान नियुक्त किया गया। 
  • युवराज सिंह कैंसर से संघर्ष करके मैदान में वापसी करके 2007 टी20 वर्ल्ड कप में
  • 6 छक्के लगाए 2011 वर्ल्ड कप में जीत में मुख्य करदार निभाया था। 

युवराज सिंह के प्रश्न –

1 .युवराज सिंह वर्तमान टीम है ?

मुंबई इंडियंस के तरफ से खेलें परंतु 2021 में युवराज सिंह केकेआर से खेलते देख सकते हैं।

2 .युवराज सिंह आयु कितनी है ?

वर्तमान समय में युवराज सिंह आयु 40 साल है। 

3 .युवराज सिंह की वापसी होने वालि ?

नहीं भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह संन्यास ले चुके है। 

4 .युवराज सिंह वाइफ कौन है ?

फिल्म अभिनेत्री हेजल युवराज सिंह की पत्नी है। 

5 .yuvraj singh height कितनी है ?

युवराज सिंह ऊंचाई 1.88 m है। 

6 .युवराज सिंह की आत्मकथा कौन सी है ?

‘द टेस्ट ऑफ माइ लाइफ’ युवराज सिंह की आत्मकथा है। 

7 .युवराज सिंह स्कोर क्या है। 

भारतीय क्रिकेटर युवराज ने 8,701 · ODI ,1,177 · T20 और 1,900 · Test  स्कोर बनाया है।

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Conclusion –

आपको मेरा आर्टिकल युवराज सिंह बायोग्राफी बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।  लेख के जरिये  हमने yuvraj singh mother और yuvraj singh net worth से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दी है। अगर आपको अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है। हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।

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Mahendra Singh Dhoni Biography In Hindi – महेंद्र सिंह धोनी की जीवनी

आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है। नमस्कार मित्रो आज हम,Mahendra Singh Dhoni Biography In Hindi में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जीवन परिचय बताने वाले है। 

एक साधारण इंसान से महान क्रिकेटर बनने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की हुई है। तब दुनियां भर के महान क्रिकेटरों में और एक कामयाब खिलाड़ी अपना नाम कर सके हैं। आज हम mahendra singh dhoni family और mahendra singh dhoni cast की जानकारी भी देने वाले है। mahendra singh dhoni wife का नाम साक्षी सिंह रावत है। उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। ms dhoni ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत स्कूलों के दिनों से की थी। लेकिन इंडियन टीम का हिस्सा बनने के लिए कई साल लग गए। 

जैसे ही धोनी को देश के लिए खेलने का मौका मिला तो मौके का बखूबी फायदा उठया एव धीरे से अपने आपको को क्रिकेट की दुनिया में स्थापित कर दिखाया है। वर्ष 2020 15 अगस्त के दिन इस महान खिलाड़ी और सर्वश्रेष्ठ कप्तान ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास की घोषणा कर दी है। चाहने वालो के लिए यह एक बहुत ही गमगीन पल था। वह एक ऐसे खिलाड़ी थे जिसे देखने के लिए दुनियां के कई लोग क्रिकेट देखा करते थे। 

Mahendra Singh Dhoni Biography In Hindi –

 नाम  महेन्द्र सिंह धोनी ( ms dhoni )
 उप नाम  माही, एमएस धोनी
 जन्म  जुलाई 1981
 जन्म स्थान  रांची, बिहार, भारत
ms dhoni father  पान सिंह
 माता   देवकी देवी
 पत्नी  साक्षी सिंह रावत (sakshi dhoni)
 शिक्षा  12 वीं कक्षा पास
 भाई  नरेंद्र सिंह
 बहन  जयंती गुप्ता
 बच्चे  जीवा (लड़की)
 पेशा  क्रिकेटर और भारत के पूर्व कप्तान

एम. एस। धोनी एक सफल कप्तान के रूप में –

महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेटर और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान हैं। यह भारत के एक दिवसीय अंतराष्ट्रीय के सबसे सफल कप्तान हैं। शुरुआत में यह एक असाधारण उज्जवल और आक्रामक बल्लेबाज के रूप में जाने जाते थे| इनकी कप्तानी में भारत ने कई ट्रॉफी जीती। 

  • 2007 आईसीसी विश्व 20-20
  • 2007-2008 कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज
  • 2011 क्रिकेट विश्व कप
  • आईसीसी चैम्पियन ट्रॉफी 2013

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी जीती जिसमे भारत ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को 4-0 से हराया| उन्होंने भारतीय टीम को श्रीलंका और न्यूजीलैंड में पहली अतिरिक्त वनडे सीरिज हराई। 2 सितम्बर, 2014 को इन्होंने भारत को 24 साल बाद इंग्लैंड में वनडे सीरीज जिताई थी। 

इसके बारेमे भी जानिए :- 

Mahendra Singh Dhoni Awards – 

2008 में आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ़ द ईयर अवार्ड इस अवार्ड पाने वाले वह पहले भारतीय क्रिकेटर हुए जिसे यह अवार्ड मिला है। 

राजीव गाँधी खेल रत्न पुरुष्कार

2009 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान

पद्मश्री पुरुष्कार 

2009 में विस्डन के सर्वप्रथम ड्रीम टेस्ट ग्यारह टीम में धोनी को कप्तानी का दर्जा दिया गया। उनकी कप्तानी में भारत ने 28 साल बाद एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप में दुबारा जीत हासिल की| सन् 2013 में इनकी कप्तानी में भारत ने पहली बार आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी का खिताब जीता था। ms dhoni विश्व के पहले ऐसे कप्तान हैं। जिसके पास आईसीसी के सारे कप हैं। साल 2014 में इन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी छोड़ दी।    

इनके इस फैसले से सभी चौंक गए थे| एमएस धोनी ऐसे चौथे भारतीय और दूसरे विकेट कीपर हैं जिसने ओ डी आई में 10,000 रन बनाएँ हो| यह कीर्तिमान उन्होंने 14 जुलाई, 2018 को अपने नाम किया था। धोनी ने लगातार दूसरी बार क्रिकेट विश्व कप में 2014 में भारत का नेतृत्व किया और पहली बार भारत ने ग्रुप के सारे मैच जीते और साथ ही इन्होंने साल 2011 विश्व कप में मैच जीतकर नया रिकॉर्ड भी बनाया है। 

बचपन में जीता मैच हारने पर कोचने डाटा और सजा दी –

Mahendra Singh Dhoni – फुटबॉल टीम में गोलकीपिंग करने वाले शर्मीले से लड़के को अचानक क्रिकेट टीम में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी देने वाले महेंद्र सिंह धोनी के बचपन के कोच केशव बनर्जी ने उनके संन्यास के फैसले पर कहा है। उसका हर फैसला यूं ही सरप्राइज होता है। वह खुद जानता है। कि उसे कब संन्यास लेना है। किसी को उसे बताने की जरूरत नहीं है। यही बात उसे अलग बनाती है। उन्होंने अतीत के पन्ने खोलते हुए उस दिन के बारे में बताया कि जब धोनी को मैच हारने पर सजा मिली थी।

बचपन में कोच बनर्जी बोले और माहि ने रास्ता खुद चुना –

उन्होंने कहा कि यही सोचकर मैं उसे फुटबॉल से क्रिकेट में लाया। अपने उस फैसले पर मुझे हमेशा नाज रहेगा। उन्होंने कहा कि कैप्टन कूल ms dhoni बचपन से ही बहुत शांत था और उसमें गजब की सहनशीलता थी।उन्होंने कहा कि सफलता के शिखर तक पहुंचने के बाद भी उसकी यह खूबी बनी रही जो काबिले तारीफ है। स्कूली दिनों का एक किस्सा याद करते हुए।

उन्होंने कहा कि एक बार हमारी टीम जीता हुआ मैच हार गई तो मुझे बहुत गुस्सा आया और मैने कहा कि सीनियर खिलाड़ी बस में नहीं जाएंगे और पैदल आएंगे। वह कुछ और सीनियर के साथ दो तीन किलोमीटर पैदल चलकर आया और कुछ नहीं बोला। चुपचाप किट बैग लेकर घर चला गया। 

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महेन्द्र सिंह धोनी का परिवार – Mahendra Singh Dhoni Family

धोनी के परिवार में इनके माता और पिताजी के अलावा उनकी पत्नी और एक बेटी, एक भाई और ms dhoni sister भी  हैं। इनकी बड़ी बहन एक अध्यापिका और भाई एक राजनेता हैं। धोनी के पिता पान सिंह मेकॉन कम्पनी के काम किया करते थे। और उनकी माता का नाम देवकी देवी हैं| इनका परिवार का नाता उत्तराखंड राज्य से हैं लेकिन इन के पिता कार्य के चलते झारखण्ड राज्य आकर रहने लगे थे। जिसके बाद से यह यही के निवासी हो गए। 

महेन्द्र सिंह धोनी का क्रिकेट करियर –

Mahendra Singh Dhoni – महेंद्र सिंह धोनी को 1999 में अपना पहला रणजी मैच खेलने को मिला और यह पहला मैच इन्होंने बिहार राज्य की तरफ से खेलते हुए असम की टीम के खिलाफ खेला|महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच के दूसरे पारी में 68 रन बनाए थे। जबकि ट्रॉफी के इस सत्र में इन्होंने 5 मैचों में 283 रन बनाए| परन्तु महेंद्र सिंह धोनी के इस लाजवाब प्रदर्शन के बाद भी ईस्ट जोन सिलेक्टर्स ने इनका चयन नहीं किया|

जिसके कारण धोनी ने कुछ समय तक खेल से दूरी बना ली और साल 2001 में कोलकाता राज्य में रेलवे विभाग में बतौर टिकट कलेक्टर के रूप में काम करने लगे। इसके बाद इन्होंने अपने क्रिकेट करियर पर ध्यान देना शुरू किया| इसके बाद धोनी का चयन साल 2001 में दिलीप ट्रॉफी में हो गया। 

लेकिन धोनी को अपने चयन की जानकारी बहुत देर में पता हुई|लेकिन धोनी का मन इस कार्य में नहीं लगा और महेंद्र सिंह धोनी ने तीन साल के अंदर ही इस नौकरी को छोड़ दिया। इस कारण धोनी दिलीप ट्रॉफी में हिस्सा नहीं ले सके| साल 2003 में जमशेदपुर प्रतिभा संसाधन विकास विंग के हुए मैच में खेलते हुए बंगाल के पूर्व कप्तान प्रकाश पोद्दार ने देखा था। 

Mahendra Singh Dhoni International Cricket Career –

जिसके बाद इन्होंने धोनी के खेल की जानकारी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को दी और इस तरह धोनी का चयन बिहार Under-19 टीम में हो गया। महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2003-2004 के देवधर ट्रॉफी के टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया था और धोनी पूर्वी जोन टीम का हिस्सा था|

देवधर ट्रॉफी का यह सीजन इनकी टीम ने ही जीता| महेंद्र सिंह धोनी ने इस सीजन में कुल 4 मैच खेले थे जिनमें इन्होंने 244 रन बनाए। साल 2004 में महेंद्र सिंह धोनी का चयन “इंडिया-A” की टीम के लिए कर लिया गया था| India-A टीम की ओर से अपना पहला मैच खेलते हुए, महेंद्र सिंह धोनी ने जिम्बावे के खिलाफ बहुत अच्छा प्रदर्शन दिखाया|

केन्या ए, भारत ए और पाकिस्तान ए इन तीन देशों के बीच चल रही श्रृंखला में भी महेंद्र सिंह धोनी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन दिखाया और पाकिस्तान ए टीम की ओर से खेले हुए मैच में अपने अर्धशतक से Mahendra Singh Dhoni ने भारतीय टीम को जीत दिलाई थी। 

इसके बारेमे भी जानिए :-

Mahendra Singh Dhoni One Day Career –

साल 2004-2005 में भारतीय टीम ने बांग्लादेश का दौरा किया था उस दौरे पर राहुल द्रविड़ को विकेटकीपिंग पर रखा गया जिससे कि बल्लेबाजी में कोई कमी ना आये। भारतीय क्रिकेट में उस समय पार्थिव पटेल और दिनेश कार्तिक जैसे प्रतिभाशाली विकेटकीपर और बल्लेबाज जो कि जूनियर की शैली में गिने जाते थे। यह दोनों ही टेस्ट Under-19 के कप्तान रह चुके हैं| हालाँकि महेंद्र सिंह धोनी ने उस समय अपनी पहचान भारत ए टीम में बना ली थी। 

जिस कारण इन्हें बांग्लादेश दौरे के लिए टीम इंडिया में चुन लिया गया था| धोनी के एक दिवसीय करियर की शुरुआत कुछ ख़ास नहीं रही। श्रृंखला के दूसरे और अपने करियर के पाँचवे मैच में उन्होंने 123 गेंदों पर 148 रनों की शानदार पारी खेली| 148 रन बनाकर Mahendra Singh Dhoni ने विकेटकीपर होते हुए एक मैच में सर्वाधिक रन बनाए|

वह अपने पहले ही मैच में शून्य पर रन आउट हो गए थे| बांग्लादेश में उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा परन्तु फिर भी उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ वनडे श्रृंखला के चुन लिया गया था। श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ द्विपक्षीय एक दिवसीय श्रृंखला में धोनी को पहले दो मैचों में धोनी को बल्लेबाजी के लिए कुछ ही अवसर मिले और तो उन्होंने तीसरे मैच में तीसरे नंबर पर आने के लिए प्रोत्साहित किया गया था|

माहि का 2007 का विश्व कप –

वेस्ट इंडीज में पहली बार 2007 में क्रिकेट विश्व कप खेला जा रहा था| साल 2007 के विश्व क्रिकेट में राहुल द्रविड़ को कप्तान चुना गया था। इस टूर्नामेंट में कुल 16 टीमों ने हिस्सा लिया और इन 16 टीमों को चार भागों में बाँटा गया था। सारी टीमें अपने ग्रुप की 3 टीमों से मैच खेलने वाली थी। श्रीलंका,भारत और बर्म्युडा यह तीन देश भारत के ग्रुप में थे। 

महेंद्र सिंह धोनी ने इस टूर्नामेंट में केवल 3 मैचों में 29 रन बनाए| इंडियन टीम साल 2007 में पहली बार इस टूर्नामेंट से बाहर निकल गई थी । महेंद्र सिंह धोनी वजन 70 kg है। और वर्तमान समय में महेंद्र सिंह धोनी आयु (sakshi dhoni age) 34 वर्ष है। 

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महेंद्र सिंह धोनी का 2011 का विश्व कप –

साल 2011 में भारत ने बांग्लादेश को अपने पहले मैच में हराकर टूर्नामेंट की mahendra singh dhoni stats की थी।  धोनी ने अपने ग्रुप स्टेज में नीदरलैंड,आयरलैंड और वेस्ट इंडीज के खिलाफ जीत हासिल की थी। भारत ने पाकिस्तान को सेमी फाइनल में हराया| फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ भारत को विश्व कप जीताने में महेंद्र सिंह धोनी ने चेस करते हुए 91 रन की मैच जीताऊ पारी खेली थी। इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ द मैच पुरुष्कार से भी सम्मानित किया गया था।

महेंद्र सिंह धोनी के रिकार्ड्स। आपको बता दे महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसे विकेटकीपर जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 4000 रन बनाए है| इनसे पहले ऐसा किसी भी भारतीय विकेटकीपर ने नहीं किया था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने कूल 27 टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है| जिसमें महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट क्रिकेट में सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान होने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। 

Mahendra Singh Dhoni World cup –

माहिकी कप्तानी में भारतीय टीम ने नीचे दिये गए नाम के वर्ल्ड कप जीते है। जिसके साथ ही यह ऐसे कप्तान बन गए।  जिसने सभी तरह के ICC Tournament Cup जीते हो|

ICC Tournament किस साल जीता कप

  • टी-20 वर्ल्ड कप 2007
  • ऑडीआई 2011
  • चैंपियन ट्रॉफी 2013

Mahendra Singh Dhoni ने अपनी कप्तानी में कुल 331 इंटरनेशनल मैच खेले हैं| यह पहले ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इन्होने इंटरनेशनल मैचों में 204 छक्के मारे है| जिसके साथ Mahendra Singh Dhoni ने सबसे ज्यादा छक्के मारने वाले कप्तान का भी खिताब जीता। कप्तान के रूप में सबसे अधिक मैच जीतने का भी खिताब महेंद्र सिंह धोनी नाम है। 

धोनी के बारे में कुछ बाते – 

1. महेंद्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों बड़ी ट्रॉफ़ी पर कब्ज़ा जमाया है. धोनी की कप्तानी में भारत आईसीसी की वर्ल्ड-टी20 (2007 में), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011 में) और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी (2013 में) का खिताब जीत चुका है। 

2. धोनी का पहला प्यार फुटबॉल रहा है. वे अपने स्कूल की टीम में गोलकीपर थे. फुटबॉल से उनका प्रेम रह रहकर ज़ाहिर होता रहा है. इंडियन सुपर लीग में वे उन्होंने चेन्यैन एफ़सी टीम के मालिक भी हैं. फुटबॉल के बाद उन्हें बैडमिंटन भी ख़ूब पसंद था। 

3. इन खेलों के अलावा धोनी को मोटर रेसिंग से भी ख़ासा लगाव रहा है. उन्होंने मोटररेसिंग में माही रेसिंग टीम के नाम से एक टीम भी खरीदी हुई है। 

4. महेंद्र सिंह धोनी अपने बालों के स्टाइल के लिए भी मशहूर रहे हैं. कभी लंबे बालों के लिए जाने जाने वाले धोनी समय समय पर हेयर स्टाइल बदलते रहे हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि धोनी फिल्म स्टार जान अब्राहम के बालों के दीवाने रहे हैं। 

5. महेंद्र सिंह धोनी 2011 में भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल बनाए गए. धोनी कई बार ये कह चुके हैं कि भारतीय सेना में शामिल होना उनके बचपन का सपना था। 

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Mahendra Singh Dhoni Biography video –

Mahendra Singh Dhoni Interesting Facts –

  • 2015 में आगरा स्थित भारतीय सेना के पैरा रेजिमेंट से पैरा जंप लगाने वाले पहले स्पोर्ट्स पर्सन बने है।
  • पैरा ट्रूपर ट्रेनिंग स्कूल से ट्रेनिंग लेने के बाद करीब 15, 000 फ़ीट की ऊंचाई से पांच छलांगें लगाई्ं, जिनमें एक छलांग रात में लगाई गईं थीं। 
  • महेंद्र सिंह धोनी मोटरबाइक्स के ख़ासे दीवाने हैं। उनके पास दो दर्जन आधुनिकतम मोटर बाइक मौजूद हैं। उन्हें कारों का भी बड़ा शौक है। उनके पास हमर जैसी कई महंगी कारें हैं। 
  • महेंद्र सिंह धोनी का नाम कई हाई प्रोफाइल अभिनेत्रियों से जुड़ा गया। 
  • लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी रावत से चार जुलाई, 2010 को शादी की है। धोनी और साक्षी की एक बेटी है, जिसका नाम जीवा है। 
  • एमएस धोनी को बतौर क्रिकेटर पहली नौकरी भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर के तौर पर मिली थी।
  • बाद वे एयर इंडिया की नौकरी करने लगे। फिर एन श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट्स में अधिकारी बन गए। 
  • Mahendra Singh Dhoni दुनिया भर में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले क्रिकेटर रहे हैं। टेस्ट से संन्यास लेने से पहले धोनी की सैलरी 150 से 190 करोड़ रुपये सालाना थी। 

Mahendra Singh Dhoni Questions –

1 .mahendr sinh dhonee net varth kya hai ?

महेंद्र सिंह धोनी नेट वर्थ 111 मिलियन डॉलर यानी 8 अरब 35 करोड़ रुपये के आसपास है। 

2 .mahendr sinh dhonee ka nik nem kya hai ?

महेंद्र सिंह धोनी का निक नेम Ms,Msd और Mahi है।

3 .mahendr sinh dhonee ka janm kahaan hua tha ?

महेंद्र सिंह धोनी का जन्म Ranchi हुआ था। 

4 .mahendr sinh dhonee ke baare mein jaanakaaree kya hai ?

महेंद्र सिंह धोनी (एम एस धोनी) झारखंड, रांची के एक राजपूत परिवार में जन्मे पद्म भूषण, पद्म श्री और राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित क्रिकेट खिलाड़ी हैं।

5 .mahendr sinh dhonee kahaan ke rahane vaale hain ?

महेंद्र सिंह धोनी उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले का रहने वाले है। 

6 .mahendr sinh dhonee oonchaee kitanee hai ?

महेंद्र सिंह धोनी ऊंचाई 1.75 m है

7 .mahendr sinh dhonee vivaah dinaank kya hai ?

महेंद्र सिंह धोनी विवाह दिनांक 4 July 2010 है। 

8 .mahendr sinh dhonee kee umr kya hai ?

 महेंद्र सिंह धोनी की उम्र 40 वर्ष है।

इसके बारेमे भी जानिए :- कस्तूरबा गांधी की जीवनी

Conclusion –

आपको मेरा आर्टिकल महेंद्र सिंह धोनी बायोग्राफी बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा। लेख के जरिये  हमने mahendra singh dhoni net worth और madhu sharma rakesh sharma से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है। अगर आपको अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है। हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।

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Biography of Sachin Tendulkar - Sachin Tendulkar is known worldwide as the God of Cricket. Sachin Tendulkar India Country - Interesting Facts

Sachin Tendulkar Biography In Hindi – सचिन तेंदुलकर की जीवनी

आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है। नमस्कार मित्रो आज हम Sachin Tendulkar Biography In Hindi बताएँगे। भारतीय क्रिकेट टीम के एक बेहतरीन खिलाडी सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय बताने वाले है। 

सचिन तेंदुलकर  को  द गॉड ऑफ क्रिकेट के नाम से पूरे विश्व में जाना जाता है। सचिन तेंदुलकर भारत देश का एक जाना माना क्रिकेटर है। खेल जगत में सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का मास्टरमाइंड माना जाता है। सचिन रनके मशीन के नाम से भी जाना जाता है। आज हम sachin tendulkar son, sachin tendulkar wife और sachin tendulkar net worth से भी बढ़कर सारी माहिती से वाकिफ कराने वाले है। सचिन के पिता जी ने सचिन तेंदुलकर का नाम  सचिन देव बर्मन  रखा था। उनका नाम संगीतकार  ‘सचिन  देव  बर्मन ‘ के  नाम पे रखा गया। 

सचिन तेंदुलकर को  क्रिकेट  में विश्व में भी इतना  विख्यात हे  की उनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया  के सुप्रसिद्ध क्रिकेट खिलाडी  सर डोनाल्ड बैडमैन  से की जाती हे। सचिन तेंदुलकर क्रिकेट मेच में कई रनो का रिकॉड बनाया हे। सचिन तेंदुलकर का रिकॉड आजतक किसीने नहीं तोड़ पाया। sachin tendulkar net worth सचिन तेंदुलकर की माता एक बीमा कंपनी  में काम करती थी। जो रमेश तेंदुलकर की दूसरी पत्नी थी ।  सचिन तेंदुलकर का  विवाह  अंजलि तेंदुलकर के साथ हुआ था। उनके दो बच्चे भी हे अर्जुन और सारा है। 

Sachin Tendulkar Biography In Hindi –

Name सचिन रमेश तेंदुलकर
Birth 24 अप्रैल 1973
birth place मुंबई  के  राजापुर
height 5फुट  5 इंच (165 मीटर
Weight 62 kg
Father रमेश तेंदुलकर
mother रजनी  तेंदुलकर
brother अजित तेंदुलकर, नितिन तेंदुलकर
sister सविताई तेंदुलकर
wife anjali tendulkar
daughter/son  सारा और अर्जुन
famous मास्टर ब्लास्टर, क्रिकेट के भगवान, द मास्टर
work बोलिंग, बल्लेबाजी, कीपिंग
Batting दायां हाथ
Bowling दायां हाथ लेग स्पिन
religion हिन्दू
nationality भारतीय 

Sachin Tendulkar Birth Introduction – 

sachin tendulkar birthday 24 अप्रैल 1973  मुंबई के  राजापुर के मराठी ब्र्हामण परिवार में हुवा था। सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुलकर ने सचिन  तेंदुलकर का नाम सचिन देव बर्मन रखा था। sachin tendulkar age 47 years है। sachin tendulkar height 1.65 m है। sachin tendulkar wife का नाम अंजलि तेंदुलकर है।  sachin tendulkar son का नाम अर्जुन तेंदुलकर है। जब sachin tendulkar childhood थे। तब उनके  दोस्त  साइकल  चलाते थे।

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सचिन तेंदुलकर का बचपन –

सचिन तेंदुलकर के पास साइकल नहीं थी।  सचिन ने पिता से  कहा की  मुझे साइकल चाहिये। पिता ने  मना कर दिया। इस बात का सचिन तेंदुलकर को इतना गुस्सा आया की सचिन तेंदुलकर  5 दिन  तक घर से  खेलने ने के लिये  नहीं निकले  थे। सचिन तेंदुलकर उनकी घर की बालकनी से उनके दोस्त खेलते थे तब सचिन उनके दोस्तों को खेलते हुए देखते थे। लेकिन एक दिन ऐसा हुआ की सचिन तेंदुलकर का सिर उनकी बालकनी की खिड़की में फस गया।  सचिन तेंदुलकर की माता ने बोहोत सारा तेल डालके सचिन का सिर  निकाला।

इस घटना से सचिन के माता पिता  काफी गभरा गये।  सचिन फिर से ऐसी गिनहोनी हरकत ना कर बैठे इस लिए। सचिन तेंदुलकर के माता पिता डर गये थे। वह घटना के बाद सचिन तेंदुलकर को उनके माता पिता ने साइकल दिलवादी। सचिन तेंदुलकर को अभी भी मालूम नहीं है की मेरे पिता जी साइकल कहासे और कैसे लाये थे? 

Sachin Tendulkar Early Journey –

जब सचिन तेंदुलकर छोटे से 5 वर्ष के थे। तब से ही सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट खेलने का बहुत शोख था।  सचिन को उनके बड़े भाई अजित तेंदुलकर ने  क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया था। भाई के हरबार क्रिकेट के लिए प्रोत्साहित करने कीवजह से सचिन को क्रिकेटके प्रति लगाव हो गया क्रिकेट खेलना उनके लिए एक शौख बन गया। उनके बड़े भाई अजित तेंदुलकर ने सचिन को काफी  सपोर्ट किया था।

उनके लिए क्रिकेट खेलना एक पेशन बन गया था। सचिन तेंदुलकर  बचपन में उनके पुराने घर के मैदान पे दोस्तों के साथ टेनिस बोल से क्रिकेट खेलते थे।  सचिन तेंदुलकर के सभी दोस्त बड़े थे।सचिन छोटे थे,फिर भी सचिन उनके गेंदों पे बड़े बड़े लम्बे लमबे छक्के मारते थे। उनके दोस्त और सचिन तेंदुलकर के भाई अजित तेंदुलकर भी मनमे हेरान थे ,की इतना अच्छा क्रिकेट यह कैसे खेल लेता है।  

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सचिन तेंदुलकर को कोच मिला – 

उनके भाई अजित तेंदुलकर को पता चला की सचिन को एक अच्छे कोच की जरूरत है। सचिन तेंदुलकर के भाई अजित तेंदुलकरने सचिन के लिए रामाकांत आचरेक नामक कोच को चुना।  रमाकांत आचरेक एक ब्राह्मण थे। जो क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी थे। अजित तेंदुलकर अपने 11 साल के छोटे भाई सचिन तेंदुलकर को सन 1984 में  एक दिन सुबह शिवाजी पार्क ग्राउन्ड में पहोंचे तब  द्रोणाचार्य रामाकांत बच्चो को क्रिकेट की a.b .c . सीखा रहे थे।  

अजित तेंदुलकर ने उनके छोटे भाई सचिन तेंदुलकर को रमाकांत आचरेक को अपने कोचिन क्लब में सामिल करने की गुजारिस की जब अजित तेंदुलकर और रमाकांत बिच में बात हो रही थे। तब सचिन तेंदुलकर मैदान में बच्चो को क्रिकेट की प्रेक्टिस करते हुए देख रहे थे। प्रैक्टिस करते हुए इन नन्हे खिलाडियों को देखकर सचिन तेंदुलकर के आँखों में क्रिक्केटर बनेका का खवाब पलने लगा। जब सचिन तेंदुलकर का पहले दिन था। तब रमाकांत आचरेक ने सचिन तेंदुलकर को पहले दिन क्रिकेट की बल्लेबाजी नहीं कराई, क्यों की सचिन तेंदुलकर ने पहले कभी मेचिस बोल से क्रिकेट नहीं खेला था।

सचिन के कोच रमाकांत –

उस दिन सचिन तेंदुलकर शिवाजी पार्क से वापस लौट रहे थे। तब अपने भाई अजित तेंदुलकर को उन्होंने कहा की बाकि बल्ले बाजो से वह बेहतरीन खेल सकता हे। उस दिन 11 साल के सचिन तेंदुलकर का आत्म विश्वास दूसरों बच्चो से काफी अधिक था। रमाकांत सचिन को क्रिकेट की प्रेक्टिस करा रहे थे तब रमाकांत के दिमाग में एक बात हमेशा खटकती थी की सचिन बेट को हमेशा नीचे से पकड़ते थे। जिसे क्रिकेट की भाषा में बॉटल हेन्ड गिफ्ट कहा जाता है।

जब सचिन तेंदुलकर सोटेसे से के थे तब सचिन तेंदुलकर के भाई अजित तेंदुलकरके बेट से खेलते थे। तब बेट बड़ा था और सचिन छोटे थे। तब से सचिन को नीव – निचे से बेट पकड़ ने की आदत पड गयी थी। कोच रमाकांत कहते थे की इस तरह से ताकत से शॉर्ट नहीं लगा सकते। इस बात को ध्यान में रखते हुए रामाकांत ने सचिन के बेट पकड़ ने का तरीका बदलवा दिया था।

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सचिन तेंदुलकर का पहला मैच –

सचिन तेंदुलकर इस तरह से बेट पकड़ ने की कारन से अच्छा नहीं खेल पाते थे। सचिन आज भी वही ट्रिक से खेलते हे। एक बार सचिन तेंदुलकर दो घंटे से प्रेक्टिस कर रहे थे। प्रेक्टिस करने के लिए ज़्यादा समय नहीं था। रमाकांत ने सचिन तेंदुलकर को जहा रहते थे। वहा एक टीम के साथ सचिन तेंदुलकर पहली मैच खेलने जा रहे थे। तब ये मैच 50 ओवर की थी। जिनमे सचिन तेंदुलकर पहेली ही दो मेचो में 0 रन से आऊट हो गये थे।  

तीसरी मैच में  51 .38 .45 रन बनाके रमाकांत का दिल जीत लिया  था। जब रमाकांत ने अपनी टीममें कामती मरियम को सामिल कर लिया तब उन्होंने सचिन को  चौथे नंबर पे बल्ले बाजी करने भेजा इसबार सचिनने 50 रन बनाये।  सचिन ज़्यादा रन बना सकते थे पर दुसरो खिलाड़ी का चान्स मिले इसलिए खिलाडी को 50 रन से रिटाइट कर दिया जाता था। ताकि उनके टीम वाले को खेल ने के लिये चान्स मिल सके,जब सचिन मैच में रिकॉड बनाते थे।

सचिन की डायरी –

तब सचिन तेंदुलकर उनकी डायरी मे वह लिखा करते थे। लेकिन सचिन तेंदुलकर वो डायरी खो गयी है। जब वो डायरी मिल जाये तो सचिन के काफी सारा रिकॉड के बारे में हम जान सकेंगे है। जब रामकंत मैच में सिक्का उछल के मैच चालू करवाते थे। तब सचिन तेंदुलकर बहोत खिलाड़ियों से कहते थे की जो भी सचिन को आऊट करेगा उसे ये सिक्का इनाम में मिलेगा। पर सचिन तेंदुलकर कभी आउट ही नहीं होते थे। रोज सिक्के सचिन ही जित के सिक्का घर ले जाते थे। सचिन तेंदुलकर ने  उनके गुरु के पास से 13 सिक्के जीते थे जो आज भी उनके पास हे। 

सचिन तेंदुलकर क्रिकेट क्षेत्र में प्रवेश –

1981 में सचिन तेंदुलकर ने 16 वर्ष की उम्र में आंतरराष्ट्रिय क्रिकेट में स्थान ले लिया। उन्होंने एक दिवसीय सामना और टेस्ट में ज़्यादा शतक संपन्न किए थे। सचिन तेंदुलकर सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले विश्व के एकमात्र खिलाड़ी है। सचिन तेंदुलकर पुरे विश्व के प्रथम बल्लेबाज़ है। 

तेंदुलकर अपना खेल पुरे हिम्मत और आत्मविश्वास से खेलते है । सन 2012 में सचिन तेंदुलकर राज्य सभा  के सदस्य  बनने के लिए  नामित कर दिया गया। उन्होंने  T20 इस सामना में अक्टूबर 2012 में सन्यास लिया और उन्होंने 16 नवबर 2013 को वेस्ट इंडीज़ के साथ sachin tendulkar last matchथा। 

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सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियां –

सचिन  तेंदुलकर को 1989 में  अर्जुन अवॉड मिला था।  उसके बाद 1997 में राजीव गांधी खेल रत्न  पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया था। 1999 में पद्मश्री ,सन 2008 में पदमविभूषण   पुरस्कारो से सन्मानित किया  गया था। सचिन तेंदुलकर एक मात्र  खिलाडी हे  जिन्हें इंडियन फोर्स के द्वारा ग्रुप कप्तान का रैंक मिला हे। वो भारत देश के सबसे बड़े खिलाडी हे सचिन को देश में अलग अलग नाम से जाना जाता है। जैसे की मास्टर ब्लास्टर और लिटिल  मास्टर ऐसे नामो से सचिन को जाना जाता हे।                     

Sachin Tendulkar Marriage –

सचिन तेंदुलकर की सगाई 1994 में न्यूज़ीलैंड में हुई थी। तब सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम के साथ  न्यूज़ीलैंड दौरे पर थे। 24 एप्रील को सचिन के 21 वे बर्थडे पे दोनों की एंगेजमेंट हुई थी।  एक साल बाद 24 मई 1995 को सचिन तेंदुलकर की अंजलि के शादी के बंधन में बंध गए। सचिन तेंदुलकर की शादी के दो साल बाद अंजलि तेंदुलकर को दो बच्चे को जन्म दिया। जिनमें  बेटी सारा तेंदुलकर और बेटा अर्जुन तेंदुलकर थे।

सारा का जन्म 12 अक्टूबर 1997 और अर्जुन का जन्म 14 सितंबर 1999 में हुआ। सारा तेंदुलकर  यूनिवर्सिटी कॉलजे लंदन  से मेडिसिन  में ग्रेज्युट हुई है। हाल के दिनों में सारा के बॉलिवुड  में डेब्यु की अफावाये  भी उडी हाला की सचिन ने ऐसी खबरों को गलत बताया। अर्जुन तेंदुलकर अपने पिता की तरह क्रिकेटर बनना चाहते  है। अर्जुन T20 लीग और भारत की और से 19 लेबल पर क्रिकेट खेल चुके है। अर्जुन ऑलराउंडर है। वह गेंदबाजी भी  के अलावा  बल्लेबाजी  भी अच्छा कर लेते है। 

Sachin Tendulkar’s Record in the T20 Match-

  मैच  रन  सर्वाधिक शतक अर्धशतक औसत
टी20 अं 10  10  10.00 
आईपीएल 78  2334  100* 13  34.83 
चैंपियंस लीग टी20 13  265  69  20.38 

सचिन तेंदुलकर के शतक –

49· ODI
50· T20
51. test 

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Sachin Tendulkar’s Record in IPL –

Ipl Season team  Match Inning Run HS Ave SR Four Six
2008  Mumbai Indians 7 7 188 65 31.33 106.21 26 2
2009  Mumbai Indians 13 13 364 68 33.09 120.13 39 10
2010  Mumbai Indians 15 15 618 89 47.54 132.62 86 3
2011  Mumbai Indians 16 16 553 100 42.54 113.32 67 5
2012  Mumbai Indians 13 13 324 74 29.45 114.49 39 4
2013  Mumbai Indians 14 14 287 54 22.08 124.24 38 5
total   78 78 2334 100 34.84 119.82 295 29

Sachin Tendulkar Awards – सचिन तेंदुलकर पुरस्कार

  • 1994 –

    • Cricket

    1997 –

    • Cricketers of the Year
    • Rajiv Gandhi Khel Ratna

    1998 –

    • Leading Cricketer in the World

    1999 –

    • Padma Shri

    2001 –

    • Maharashtra Bhushan Award

    2004 –

    • Team of the Year

    2007 –

    • Team of the Year

    2008 –

    • Padma Vibhushan

    2009 –

    • World Test XI

    2010 –

    • Team of the Year
    • Leading Cricketer in the World
    • Sir Garfield Sobers Trophy
    • LG People’s Choice Award
    • Outstanding Achievement in Sport
    • People’s Choice Award
    • World Test XI

    2011 –

    • Polly Umrigar Award
    • Cricketer of the Year
    • World Test XI

    2012 –

    • Outstanding Achievement Award 

    2014 –

    • Bharat Ratna

Sachin Tendulkar Social Media Profile –

Facebook – https://www.facebook.com/SachinTendulkar/

Email Id – Not Available

WhatsApp Number – Not Available

Official Website – Not Available

Twitter – https://twitter.com/sachin

Sachin Tendulkar Instagram –

Sachin Tendulkar Twitter –

  • Sachin Tendulkar
  • @sachin_rt
  • Proud Indian
  • Following – 81
  • फोल्लोवर्स – 35.3M 

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Sachin Tendulka Biography Video 

Sachin Tendulkar Interesting Facts –

  • सचिन तेंदुलकर का पहला मैच टेस्ट 15 नवम्बर 1989 पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। 
  • पढाई की बात बताये तो सचिन 10th फ़ैल थे लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अपना करियर बनाया है।
  • तेंदुलकर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच14 नवम्बर 2013 वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ खेला था। 
  • सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट में 51 और वनडे में 49 और तो और 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले वह एक मात्र खिलाडी हैं। 

Sachin Tendulkar Questions –

( 1 ) क्या सचिन तेंदुलकर ऑल राउंडर हैं ?

हा सचिन तेंदुलकर एक वर्ल्ड क्लास ऑलराउंडर है। 

( 2 ) सबसे ज्याद शतक की संख्या का रिकॉर्ड किस के नाम है ?

सबसे ज्याद शतक की संख्या का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है। 

( 3 ) सचिन तेंदुलकर नंबर क्या है ?

नंबर 10 सचिन तेंदुलकर नंबर है। 

( 4 ) क्या सचिन तेंदुलकर अरबपति हैं ?

हा सचिन बहुत ही आमिर क्रिकेट खिलाडी है। 

( 5 ) sachin tendulkar wife age ?

sachin tendulkar wife age 53 years

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Conclusion –

आपको मेरा Sachin Tendulkar Biography In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा। 

लेख के जरिये sachin tendulkar stats और सचिन तेंदुलकर वर्ल्ड रिकॉर्ड से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दी है।

अगर आपको अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है।

हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।

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